Wednesday, January 12, 2011

केटरर व्यवसायी श्याम अग्रवाल के अंधेकत्ल का पर्दाफाष, पुलिस ने २४ घंटे में किया पर्दाफाष, तीन आरोपी गिरफ्तार, लूटे गये सोने चांदी के जेवरात, नगदी, मोबाईल व कायनेटिक होण्डा स्कूटर बरामद

इन्दौर - दिनांक १२ जनवरी २०११- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूर्व कुमार सौरभ ने बताया कि दिनांक १०-११.०१.२०११ की दरमियानी रात में हुई हीरानगर थाना क्षेत्र के सीएच-२ सुखलिया इंदौर में सनसनीखेज हत्याकांड में अज्ञात बदमाषो द्वारा श्याम सुदंर अग्रवाल पिता मोतीलाल अग्रवाल (६३) निवासी सीएच-२ सुखलिया इंदौर की हत्या कर दी थी। घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री डी.श्रीनिवास राव, पुलिस अधीक्षक पष्चिम श्री डी.श्रीनिवास वर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक परदेषीपुरा जयवीरसिंह भदौरिया, ज्येष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. सुधीर शर्मा व उनकी टीम द्वारा घटना स्थल पर तुरंत पहुॅचकर सूक्ष्मता से निरीक्षण कर भौतिक साक्ष्यो का संकलन किया गया । घटना स्थल पर मृतक के घर का सामान अस्त व्यस्त पडा था तथा मृतक का रक्त रंजीत शव मकान के एक कमरे में पलंग पर लेटा हुआ होकर रजाई व कंबल से ढका हुआ पाया गया था एवं मृतक की कायनेटिक होण्डा स्कूटर व मोबाईल फोन गायब पाये गये थे। मृतक के भाई मोहन पिता मोतीलाल अग्रवाल (५५) निवासी ४६ ए वीणानगर इंदौर की सूचना पर से थाना हीरानगर पर अपराध धारा ३०२ भादवि का पंजीबद्व किया जाकर विवेचना में लिया गया।
        इस घटना को अंजाम देने वाले अज्ञात आरोपियों की पतारसी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर श्री डी.श्रीनिवास राव तथा पुलिस अधीक्षक पष्चिम श्री डी.श्रीनिवास वर्मा द्वारा मौका मुयाअना कर महत्वपूर्ण दिषा निर्देष दिये गये थे। नगर पुलिस अधीक्षक परदेषीपुरा जयवीरसिंह भदौरिया के निर्देषन में थाना प्रभारी हीरानगर आर.के.सोनकर तथा कोबरा - २ प्रभारी सउनि रामचंद्र परिहार द्वारा रणनीति तैयार कर अज्ञात आरोपियो की पतारसी बाबद विभिन्न बिन्दुओ पर कार्यवाही करना सुनिष्चित किया गया। हत्या में आरोपी अज्ञात होने से मुखबिर मामुर किये गये व कई संदिग्धो से लगातार पूछताछ की गई तो कुछ महत्वपूर्ण तथ्य प्रकाष में आये। अनुसंधान के दौरान मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि मृतक श्यामसुदंर अग्रवाल के केटरिन के कारोबार में सहयोग देने वाला सुरेन्द्र शर्मा घटना दिनांक से घर से फरार है, उक्त बिन्दु पर कार्य करने हुये पुलिस टीम के प्रआर. लोकेन्द्र चौधरी, आरक्षक मुकेष यादव, श्याम पटेल, पंकजसिंह, भगवानसिंह, रामलखन, जितेन्द्र, लखन, कृष्णकुमार, मनीष, प्रदीप पाण्डेय, रणसिंह, रमेष तथा सुभाष के द्वारा संदिग्ध गज्जू उर्फ गजराज का पता लगाया गया तथा त्वरित कार्यवाही करते हुये उसे पकडा गया।

        हत्याकाण्ड को चुनौती मानकर पुलिस ने २४ घंटे के अन्दर ही इस हत्याकाण्ड का पर्दाफाष कर तीनो आरोपियो को पकडा । आरोपियो ने बताया कि उन्होने लूट की नियत से रात्री में श्यामसुंदर अग्रवाल के घर में घुसकर धारदार हथियारो से गला रेतकर हत्या कर दी थी और नगदी, जेवर, मोबाईल फोन तथा कायनेटिक होण्डा स्कूटर लेकर फरार हो गये थे। इस घटना में शामिल आरोपी मुख्य सरगना सुरेन्द्र शर्मा पिता रामू शर्मा (२२) निवासी रघुनंदन बाग कॉलोनी इंदौर, २. विक्की उर्फ विजय पिता जानकीलाल मोची (१९) निवासी १०४०/१० नंदानगर इंदौर एवं ३. गज्जू उर्फ गजराज पिता अनंतराम कुषवाह (२५) निवासी रगनोद जिला षिवपुरी हाल लाला का बगीचा इंदौर को गिरफ्तार किया जाकर इनके कब्जे से लूटे गये सोने चांदी के जेवरात, नगदी, मोबाईल व कायनेटिक होण्डा स्कूटर क्रं. एमपी-०९/जेक्यू/९१७८ बरामद कर लिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा पुलिस टीम को पुरूस्कृत करने की घोषणा की गई है।

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