▪ ठगी
करने वाले स्वयं को बैंक अधिकारी व कर्मचारी बनकर आवेदकों को झाँसे में लेकर
करते हैं ठगी।
▪ बैंक
के रीवार्ड पाईंट का लालच देकर लिया था आवेदक का ओ.टी.पी नम्बर।
इंदौर-
दिनांक 11 नवंबर 2020- पुलिस
उपमहानिरीक्षक (शहर) श्री हरिनारायणाचारी
मिश्र इंदौर द्वारा लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने
वाले अपराधियों की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु
इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस
अधीक्षक इंदौर श्री सूरज वर्मा के मार्गदर्षन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम
ब्रांच श्री गुरूप्रसाद पाराशर द्वारा ऑनलाईन ठगी की शिकायतों की जांच हेतु विशेष
टीमों का गठन किया गया है जिसमें रोजाना विभिन्न माध्यमों से शिकायतें प्राप्त
होती हैं।
दिनांक 24.10.20 को शिकायतकर्ता
डाॅ. मोहन बाबु नेमा निवासी वंदना नगर इंदौर को फोन पर ठग द्वारा स्वयं को
एस.बी.आई. बैंक का प्रतिनिधी बन रिवार्ड का लालच देकर शिकायतकर्ता के बैंक का
ओटीपी प्राप्त कर शिकायतकर्ता के बैंक खाते से 49,290/- रूपये
आहरित कर लिये थे।
शिकायतकर्ता द्वारा इस संबंध मे क्राईम ब्रांच
कार्यालय इंदौर पर शिकायत की, जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री
गुरूप्रसाद पाराशर द्वारा तत्काल फ्राड इंन्वेस्टीगेशन सेल को कार्यवाही करने के
लिये निर्देशित किया गया। फ्राड इंन्वेस्टीगेशन सेल की टीम द्वारा आवेदक से फ्राड
की जानकारी लेकर संबंधित एस.बी.आई बैंक को मैल भेजकर ट्रांजैक्शन को रूकवाकर
शिकायतकर्ता के 49,290/- रूपये आवेदक के खाते मे वापस जमा करवाये
।
सभी आमजन से अनुरोध है कि किसी भी अज्ञात
व्यक्ति को अपने बैंक खाते की व्यक्तिगत जानकारी व ओटीपी की जानकारी किसी से भी
शेयर न करे एवं इस प्रकार की कोई घटना होने पर तुरंत साईबर क्राईम हेल्पलाईन नम्बर
7049124445 पर सूचित करे।
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