Friday, June 24, 2011

एटीएम तोड़कर लगभग ३० लाख रूपये उड़ाने वाला शातिर चोर गिरफ्तार




इन्दौर - दिनांक २४ जून २०११- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री पवन श्रीवास्तव ने बताया कि थाना छोटी ग्वालटोली क्षैत्रांतर्गत विगत ७-८ मई को स्टैट बैंक ऑफ इंडिया विष्वविद्यालय परिसर आर.एन.टी. मार्ग के अंदर स्थित एटीएम से अज्ञात व्यक्ति ने २९ लाख ८८ हजार रूपये तोड़कर चोरी कर लिये थे। इस तरह एटीएम तोड़ने की पहली बड़ी घटना होने से पुलिस की विभिन्न टीमे पतारसी हेतु लगाई थी, इसी बीच क्राईम ब्रांच एवं छोटी ग्वालटोली पुलिस द्वारा सीसी टीवी फुटेज के आधार पर चोर की पहचान कर उसे मय माल के उसके पैतृक निवास अरावा कोठी जिला छपरा बिहार से गिरफ्तार किया था जो कि २९ मई को शौच जाने के बहाने रीवा की एक लॉज से पुलिस पार्टी को चकमा देकर फरार हो गया था।
             पुलिस महानिरीक्षक इंदौर जोन इंदौर श्री संजय राणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री पवन श्रीवास्तव तथा पुलिस अधीक्षक पष्चिम श्री डी.श्रीनिवास वर्मा द्वारा आरोपी को निष्चित समय सीमा में पुनः गिरफ्तार करने के निर्देष अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री मनोज राय को दिये थे, इस पर से उन्होने उपपुलिस अधीक्षक क्राईम जितेन्द्र सिंह के साथ मिलकर एक कार्य योजना तैयार की जिसमें दो पृथक-पृथक पुलिस पार्टिया बनायी गयी जो कि आरोपी के फरार होने की दिनांक से उसके दिल्ली एवं बिहार स्थित ठिकानों पर सतत्‌ निगाह रख रही थी। जिस वक्त उपनिरीक्षक मनीष भदौरिया की टीम फरार आरोपी की तलाष कर रही थी, इसी बीच बिहार में डेरा डाले बैठी टीम के उप निरीक्षक अनिल चौहान को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी अपने पिता की मदद से अस्पताल में इलाज करा रहा था। इस पर अनिल चौहान ने आरोपी के पिता की गतिविधि पर नजर रखना शुरू किया जो कि २२ जून को देर रात घर लौटा व २३ जून को अल-सुबह जैसे ही घर से निकला पुलिस टीम उसका पीछा करने लगी ज्यो ही वह अस्पताल पहुॅचा पुलिस टीम उसका पीछा करते अस्पताल के उस कमरे तक पहुॅची तो उन्होने पाया कि फरार आरोपी भर्ती होकर आराम कर रहा था, जिसे पकड़ा गया।
               प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह दिनांक ४ मई को मालवा एक्सप्रेस ट्रेन से वारदात हेतु दिल्ली से इंदौर कि लिये रवाना हुआ था जो कि ५-६ मई को बैंक की रैकी के पश्चात ६ मई की सुबह बैंक की छत पर जाकर सो गया व उसी दिन शाम को ग्रिल काटने की कोषिष की पर नही काटने पर ७ मई को फिर बैंकी की छत पर सो गया व उसी दिन शाम ग्रिल काटकर अंदर घुस गया और अगले दो दिनों बहुत प्रयासो के बाद छैनी, हथोड़ी, टॉमी, आरी पत्ती की मदद से एटीएम काटकर २९ लाख ८८ हजार नगद व कम्प्यूटर के उपकरण लेकर ट्रेन मार्ग से भोपाल, इटारसी होता हुआ छपरा बिहार स्थित अपने निवास पहुॅचा जहां कि उसने सारा सामान एक बक्से में ताला लगाकर छुपा दिया था, फिर दिनांक २३ मई को उन्ही में से कुछ रूपयो का उपयोग कर अपनी बहन की शादी की।
                 आरोपी ने यह भी बताया कि अपने मामा की दुकान से पैसा जमा कराने अक्सर इसी ब्रांच में आता है एवं उसने कई बार एटीएम खोलकर पैसे डालते देखा था। मॉ की दस वर्ष पूर्व कैंसर से मृत्यु हो जाने के पश्चात्‌ पिता शराब के नषे में धुत्त रहने लगा तब बहन की शादी के लिये पैसा जुटाने के उद्देष्य से उसके दिमाग में यह योजना आयी थी। गिरफ्तारषुदा आरोपी पर १० हजार रूपये का ईनाम घोषित था। आरोपी की पुनः गिरफ्तार करने में उप निरीक्षक अनिलसिंह चौहान, उपनिरीक्षक मनीष भदौरिया, प्रआर. उदयपाल, आर. बषीर खान की भूमिका रही है।
                आरोपी का नाम पता निम्नानुसार है - इंद्रजीत उर्फ जीत पिता अंगद शर्मा १८ साल निवासी अरावा कोठी पोस्ट नगरा जिला छपरा बिहार हाल मुकाम- जय विहार नजबगढ़ दिल्ली।

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