इन्दौर- दिनांक ३० मई २०१०- पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री डी.श्रीनिवास वर्मा ने बताया कि घटना दिनांक २६ मई २०१० को रात्री करीब ११ बजे मनोज खापर्डे पिता रमाकान्त खापडे (४०) निवासी ५,पीस पाईन्ट सोसायटी ग्राम लिम्बोदी खण्डवा रोड इन्दौर एवं दिलीप पिता हरीशंकर लोधवाल (३२) निवासी ९७१ बजरंगनगर इन्दौर के अपनी सफेद सेन्ट्रो कार क्रंमाक एमपी-०९/सीबी/११७० द्वारा मांगीलाल ठाकुर पिता राजाराम ठाकुर (४२) निवासी पान्दा से अपने रूपयो पैसो का हिसाब-किताब करने व रूपये लेने गये थे। जो दिनांक २७ मई २०१० तक अपने घर वापस नही पहुॅचे पता करने पर इनकी उक्त कार ए.बी.रोड पर राजपूत ढाबे के पास पंचर बनाने की दुकान के सामने पंचर अवस्था मे मिली थी, इस सम्बध में श्रीमती बंदना खापर्डे पति मनोज खापर्डे की रिपोर्ट पर पुलिस थाना किशनगंजगंज का गुम इंसान क्रमाक ३४/१० का कायम किया गया था। गुमइंसान सूचना को गम्भीरता से लेते हुए इंचार्ज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री मकरन्द देउस्कर के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) अरविन्द तिवारी के मार्गदर्शन मे अपराध शाखा के उप निरीक्षक मनीषराजसिह भदौरिया, व उनकी टीम के आरक्षक ओमप्रकाश तिवारी, दीपक पवांर, रज्जाक खान, चरणसिह, रणवीरसिह, रविन्द्रसिह, तथा आदर्श एवं अनुविभागीय अधिकारी सी.पी.सिह, थाना प्रभारी किशनगंज रग्घूप्रसाद, वं उनके अधिनस्थ स्टॉफ द्वारा गुमशुदाओं के परिजनो से सम्पर्क कर सम्पूर्ण जानकारी एकत्रित की, इसी दौरान यह भी ज्ञात हुआ कि गुमशुदा मनोज खापर्डे विष्णु उस्ताद हत्या काण्ड का आरोपी रहा है तथा वर्तमान मे विगत दो वर्षो से उज्जैन मे रह रहा था, इसकी दोस्ती जैल मे रहने के दौरान दोहरे हत्या काण्ड के आरोप में जैल मे बन्द मांगीलाल ठाकुर निवासी ग्राम पान्दा थाना किशनगंज से हुई थी, तथा प्रापर्टी के मामले में मांगीलाल से कुख्यात बदमाश गुमशुदा मनोज खापर्डे का पैसो का लेन-देन भी था, गुमइंसान जॉच के दौरान यह बात भी प्रकाश मे आई कि दिनांक २६/२७ मई २०१० की दरम्यानी रात राजेन्द्र कटियार पिता शेरसिह कटियार निवासी ग्राम पान्दा थाना किशनगंज को घायल अवस्था में उपचार हेतु टी. चोईथराम अस्पताल मे भर्ती किया गया है, और अधिक जानकारी एकत्रित की गई तो यह भी पता चला कि राजेन्द्र कटियार ग्राम पान्दा निवासी मांगीलाल ठाकुर का साढू है, तब वरिष्ठ अधिकारीगणो द्वारा मांगीलाल ठाकुर से कडाई से पूछताछ की गई तो मांगीलाल ठाकुर ने बताया कि मनोज खापर्डे को उसे करीब ७-८ लाख रूपये प्रापर्टी के देने थे,जिसे समय-समय पर कुछ रकम उसके द्वारा चूका दी गई थी एवं करीबन तीन लाख रूपये देना शेष थे, उक्त शेष राशी की मांग के लिये मनोज खापर्डे द्वारा उसे बार-बार परेशान किया जा रहा था, इस कारण से उसने मनोज खापर्डे को अपने रास्ते की हटाने की योजना बनाई, योजना के अनुसार दिनांक २६ मई २०१० को मांगीलाल की बहन देवकन्या बाई निवासी ग्राम पिगडम्बर के घर पर मान का कार्यक्रम था उस कार्यक्रम मे मनोज खापर्डे को भी बुलाया गया था तथा उसे यह बताया कि शेष रकम यही आने पर दे दी जावेगी। इस बात पर मनोज अपने साथी दिलीप लोधवाल के साथ उक्त सेन्टो कार द्वारा पिगडम्बर मांगीलाल की बहन के घर के लिये रवाना हुआ, तभी रास्ते मे राजपूत ढाबे के पास मनोज की कार पंचर हो गई तब मनोज खापर्डे ने मांगीलाल ठाकुर को मोबाइल पर फोन किया कि मेरी कार पंचर हो गई है, तब मांगीलाल ने स्वंय की सफेद र्स्कार्पियो क्रंमाक एमपी-०९/सीए/८६७८ से शैलेन्द्रसिह, सुरेशसिह, ओमप्रकाश, व राजेन्द्र को मनोज खापर्डे व दिलीप लोधवाल को लेने के लिये भेजा तथा मांगीलाल ठाकुर की बताई गई योजना के अनुसार उक्त चारो आरोपियो ने मनोज व उसके साथी दिलीप लोधवाल को उक्त स्कार्पियो में बैठाकर पिगडम्बर गांव के पास सुनसान स्थान पर पार्टी करने का बोलकर ले गये, तथा इन्होने अपनी गार्डी से बीयर की बाटलें निकाल कर पीने लगे, इसी दौरान मौका पाकर चारो आरोपियो ने मनोंज व दिलीप पर अचानक हमला बोल दिया, तथा दोनो को मौत के घाट उतार दिया एवं इस दौरान आरोपी राजेन्द्र कटियार के बाये हाथ मे भी चोट आई थी।आरोपी मांगीलाल ठाकुर ने बताया कि मनोज खापर्डे व दिलीप लोधवाल की हत्या कर उनकी लाश को उसी स्कार्पियो द्वारा महू सिमरोल होते हुए खेडी घाट ओंकारेश्वर रोड स्थित नये पुल से नर्मदा नदी के तेज बहते हुए पानी मे फेंक दिया एवं घायल आरोपी राजेन्द्र कटियार पिता शेरसिह कटियार निवासी ग्राम पान्दा को उपचार हेतु टी. चोईथराम अस्पताल मे भर्ती कराया गया। पुलिस किशनगंज द्वारा मांगीलाल ठाकुर पिता राजाराम ठाकुर (४२) निवासी ग्राम पान्दा , शैलेन्दसिह पिता समुन्दरसिह चौहान (२६) निवासी नौगांव जिला धार, सुरेश पिता कैदारसिह (४५) निवासी ग्राम पिगडम्बर, एवं ओमप्रकाश पिता देवीसिह जनवार (३१) निवासी ग्राम पिगडम्बर को गिरफ्तार कर इनके विरूद्ध धारा ३६४,३४, २०१, १२० भादवि के तहत कार्यवाही की जा रही है। आरोपियो के बताये अनुसार पुलिस थाना किशनगंज के अधिकारियों के साथ ज्येष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. सुधीर शर्मा द्वारा उक्त घटना स्थलो का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान आरोपियो द्वारा बताये गये स्थानो पर रक्त का बैंजिडीन टैस्ट धनात्मक पाया गया, तथा आरोपियों द्वारा रक्तयुक्त कपडो को जलाकर जिस स्थान पर जमीन मे गड्ढा खोदकर छिपाना बताया है उस स्थान पर भी अधजले कपडो के टुकडे पाये गये जो बरामद किये गये हैं, आरोंपियो द्वारा बताये अनुसार उक्त घटना मे प्रयुक्त सफेद स्कार्पियों वाहन क्रंमाक एमपी-०९/सीए/८६७८ मे भी रक्त का बैंजिडीन टैस्ट धनात्मक पाया गया है,उक्त रक्त के नमूनो को प्रिर्जव कराया जाकर आवश्यक जॉच कराई जा रही है। पुलिस द्वारा उपरोक्त गुमशुदाओं की तलाश की जा रही है।
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