Ø इंदौर म.प्र.
अंतरराष्ट्रीय कॉल पर अमेरिका के नागरिकों सोशल सिक्यूरिटी नंबर पर अवैधानिक
गतिविधियॉ जैसे ड्रग्स ट्रेफेकिंग, मनी लोंड्रिंग के नाम से डराकर करते थे अमेरिकी डालर की ठगी ।
Ø
विगत लगभग एक वर्ष से कॉल सेंटर को चलाना बताया है
Ø
क्राईम ब्रांच के हत्थे चड़े 21 कॉलर्स एवं क्लोसर ।
Ø
इनमें 03 युवतियां भी शामिल ।
Ø
अधिकांश युवक-युवतियां गुजरात के अहमदाबाद,बरोदा के रहने वाले।
Ø
कुछ कालर इंदौर एवं मुंबई के ।
Ø
ठग कर रहे थे डॉलर्स मे कमाई ।
Ø
अमेरिका की विजलेंस एजेंसी के नाम से धमकाते थे ।
Ø
अमेरिका के नम्बरों से कॉल करने के लिए उपयोग करते थे इंटरनेट कॉलिंग का उपयोग
Ø
ठगों के पास अमेरिका के नागरिकों का डॉटा बेस मौजूद ।
Ø
फर्जी अमेरिकी नाम बताकर झासे मे लिया जाता था ।
Ø
ठगी का पैसा लेने के लिए गिफ्ट कार्ड का करते थे उपयोग ।
Ø 40 प्रतिशत काट कर हवाला से शेष 60 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त
होता था ठगो को ।
इन्दौर दिनांक 06 नवंबर 2020 - पुलिस महानिरीक्षक
इंदौर जोन इंदौर श्री योगेश देशमुख, उप
पुलिस महानिरीक्षक (शहर) इंदौर श्री हरिनारायण मिश्र द्वारा पुलिस अधीक्षक
(मुख्यालय) इंदौर श्री सूरज वर्मा को शहर में चल रही सायबर संबंधित अवैध
गतिविधियों पर अंकुश लगाने व कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए थे । उक्त निर्देशो
के तारतम्य में अति.पुलिस अधीक्षक श्री गुरु प्रसाद पाराशर (अपराध) को कार्यवाही
बाबत् निर्देशित किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन मे क्रॉईम ब्रांच की टीम
गठित कर एक बड़ी कार्यवाही में अंतर्राष्ट्रीय ठगी कर रहे कॉल सेंटर का पर्दाफाश
किया ।
क्रॉईम ब्रांच इंदौर को जरिये
मुखबिर सूचना प्राप्त हुई थी कि महाराष्ट्र–गुजरात मे पूर्व से काल सेंटर काम करने
वाले युवक युवतीया बाहर से आकर इंदौर के
लसुडिया निपानीया क्षेत्र मे अवैध कॉल
सेंटर चला रहे है काल सेंटर से अमेरिका के नागरिकों को कॉल करके उनसे, उनके यूनिक सोशल सिक्योरिटी नम्बरों का अवैध गतिविधियों का भय बताकर
उन्हें डराकर उनके बेंक एकाउंट से डालर को
गिफ्ट कार्ड के माध्यम से राशि वसूली जा रही थी ।
सूचना पर से क्रॉईम ब्रांच
टीम द्वारा निपानिया स्थित फ्लेट न 301 ओ के बिल्डिंग स्कीम न. 94 दबिश दी गई जहॉं पर काम करते मैनेजर जोशी फ्रांसिस व आईटी हेड जयराज
पटेल सहित अन्य कालर 16 लड़के व 03 लड़कियां पाई गई । जिनके द्वारा अवैध रूप से
अंतर्राष्ट्रीय कॉल सेन्टर के द्वारा अमेरिकी नागरिकों का डाटा अवैध रूप से आहरीत
कर ठगी की जा रही थी । मौके से क्राइम
ब्रांच की टीम को 20 cpu, server, व
अन्य gadgets
मिले जिन्हे मोके से विधि पूर्वक क्राइम टेक्नीकल सेल की सहायता से जप्त किया गया
। क्राइम ब्रांच द्वारा की गयी इस कार्यवाही
से थाना अपराध शाखा में अपराध क्रमांक 15/20 धारा 420,419,467,468,471,120
बी,109,34 भादवि व 66 डी आईटीएक्ट का अपराध पंजीबध्द किया गया है।कुल 21 आरोपियों
को मोके से गिरफ्तार किया गया है।
क्राइम
ब्रांच इंदौर द्वारा पकड़े गए
आरोपियों से हवाला से प्राप्त होने वाला पैसा का माध्यम अन्य लोगों की संलिप्तता ,
अन्य स्थानों पर इस तरह की गतिविधि संचालित कर रहे अन्य साथी व अब तक कमाए गए अवैध लाभ के संबंध में क्राइम ब्रांच द्वारा कड़ाई से पुछताछ की जा
रही है । आरोपियों के विरुद्ध अन्य जगहो पर पंजीबद्ध प्रकरणो की जानकारी ली जा रही
है। आरोपियों अग्रिम पूछताछ से इस तरह के अन्य फर्जी अवैध काल सेंटर के बारे मे
एवं उनके संचालको के बारे मे जानकारी मिलने की संभावना है
।
No comments:
Post a Comment