Friday, February 26, 2021

■ क्राइम ब्रांच इंदौर ने फायर आर्म्स बनाने वाले सिकलीगरों के अड्डे पर दी दबिश।



■ गैस और कोयला की भट्टी लगाकर, लोहे के पाइप एवं तांबा धातुओं के पात्रों का उपयोग कर बनाते थे सिकलीगर अस्त्र शस्त्र।


■ नवलपुरा बड़वानी के जंगलों में स्थापित कर रखा था हथियार बनाने का कारखाना।


■ फायर आर्म्स बनाने में प्रयोग होने वाले सामान छैनी, हथोडा, पाईप, हस्तचलीत धौकनी, कटर  पेचकस, फाईल, रेती, स्प्रींग व अन्य सामान बरामद ।


■ अवैध हथियारों की खरीद फरोख्त में गिरफ्तार सिकलीगर प्रकाश के अड्डे पर की गई नष्टीकरण की कार्यवाही, सारे औजार किये जप्त।

 

इंदौर दिनांक 26 फरवरी 2021 पुलिस उपमहानिरीक्षक इन्दौर (शहर) श्री मनीष कपूरिया द्वारा बाहरी जिलों से आने वाले असामाजिक तत्वों द्वारा इंदौर के अपराधियों को की जाने वाली फायर आर्म्स की सप्लाई एवं इंदौर को फायर आर्म्स की सप्लाई के लिए अन्यत्र राज्यों में भेजने के लिए ट्रांसपोर्ट हब के रूप में प्रयोग करने वाले अपराधियों की धरपकड़ करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया था उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री अरविंद तिवारी के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री गुरु प्रसाद पाराशर द्वारा एक स्पेशल टीम का गठन किया गया था जिसके अनुक्रम में विगत दिनों इंदौर क्राइम ब्रांच की गठित टीम द्वारा 29 पिस्टल 22 कट्टे सहित कुल 51 फायर आर्म्स और 14 जिंदा कारतूस सहित 05 हज़ार नगद जप्त कर 05 आरोपियों को गिरफ्तार किया था इनमें सिकलीगर भी शामिल थे, पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध थाना क्राइम ब्रांच में अपराध क्रमांक 05/21 धारा 25, 27सिकलीगर, एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।


पकड़े गए आरोपियों से की गई विस्तृत पूछताछ में ज्ञात हुआ था कि आरोपी प्रकाश सिंह सिकलीगर के पिता औजारों में धार लगाने का कार्य करते हैं जिससे उसे बचपन से ही लोहे का काम करने में आसानी होती थी अतः पहले वह ताला चाबी बनाने का काम करता था किंतु गंधवानी जिला धार के सिकलीगर रवि सोलंकी के संपर्क में आने पर वह भी हथियार बनाने लगा जोकि 10 से 15 हजार रूपये कीमत में ट्रक ड्राईवरों अथवा अन्य आपराधिक किस्म के लोगों को बेच देता था ।


यह सिकलीगर कहाँ और कैसे हथियार बनाते थे इस सम्बन्ध में पूछताछ की गई तो आरोपी प्रकाश सिकलीगर निवासी ग्राम नवलपुरा अंजड जिला बडवानी द्वारा बताये गये स्थानो पर क्राइम ब्रान्च की टीम द्वारा जिला धार के सिंघाना, गंधवानी, लालबाग, बाकानेर व जिला बड़वानी के उमरठी, ओझर, शाहपुरा, खुरमाबाद एवं आरोपी के गृह निवास स्थल नवलपुरा में दविश दी गई  जहाँ पर वह देशी कट्टे/ पिस्टल व मैग्जीन आदि बनाता था।


आरोपी के घर के पीछे हथियार बनाने के अड्डे पर दी गई दबिश के दौरान वहाँ से देशी कट्टे/पिस्टल बनाने की सामग्री बरामद हुई जिसमें छैनी, हथोडा, पाईप व कोयले से जलने की हस्तचलित हवा धौंकने की मशीन, कटर, पिंचिस, पेचकस,फाईल,रेती, स्प्रींग, आदि सामान शामिल हैं।


आरोपी ने बताया कि वह उपरोक्त सामग्री को घर के ही पास जंगल में भट्टी लगाकर देशी कट्टे व देशी पिस्टल का निर्माण करता था जिन्हें वह आपराधिक तत्वों को बेच देता था। जंगल मे भट्टी लगाकर लोहे के पात्रों को पिस्टल एवं देशी कट्टे के बॉडी व लकड़ी के हत्थे बनाने के लिये कटर एवं छैनी हथोडे से काटकर उसे आकार देकर, कोयले की भट्टी मे गरम कर उनको मोड़ने एवं उनको ठंडा होने पर अलग अलग हिस्सों को जोड़ने, गैस वेल्डिंग करने के उपयोग मे लेते थे।

बाद मे फाईल व रेतमाल को फिनिंसिंग व चमक के लिये उपयोग करते थे व 12 बोर देशी कट्टे की नली बनाने के लिये सायकल के फ्रेम के डंडे का पाईप तथा देशी पिस्टल बनाने के लिये 12 एम एम के सरिये का उपयोग करते थे तथा उसको छेद करने के लिये ड्रिल मशीन का उपयोग करते थे व सरीये को साईज से काटने के लिये कटर व लोहे की आरी का उपयोग करते थे तथा राउंड बनाने के लिये कबाड वालो से या फ्रिज मे उपयोग होने वाली पीतल की नली को बाजार से लाकर, कारतूस का आकार देकर आगे का बोल्ट ठोस कॉपर का सरिया खरीद कर बोल्ट के साईज का काटकर फाईल से फिनीश कर आकार देते है। उसके अंदर माचिस की तिली का मसाल व पटाखो की बारुद व फायर पिन के अंदर वाले भाग मे बच्चो के उपयोग करने वाली फटाके वाली टिकली का उपयोग कर कारतूस भी बनाते थे । इस तरह से आरोपी प्रकाश सिकलीगर नि ग्राम नवलपुरा अंजड जिला बडवानी द्वारा देशी कट्टे व देशी पिस्टल व राउंड तैयार कर बाजार मे सस्ते दामो पर बेच दिया करता था ।




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