महिला पुलिस अधिकारियों ने बेबाकी से रखी अपनी बात
आज दिनांक 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इंदौर पुलिस द्वारा विभाग की महिला पुलिस सदस्यों के लिए एक विशेष कार्यक्रम टाॅक शो का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस स्टाफ की महिला अधिकारियों/कर्मचारियों को संवाद कौशल एवं वर्क लाइफ बैलेन्स और उनके हेल्थ इश्यूज पर चर्चा की गयी।
पुलिस उप महानिरीक्षक शहर इन्दौर श्री मनीष कपूरिया जी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री महेशचंद्र जैन, पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री आशुतोष बागरी, पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री अरविंद तिवारी की विशेष उपस्थिति में अति. पुलिस अधीक्षक मनीषा पाठक सोनी, नगर पुलिस अधीक्षक संयोगितागंज सुश्री पूर्ति तिवारी सहित जिला पुलिस बल इन्दौर की निरीक्षक से आरक्षक तक की महिला अधिकारी/कर्मचारीगण सम्मिलित हुई। उक्त टाॅक शो में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपने कार्य से विशेष योगदान देने वाली विशिष्ठ महिलाएं- सेन्ट्रल लेब की डाॅयरेक्टर-डाॅ. विनिता कोठारी, वाॅक प्रोडक्शन हाउस की श्रीमती रचना जौहरी एवं प्रसिद्ध मीडिया कंटेट राईटर सुश्री मुक्ति मसीह विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रही।
कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए श्रीमती मनीषा पाठक सोनी ने कार्यक्रम के उद्देश्य वाक्य- ‘‘खाकी में छुपे रंग अनेक, एक में अनेक- अनेक में एक’’ के बारें में कहा कि हम सभी महिलाएं पुलिस के रूप में खाकी में एक है लेकिन हम सभी अपनी व्यक्तिगत व सामाजिक जीवन में विभिन्न भूमिकाएं निभा रही है और उन सभी भूमिकाओं को निभाते हुए, अपने कर्तव्य की सर्वोच्च भूमिका इस एक खाकी के रूप में निभाकर, समाज में महिलाओं के लिये दोहरी भूमिका अदा कर रहीं है।
इस अवसर पर डीआईजी श्री मनीष कपूरिया जी ने कहा कि, नारी अपने आप में श्रेष्ठ है क्योंकि वह अपने घर के हर मोर्चे को बखूबी संभाल ही रही वरन बाहर भी समाज में हर क्षेत्र में अपना अभिन्न योगदान दे रही है। उन्होंने सभी महिला पुलिस अधिकारियों को कहा कि, पुरातन समय से ही हमारे यहा महिलाओं को शक्ति स्वरूपा कहा जाता है और आप सभी पुलिस में है तो वाकई में शक्ति है, आप सभी को स्वयं के आत्मविश्वास को बढ़ाते हुए, समाज की शोषित व पीड़ित महिलाओं/बच्चियों की मदद करें, उनमें आत्मविश्वास जगायें साथ ही इस मौके पर उन्होनें प्रख्यात कवि श्री जयशंकर प्रसाद की कविता-
फूलों की कोमल पंखुड़िया, बिखरें जिसके अभिनंदन में।
मकरंद मिलाती हों अपना स्वागत के कुंकुम चंदन में........।।
की पंक्तियां सुनाकर सभी को महिला दिवस की शुभकामनाएं दी गयी।
पुलिस अधीक्षक पूर्व, पुलिस अधीक्षक पश्चिम व पुलिस अधीक्षक मुख्यालय ने भी सभी महिला पुलिस अधिकारियों को महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए, सभी को पूर्ण आत्मविश्वास व जोश के साथ जीवन में आगें बढ़ने की प्रेरणा दी। पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री महेशचंद्र जैन ने कहा कि महिलाएं अपने को कभी भी कमतर न समझे व हर मामलें में पुरूषों से श्रेष्ठ है, बस वह अपने कर्तव्य को पूर्ण दृढ़ आत्मविश्वास से करें तथा उन्होंने कहा कि, पुलिस में तो महिलाएं, पुरूष अधिकारियों से भी ज्यादा अधिकार रखती है, क्योंकि कई मर्तबा चैकिंग आदि में पुरूषों को महिला पुलिस को साथ रखने की बाध्यता होती है, महिला पुलिस अधिकारियों को नहीं। महिलाएं घर व बाहर दोनों ही मोर्चो पर श्रेष्ठ भूमिकाएं निभा रही हैं।
इस कार्यक्रम में कोरोना काल की चुनौतियों और उसमें महिला पुलिस के कार्य व भूमिका को दर्शाती मीडिया पर्सन व डायरेक्टर सुश्री मुक्ति मसीह द्वारा बनाई गयी एक विडियों शार्ट फिल्म ‘‘जीते हैं चल’’ का प्रदर्शन किया गया साथ ही इन्दौर पुलिस के सोशल मिडिया ऐप सिटीजन काॅप एप्लीकेशन पर महिलाओं की सुरक्षा हेतु विभिन्न फीचर्स पर आधारित शार्ट फिल्म जो कि, वाॅक प्रोडक्शन द्वारा बनाई गयी है, का भी प्रदर्शन किया गया।
उक्त टाॅक शो के दौरान श्रीमती रचना जौहरी द्वारा संवाद कौशल और वर्क लाइफ बैलेंस पर अपने वक्तव्य दिये गये तथा डाॅ विनिता कोठारी द्वारा महिला पुलिस के स्वास्थ्य और जागरूकता विषय पर सभी को महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी। उपस्थित महिला पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा भी अपने कार्य के दौरान अपने अच्छे कार्यो व चुनौतियों के अनुभवों को आपस में साझा किया गया तथा हम महिलाओं के लिये किस प्रकार और बेहतर माहौल बना सकते है इस पर परिचर्चा की गयी।
इस मौके पर विगत समय में पुलिस के लिये
किये जा रहे अच्छे कार्यो में मदद करने व
पुलिस का सकारात्मक पहलू समाज में लाने में अभिन्न भूमिका निभाने वालें विशेष
अतिथियों डाॅ. विनिता कोठारी, श्रीमती रचना जौहरी, सुश्री मुक्ति मसीह, श्री अभिषेक सिसौदिया, श्री अभिषेक मसीह को डीआईजी इन्दौर
द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन महिला थाना प्रभारी श्रीमती
ज्योति शर्मा द्वारा किया गया तथा अंत में सभी का आभार श्रीमती मनीषा पाठक सोनी द्वारा
व्यक्त किया गया।
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