इन्दौर -दिनांक 13 मई 2012- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर श्री ए.साई. मनोहर ने बताया कि दिनांक 5-6 मई की रात्रि खातीवाला टैंक थाना जूनी इंदौर के लकड़ी व्यवसायी श्री जसबीर सिंह छाबड़ा के घर अज्ञात बदमाशों व्दारा घर में घुसकर उनकी हत्या कारित कर लाखों की जेवरात एवं तिजारी आदि लेकर चम्पत हो गये थे इस सनसनीखेज घटना से पूरे इंदौर शहर में सनसनी फैल गयी थी, स्वभाविक था कि सिख समाज में इस घटना को लेकर काफी आक्रोश था।
घटना की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक इंदौर ज्रोन इंदौर श्रीमती अनुराधा शंकर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री ए.साई मनोहर , पुलिस अधीक्षक इंदौर श्री डी. श्रीनिवास वर्मा मौके पर पहुॅचे थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर श्री ए.साई मनोहर व्दारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री मनोज कुमार राय के नेतृत्व में विशेष दल का गठन किया जिसमें नगर पुलिस अधीक्षक जूनीइदौर बिट्टू सहगल, टी.आई.क्राईम ब्रान्च जयन्त सिंह राठौर, टी.आई भॅवरकुॅआ आनन्द यादव तथा टी.आई. जूनी इंदौरतरूणेन्द्र बघेल शामिल थे। टीम व्दारा फरियादिया सरनजीत कौर पत्नि जसबीर सिंह छाबड़ा से पूछताछ में चार पहिया वाहन जिसका नम्बर 2792 था व्दारा घटना करने के बाद भागना बताया। इंदौर से बाहर जाने वाले रास्ते में टीम भेजकर उक्त वाहन का पता लगाया गया ।
घटना के तरीका वारदात के अध्ययन से गुना क्षेत्र के कुछ अपराधिक गिरोहों, पारदी गेगों व्दारा घटना की जाने की संभावना प्रबल हुई । पुलिस अधीक्षक गुना श्री के.सी. जैन से सम्पर्क करने पर इस क्षेत्र में (इंदौर-उज्जैन क्षेत्र में) एक अपराधिक गेंग की सक्रियता के बारे में जानकारी प्राप्त हुई । सूरज पारदी एवं उसके गेंग के सदस्यों की गतिविधियों को चेक करने पर जावरा,रतलाम, एवं उज्जैन से इनके मूवमेंट की जानकारी लगी। सदस्यों के तकनीकी विशलेषण पर गेंग के सदस्य का लगातार इंदौर की तरफ आना-जाना पाया गया। आरोपियों की मूवमेन्ट की जानकारी का पता लगते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच मनोज राय के नेतृत्व में जयन्त राठौर,टी.आई. भॅवरकुॅआ आनन्द यादव की टीम को उज्जैन रतलाम,झालावाडा,कोटा,सवई माधोपुर,बूॅदी तथा बयाना में जानकारी प्राप्त करते हुए इन्दरगढ़ में इस गेंग के दोसंदेही जिसमें 1- देवा उर्फ काढा पिता राका पारदी (20) निवासी खेजड़ा चक जिला गुना 2-चिकान उर्फ चिकन पिता राधेश्याम पारदी (19) निवासी खेजड़ाचक थाना धरनावद जिला गुना को पकड़ा जिनसे पूछताछ करते संदेही देवा तथा चिकान ने पुलिस दल को गुमराह करने के लिये अपने नाम बदल-बदल कर बताने लगे जिससे इनके घटना में शामिल होने का संदेह और अधिक बढ़ता गया। गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने पर क्राईम ब्रान्च की एक टीम अति.पुलिस अधीक्षक मनोज राय के नेतृत्व में दिल्ली रवाना की गयी तथा दिल्ली पहुॅच कर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री अशोक चांद से अन्य फरार संदेहीं की तलाश के लिये दिल्ली क्राईम ब्रान्च की मदद लेकर दिल्ली एवं हरियाणा में तलाश की जाकर कुरूक्षेत्र हरियाणा में घटना में संदेही कालिया एवं खेरू को पकड़ा तथा यहॉ लाकर संदेही से सघन पूछताछ की गयी जो संदेहीयों का आपस में आमना-सामना कराने पर संदेही देवा उर्फ काड़ा तथा चिकान उर्फ चिकन की निशादेही ने घटना में शामिल होना स्वीकार किया जिन्हें इस घटना में गिरफ्तार किया जाकर इनकी निशादेही से घटना में प्रयुक्त हुण्डई वर्ना कार बड़नगर रोड़ पर मोहन पुरा केखाल से बरामद की गयी तथा लूटी हुई तिजोरी क्षिप्रा नदी में भूखी माता मंदिर के पास क्रेन एवं गोताखोर की मदद से निकाली गयी । गिरोह के अन्य सदस्यों से सघन पूछताछ की जा रही है जिसमे ंगिरोह का मुखय सरगना सूरज पारदी निवासी, खेजड़चका होना पता चला है जिसकी तलाश में विभिन्न स्थानों में टीमें भेजी गयी है। गिरोह कें गिरफ्तारशुदा आरोपियों से पूछताछ से अन्य कई गम्भीर घटनाओं का खुलासा होने की संभावना है । उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार किये गये पारदी गिरोह के सदस्यों पर अन्य राज्यों में कई आपराधिक प्रकरण पंजीबद्व होकर वहॉ से भी फरार है ।
इस महत्वपूर्ण हत्याकाण्ड एवं डकैती का पर्दाफाश करने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा, मनोज राय ,अति.पुलिस अधीक्षक पश्चिम राजेश कुमार सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक बिट्टू सहगल, टी.आई अपराध शाखा जयन्त सिंह राठौर, टी.आई. भॅवरकुॅआ आनन्द यादव तथा क्राईम ब्रान्च के उपनिरीक्षक महेन्द्र सिंह परमार, सउनि. विजेन्द्र जाट, आर.रामप्रकाद्गा बाजपेयी, रणवीर सिंह रघुवंशी तथा गुना पुलिस के सउनि. रामवीर सिंह व प्र.आर. महेन्द्र सिंह चौहान का भी सराहनीय योगदान रहा ।
घटना की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक इंदौर ज्रोन इंदौर श्रीमती अनुराधा शंकर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री ए.साई मनोहर , पुलिस अधीक्षक इंदौर श्री डी. श्रीनिवास वर्मा मौके पर पहुॅचे थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर श्री ए.साई मनोहर व्दारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री मनोज कुमार राय के नेतृत्व में विशेष दल का गठन किया जिसमें नगर पुलिस अधीक्षक जूनीइदौर बिट्टू सहगल, टी.आई.क्राईम ब्रान्च जयन्त सिंह राठौर, टी.आई भॅवरकुॅआ आनन्द यादव तथा टी.आई. जूनी इंदौरतरूणेन्द्र बघेल शामिल थे। टीम व्दारा फरियादिया सरनजीत कौर पत्नि जसबीर सिंह छाबड़ा से पूछताछ में चार पहिया वाहन जिसका नम्बर 2792 था व्दारा घटना करने के बाद भागना बताया। इंदौर से बाहर जाने वाले रास्ते में टीम भेजकर उक्त वाहन का पता लगाया गया ।
घटना के तरीका वारदात के अध्ययन से गुना क्षेत्र के कुछ अपराधिक गिरोहों, पारदी गेगों व्दारा घटना की जाने की संभावना प्रबल हुई । पुलिस अधीक्षक गुना श्री के.सी. जैन से सम्पर्क करने पर इस क्षेत्र में (इंदौर-उज्जैन क्षेत्र में) एक अपराधिक गेंग की सक्रियता के बारे में जानकारी प्राप्त हुई । सूरज पारदी एवं उसके गेंग के सदस्यों की गतिविधियों को चेक करने पर जावरा,रतलाम, एवं उज्जैन से इनके मूवमेंट की जानकारी लगी। सदस्यों के तकनीकी विशलेषण पर गेंग के सदस्य का लगातार इंदौर की तरफ आना-जाना पाया गया। आरोपियों की मूवमेन्ट की जानकारी का पता लगते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच मनोज राय के नेतृत्व में जयन्त राठौर,टी.आई. भॅवरकुॅआ आनन्द यादव की टीम को उज्जैन रतलाम,झालावाडा,कोटा,सवई माधोपुर,बूॅदी तथा बयाना में जानकारी प्राप्त करते हुए इन्दरगढ़ में इस गेंग के दोसंदेही जिसमें 1- देवा उर्फ काढा पिता राका पारदी (20) निवासी खेजड़ा चक जिला गुना 2-चिकान उर्फ चिकन पिता राधेश्याम पारदी (19) निवासी खेजड़ाचक थाना धरनावद जिला गुना को पकड़ा जिनसे पूछताछ करते संदेही देवा तथा चिकान ने पुलिस दल को गुमराह करने के लिये अपने नाम बदल-बदल कर बताने लगे जिससे इनके घटना में शामिल होने का संदेह और अधिक बढ़ता गया। गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने पर क्राईम ब्रान्च की एक टीम अति.पुलिस अधीक्षक मनोज राय के नेतृत्व में दिल्ली रवाना की गयी तथा दिल्ली पहुॅच कर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री अशोक चांद से अन्य फरार संदेहीं की तलाश के लिये दिल्ली क्राईम ब्रान्च की मदद लेकर दिल्ली एवं हरियाणा में तलाश की जाकर कुरूक्षेत्र हरियाणा में घटना में संदेही कालिया एवं खेरू को पकड़ा तथा यहॉ लाकर संदेही से सघन पूछताछ की गयी जो संदेहीयों का आपस में आमना-सामना कराने पर संदेही देवा उर्फ काड़ा तथा चिकान उर्फ चिकन की निशादेही ने घटना में शामिल होना स्वीकार किया जिन्हें इस घटना में गिरफ्तार किया जाकर इनकी निशादेही से घटना में प्रयुक्त हुण्डई वर्ना कार बड़नगर रोड़ पर मोहन पुरा केखाल से बरामद की गयी तथा लूटी हुई तिजोरी क्षिप्रा नदी में भूखी माता मंदिर के पास क्रेन एवं गोताखोर की मदद से निकाली गयी । गिरोह के अन्य सदस्यों से सघन पूछताछ की जा रही है जिसमे ंगिरोह का मुखय सरगना सूरज पारदी निवासी, खेजड़चका होना पता चला है जिसकी तलाश में विभिन्न स्थानों में टीमें भेजी गयी है। गिरोह कें गिरफ्तारशुदा आरोपियों से पूछताछ से अन्य कई गम्भीर घटनाओं का खुलासा होने की संभावना है । उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार किये गये पारदी गिरोह के सदस्यों पर अन्य राज्यों में कई आपराधिक प्रकरण पंजीबद्व होकर वहॉ से भी फरार है ।
इस महत्वपूर्ण हत्याकाण्ड एवं डकैती का पर्दाफाश करने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा, मनोज राय ,अति.पुलिस अधीक्षक पश्चिम राजेश कुमार सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक बिट्टू सहगल, टी.आई अपराध शाखा जयन्त सिंह राठौर, टी.आई. भॅवरकुॅआ आनन्द यादव तथा क्राईम ब्रान्च के उपनिरीक्षक महेन्द्र सिंह परमार, सउनि. विजेन्द्र जाट, आर.रामप्रकाद्गा बाजपेयी, रणवीर सिंह रघुवंशी तथा गुना पुलिस के सउनि. रामवीर सिंह व प्र.आर. महेन्द्र सिंह चौहान का भी सराहनीय योगदान रहा ।
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