Friday, March 25, 2011

अब्दुल समद की हत्या के मामले में, क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा ४८ घंटे में पर्दाफाष, आरोपी गिरफ्तार

इन्दौर - दिनांक २५ मार्च २०११- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा महेषचंद जैन ने बताया कि दिनांक २३.०३.२०११ की रात्रि करीबन ०९.०० बजे फरियादी गुल मोहम्मद नि० नयापुरा ने एम.जी. रोड थाने आकर सूचना दी कि उसका पुत्र अब्दुल समद उम्र १९ साल का जो १२ वीं कक्षा का गुजराती स्कूल का छात्र हैं, दिन में करीबन डेढ़ बजे घर से पासपोर्ट बनवाने के लिये किसी एजेण्ट के पास जाने का कहकर निकला अभी तक घर नहीं लौटा है और अभी अभी फोन करने पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा कहा गया कि ५ लाख रू० चाहिये तभी समद मिलेगा। सूचना मिलते ही थाना एम.जी. रोड पर अपहरण का प्रकरण कायम किया गया तथा तत्काल ही मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री डी.श्रीनिवास राव, अति० पुलिस अधीक्षक (पूर्व) कुमार सौरभ, अति० पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा, उप पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा जितेन्द्र सिंह एवं नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली राजेश रघुवंशी मौके पर पहुंचे।
        प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन्दौर श्री डी. श्रीनिवासराव द्वारा क्राईम ब्रांच को प्रकरण की पतारसी के लिये निर्देशित किया। घटना को एक चुनौती के रूप में लेते हुए उप पुलिस अधीक्षक अपराध जितेन्द्रसिंह के नेतृत्व में उप निरीक्षक अनिलसिंह चौहान, मनीषराजसिंह भदौरिया तथा सोमा मलिक व टीम को लगाया गया। क्राईम ब्रांच को विवेचना के दौरान सूचना प्राप्त हुई कि अपहृत अब्दुल समद को घटना दिनांक को दिन में लगभग ०२.०० बजे स्नेहलतागंज के चक्रदेव अपार्टमेंट में जाते हुए देखा गया हैं, इस सूचना पर उन्होंने डीएसपी क्राईम जितेन्द्रसिंह के नेतृत्व में उनि मनीषराजंिसंह भदौरिया को अपार्टमेंट पर निगाह रखने हेतु लगाया फलस्वरूप सूचना प्राप्त हुई कि चक्रदेव अपार्टमेन्ट के फ्‌लैट नंबर २०२ में से दिनांक २३.०३.२०११ को देर शाम में २ युवकों को भारी गद्दे में लिपटी हुई कोई संदिग्ध चीज लाल रंग की मारूति वेन में ले जाते हुए देखा गया तथा यह जानकारी भी प्राप्त हुई कि उक्त मारूति वेन गरोठ नि० किसी युवक की है जो दिन में मैकेनिक के पास उसे ठीक कराने ले गया था जिसके साथ एक अन्य युवक था जो इन्डेक्स मेडीकल कालेज में पढ़ता है। इस सूचना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर संभावित आरोपियों की धरपकड़ हेतु २ टीमें  बनायी जिसमें  डीएसपी जितेन्द्र सिंह की टीम में उनि मनीष भदौरिया को खुड़ैल स्थित मेडीकल कालेज में दबीष हेतु लगाया तथा उनि अनिल चौहान की टीम को गरोठ जिला मन्दसौर में कार्यवाही हेतु भेजा गया।
        प्रकरण में आज क्राईम ब्रांच को सफलता तब प्राप्त हुई जबकि जितेन्द्रंिसंह की टीम ने एक संदेही नावेद पिता डॉ. शहनाज कुरैशी (२१) नि० गरोठ मंदसौर को नवलखा बस स्टैण्ड पर राजस्थान की ओर भागने के लिये बस के इंतजार में खड़ा मिलने पर पकड़ा, जिससे प्रारंभिक पूछताछ में उसके द्वारा पुलिस को बरगलाने का प्रयास किया गया परंतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा महेश चन्द जैन, उपपुलिस अधीक्षक अपराध शाखा जितेन्द्रसिंह, मनीषराजसिंह, सोमा मलिक द्वारा कढ़ाई से पूछताछ की गयी तो आरोपी नावेद टूट गया और फिर उसने जो कहानी बतायी उससे पुलिस अधिकारी भी चकित रह गये। आरोपी नावेद ने बताया कि अब्दुल समद उसका दोस्त था और वह उसके फ्‌लैट पर आता जाता था। नावेद भी समद की दुकान पर जाता रहता था, होली पर वह अपने घर गरोठ गया था वहां उसके बचपन का साथी मांगू अली पिता शब्बीर अली (२१) नि० गरोठ जिला मंदसौर मिला। मांगू ने उससे कहा कि यार पैसे की जरूरत हैं तब उसने मांगू को बताया कि इन्दौर में उसका एक दोस्त हैं जिसके पिता बहुत पैसे वाला हैं, उसका अपहरण कर ले तो उनसे बहुत पैसे मिल जाएगें। बस तभी से योजना बनाकर दिनांक २२.०३.११ को नावेद और मांगू लाल मारूति वेन लेकर गरोठ से इन्दौर आये और इन्दौर आकर मारूति वेन मैकेनिक के यहां मरम्मत के लिये डालकर नावेद ने समद को स्नेहलतागंज स्थित अपने फ्‌लैट पर बुलाया जैसे ही समद फ्‌लैट पर आकर कुर्सी पर बैठा योजनानुसार मांगू ने रस्सी से समद का गला घोंट दिया और इस दौरान नावेद ने समद के हाथ पैर पकड़ रखे थे। जब समद की सांस रूक गयी और वह मर गया तब दोनों ने उसके हाथ पैर बांधकर बाथरूम में बंद कर दिया। फिर रात्रि में ९ बजे के करीब समद की लाश को गद्दे में लपेट कर मारूति वेन में रखकर खुड़ैल रोड पर ८ मील के पास नाले के बीच झाड़ी में लाश फेंक आये।
        क्राईम ब्रांच व थाना प्रभारी एम.जी. रोड जब मौके पर पहुंचे तो आरोपी नाले के बताने पर पुलिस द्वारा मृतक समद की लाश मौके से निकालकर लाश का पंचनामा आदि कार्यवाही की गई। नावेद के बताने पर गरोठ से उसके साथी मांगू अली को उप निरीक्षक अनिलसिंह चौहान की टीम द्वारा गिरफ्‌तार करने में सफलता प्राप्त की। दोस्ती को कलंकित करने वाले आरोपियों को ४८ घंटे में गिरफ्‌तार करने वाली टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन्दौर द्वारा १० हजार रूपये का नगद ईनाम  एवं अति० पुलिस अधीक्षक क्राईम महेश चन्द जैन, व उप पुलिस अधीक्षक जितेन्द्रसिंह को प्रशंसा पत्र देने की घोषणा की गई।

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