Saturday, July 21, 2012

भीलवाड़ा राजस्थान (कोटा) से हत्या में वांछित ईनामी फरारी 02 कुखयात बदमाश इंदौर क्राईम ब्रान्च व्दारा गिरफ्तार

इन्दौर -दिनांक 21 जुलाई 2012 - वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री ए. सांई मनोहर ने ईनामी फरारी बदमाशों की धर पकड़ हेतु क्राईम ब्रांच को निर्देश दिये थे। अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय,उप पुलिस अधीक्षक जितेन्द्रसिंह को मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर क्राईम ब्रांच के निरीक्षक जयन्तसिंह  राठौर, एवं निरीक्षक जे.जी.चौकसे की टीमों को फरार बदमाशो सचिन तोमर एवं पुच्ची उर्फ सुरेश जैन की पतारसी हेतु लगाया गया था ।

1-  इंदौर का कुखयात बदमाश सचिन तोमर जो कि पूर्व कुखयात बदमाश रामसिंह उर्फ दद्‌दू का साथी रहा है। इसके व्दारा अपने भाई मोन्टी एवं अन्य रिश्तेदारों तथा फरारी बदमाश सचिन तोमर, उसका भाई मोन्टी उर्फ संदीप तोमर, पुच्ची उर्फ सुरेश जैन व्दारा उदयपुर से झालावाड़ शासकीय वाहन से दिनांक 18-04-2011 को आरोपी भानूप्रताप को पेशी पर ले जाया जा रहा था, रास्ते में थाना बिजुरिया जिला भीलवाड़ा की सीमा में उपरोक्त आरोपियो ने दो स्कार्पियों वाहन पुलिस वाहन के आगे-पीछेलगाकर फिल्मी स्टाईल में पिस्टल एवं कारबाईन से अन्धाधुन्ध फायरिंग की थी जिसमें आरोपी भानू प्रताप के साथ ही साथ राजस्थान पुलिस के दो आरक्षकों की भी मौत हो गयी थी । घटना से पूरे राजस्थान में तहलका मच गया था,उक्त घटना के बाद से आरोपी सचिन तोमर एवं पुच्ची उर्फ सुरेश जैन फरार हो गये थे। घटना में शामिल आरोपियान की गिरफ्‌तारी. के लिये पुलिस महानिदेशक राजस्थान व्दारा ईनाम घोषित किया गया था।
                क्राईम ब्रान्च की टीम व्दारा सूचना मिलने पर आरोपी सचिन पिता जगदीश सिंह तोमर, (30) निवासी हम्माल कॉलोनी देवगुराड़िया रोड़ इंदौर मूल निवासी नोनाहटा थाना उमरी जिला भिण्ड एवं पुच्ची उर्फ सुरेश जैन पिता रामचन्द्र जैन (34) निवासी मकान नम्बर 84 दिनेश नगर नागझीरी उज्जैन, स्थाई हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी एस.टी.डी. के पास भिण्ड को गिरफ्‌तार किया जाकर सचिन पास से एक कट्‌टा, एक खटकेदार चाकू बरामद किया गया है।

2-    फरार आरोपी सचिन तोमर पिता जगदीश सिंह तोमर के विरूध्द इंदौर के विभिन्न थानों में हत्या का प्रयास, अवैध वसूली, अवैध हथियार रखने, मारपीट करने, आदि के 26 अपराध पंजीबध्द होकर फरारी आरोपी विगतदो वर्षो से लगातार फरार था,जिसके विरूध्द न्यायालय व्दारा 4 स्थायी वारन्ट भी जारी किये गये थे। उल्लेखनीय है कि सचिन तोमर व इसके गेंग के डर से शंकरबाग, नौलखा, छावनी, के आस-पास के लोग रिर्पोट करने से घबराते थे, ये फरारी के दौरान भी फोन व्दारा व्यापारियों से अवैध वसूली कर रहा था।

3-    उक्त फरार आरोपी सचिन तोमर तथा उसका भाई मोन्टी उर्फ संदीप तोमर, पुलिस इनकाउन्टर में मारे गये आरोपी दद्‌दू उर्फ रामसिंह निवासी शंकरबाग का दाहिना हाथ थे।
4-    दोनों बदमाशों को पकड़ने वाली टीमों को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री ए. साई मनोहर व्दारा पुरष्कृत करने की घोषणा की गयी है ।
              उपरोक्त दोनों ही बदमाशो को पकड़ने में क्राईम ब्रान्च के उपनिरीक्षक  महेन्द्रसिंह परमार, प्र.आर.ओमप्रकाश तिवारी, दीपक पॅवार, अनिल सिलावट, रज्जाक खान, नरेन्द्र सिंह गौर, विजयसिंह चौहान, आरक्षक ओम प्रकाश सोलंकी, श्याम पटेल, योगेन्द्र चौहान, महेन्द्र सिंह चौहान, राजभान ,धर्मेन्द्र शर्मा, बशीर खान, सुनील बिसेन, रणबीर सिंह, सुभाष सूर्यवंशी, रविन्द्र, जितेन्द्र सिंह परमार, सन्तोष सेंगर, देवेन्द्र परिहार, रामपाल, जितेन्द्रका विशेष योगदान रहा।

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