Friday, May 7, 2021

कोविड संक्रमण में जीवन रक्षक दवाओं तोशी एवं रेमडेसिविर की कालाबाजारी करनें वालों पर पुलिस का प्रहार

 


·       पुलिस टीम द्वारा अब तक 4 प्रकरण में 11 आरोपियों को किया गिरफ्तार

·       आरोपियों से अब तक 14 इंजेक्शन करीबन 05 बाक्स फेवीफ्लु जप्त।

·       आरोपी गैंग की लिंक सुरत गुजरात मे पकडाये नकली रेमडेसिविर  फेक्ट्री से जुडी, गुजरात पुलिस के साथ मिलकर की जा रही है जांच

·       पकडे गये सभी आरोपियों के विरूद्ध की जा रही है रासुका की कार्यवाही।¬

 

इन्दौर दिनांक 07 मई 2021 - कोरोना महामारी मे जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाजारी को रोकनें तथा इनमें लिप्त आरोपियों की पतारसी कर कडी कार्यवाही करनें के निर्देश पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर जोन इन्दौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र एवं पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री मनीष कपूरिया द्वारा दिये गये है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री आशुतोष बागरी के द्वारा कार्ययोजना तैयार कर अति पुलिस अधीक्षक पूर्व जोन श्री राजेश रघुवंशी एवं नगर पुलिस अधीक्षक विजय नगर श्री राकेश गुप्ता के नेतृत्व मे पुलिस टीमों को कार्यवाही के लिए लगाया गया है। जिसमें पुलिस थाना विजय नगर अंतगर्त पंजीबद्ध अपराध क्र 473/21 दिनांक 30.04.21, अपराध क्र 474/21 दिनांक 01.05.21, अपराध क्र 481/21 दिनांक 0.05.21, अपराध क्र 483/21 दिनांक 07.05.21 मे कोविड महामारी मे उपयोग आने वाली जीवन रक्षक दवाये रेमडेसिविर, फेवी फ्लू की कालाबाजारी मे 11 लोगो को गिरफ्तार किया गया हैं।

                कोविड जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाजारी अभियान के अंतगर्त थाना विजय नगर टीम को जानकारी मिली थी कि रेमडेसिविर इंजेक्शन 35000 से 40000 रूपयें मे सुनियोजित ढंग से ब्लेक मे व्हाट्स काल पर बेच रहा हैं। पुलिस टीम द्वारा उक्त सूचना पर मुखबिर के माध्यम से जाल बिछाया गया जिसमें दिनांक 06-07.05.21 की मध्य रात्री मे जानकारी मिली की दो व्यक्ति रेमडेसिविर ब्लेक मे मेदांता, भंडारी, अपोलो हास्पीटल, के आसपास ग्राहको को देने के लिए आ रहे है और रोबोट चैराहे पर खडे है। पुलिस टीम द्वारा सूचना पर मौके पर पहुचकर देखनें पर दो व्यक्ति एक्टिवा पर खडे दिखे जो पुलिस को देखकर भागने लगे जिन्हे घेराबंदी कर पकडा गया। और रात्री मे कफ्र्यु के दौरान घुमनें का कारण पुछनें पर संतोषजनक जबाव नही दिया जाने से उनकी तलाशी ली गई, जो दाये बाये पेंट की जेब मे से 02 रेमडेसिविर इंजेक्शन मिले जिनसे बिल, डाक्टर की पर्ची तथा अन्य दस्तावेज मागने पर कोई दस्तावेज प्रस्तुत नही किया गया। पुछताछ पर अपना नाम आनंद झा पिता अशोक झा उम्र 27 साल निवासी ग्राम गंगुली थाना बनीपट्टी मधुबनी बिहार हाल पता 212 मानवता नगर कनाडिया इन्दौर का होना बताया तथा एसएनजी अस्पताल मे हाउस किपींग के पद पर काम करना बताया। तथा अन्य आरोपी ने अपना नाम महेश पिता बसंतलाल चैहान उम्र 41 साल निवासी कृष्णा होम्स बिल्हेरी नर्मदा कालोनी जबलपुर हाल पता बी 2/4 114 पार्ट 2 नैनौसिटी लसुडिया इन्दौर बताया और तलाशी पर जेब से 02 रेमडेसिविर इंजेक्शन मिले आरोपी ने स्वंय को ड्युटी डाक्टर होना बताया। तलाशी मे पाये गये रेमडेसिविर इंजेक्शन के संबंध में कोई कागज व दस्तावेज प्रस्तुत नही किये गये तथा बताया कि हाउस किपींग के सुपर वाइजर के साथ मिल कर उक्त इंजेक्शन को ब्लेक मे बेचना स्वीकार किया। आरोपीगण का कृत्य धारा 420/188 भादवि, 3 महामारी अधिनियम 1897, 3/7 आवश्यक वस्तु अधि.1955 का दंडनीय पाये जाने से आरोपीगण को गिरफ्तार कर मोके से 04 रेमडेसिविर, 2 मोबाईल, 01 दुपहिया वाहन जप्त किया गया। आरोपीगण से पूछताछ करनें पर कई लोगो को 35 हजार से 40 हजार रूपयें मे इंजेक्शन बेचना स्वीकार किया जिनसें अन्य पूछताछ की जा रही हैं।

                पूर्व मे दर्ज अपराध क्र 474/21 दिनांक 30.04.21 मे जप्त इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ मे आरोपी से जानकारी मिली कि आरोपी धीरज एवं दिनेश को रेमडेसिविर इंजेक्शन आरोपी प्रवीण और असीम भाले द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे थे। आरोपी असीम भाले को उक्त इंजेक्शन आरोपी सुनील पिता रावेंद्र मिश्रा द्वारा सूरत, गुजरात स्थित इंजेक्शन की नकली अवैध फेक्ट्री से उपलब्ध करवाये जा रहे थे इस सबंध मे गुजरात पुलिस के साथ मिलकर विवेचना की जा रही हैं

                उक्त कार्यवाही मे वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में उनि प्रहलाद सिंह, आर 3328 भरत, आर 2917 अनुदीप, आर 797 लेखराज, आर 3295 उमाशंकर, आर 1410 निलेश, आर 3931 उत्कर्ष, आर 3952 महेश, आर दुष्यंत, आर अमित की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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