Saturday, July 13, 2019

★ नकली पुलिस अधिकारी बनकर लोगों के साथ ठगी करने वाले 02 आरोपी क्राईम ब्रान्च इंदौर की गिरफ्त में।


  
शातिर महिला, अपने प्रेमी के कहने से लोगों पर रौब जमा कर ऐंठती थी रूपये।

वर्दी पहनकर, ठगी के लिये अदा करती थी महिला पुलिस हेड कांस्टेबल का किरदार।
  
पुलिस की वर्दी पहने फोटो को अपने वाट्सऐप प्रोफाईल पर डीपी डालकर करती थी लोगों को गुमराह।

महिला आरोपिया से किया गया नकली पुलिस आई.डी कार्ड जप्त।

आरोपी की पत्नी है पुलिस विभाग में पदस्थ, आरोपी ने पत्नी की ड्रेस चुरा पहनाई अपनी प्रेमिका को, बाद दोनों स्वयं की पहचान छुपाकर कर रहे थे ठगी।


इंदौर- 13 जुलाई 2019- अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, इंदौर झोन इंदौर श्री वरूण कपूर द्वारा नकली पुलिस बनकर ठगी एवं धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देने वाले आरोंपियों के विरूद्ध शिकंजा कस वैद्यानिक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशो के अनुक्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन्दौर श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र के समक्ष नकली पुलिस बनकर धोखाधड़ी की वारदातें करने वाले आरोपियों के विरूद्ध शिकायत प्राप्त हुई थी जिसे क्राईम ब्रांच को कार्यवाही तथा जांच हेतु अग्रेषित किया गया था। पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) इंदौर श्री अवधेश गोस्वामी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह व्दारा उपरोक्त शिकायत पत्र की जांच कराई जाकर नकली पुलिस बनकर ठगी की वारदातें कर रहे आरेापियों को पकड़कर उनके विरूद्ध मुकदमा कायम किया गया। 

            घटनाक्रम का संक्षिप्त सार इस प्रकार है कि शहर में नकली पुलिस बनकर के लोगों के साथ ठगी व धोखाधडी करने वाले गिरोह के संबंध में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थी। इसी आशय का एक शिकायती आवेदन पत्र आवेदिका लीना राय पति जितेन्द्र जायसवाल उम्र 38 साल निवासी- 11/4, 72 क्वार्टर पी.टी.सी. परिसर इंदौर द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र के समक्ष में उपस्थित होकर प्रस्तुत किया गया था, जिसकी जांच क्राईम ब्रांच इंदौर को सौंपी गई। उपरोक्त शिकायत आवेदन पत्र की जांच के दौरान आवेदिका द्वारा प्रस्तुत तथ्यों का अवलोकन एवं विश्लेषण किया गया तथा साक्षीगणों के कथन लेखबध्द किये गये। आवेदन पत्र की जांच पर पाया गया कि अनावेदक जितेन्द्र जायसवाल व संगीता सुसनेर ने एक राय होकर षडंयत्रपूर्वक आवेदिका लीना राय की वर्दी व आई डी कार्ड की चोरी की तथा आवेदिका के आईडी कार्ड में अनावेदिका संगीता के द्वारा कूटरचना करते हुये स्वंय का फोटो वर्दी में लगाया जाकर दुरुपयोग करते हुये लोगों से धोखाधडी की। आरोपियों द्वारा किये गये उपरोक्त कृत्य के परिपेक्ष्य में पतारसी करते हुये क्राईम ब्राँच इंदौर की टीम ने थाना आजाद नगर पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुये आरोपिया 1. संगीता पति सुरेश सुसनेर, उम्र 27 साल निवासी 120 भील कालोनी, मूसाखेडी इंदौर व 2. आरोपी जितेन्द्र पिता बाबूलाल जायसवाल, 34 साल निवासी- ग्राम बरबाई तहसील खातेगाँव जिला देवास हाल मुकाम 11/4, 72 क्वार्टर पी.टी.सी इंदौर को घेरा बंदी कर पकड़ा गया। 

      आरोपीगणों ने पूछताछ के दौरान बताया कि करीब 5-6 साल पहले कैंटरिंग के काम के दौरान उनकी पहचान हुई थी जिसमें वे दोनों एक ही ग्रुप के माध्यम से शादी पार्टियोे में सर्विस देते थे। आरोपी जितेन्द्र ने आरोपिया संगीता को बताया कि उसकी पत्नी पुलिस विभाग में है। आरोपिया संगीता को पुलिस बनने का बहुत शौक था, इसलिये दोनों आरोपियांे ने संगनमत होकर के आवेदिका की वर्दी तथा परिचय पत्र आदि चुराये बाद परित्रय पत्र में कूटरचना कर जाली परिचय पत्र को संगीता के नाम का बनवाया। संगीता ने पुलिस की वर्दी पहनी और लोगांे के साथ ठगी व धोखाधडी की वारदातें करना शुरू कर दिया। आरोपी अपनी पत्नि होने के बाद भी  आरोपिया संगीता के साथ प्रेम संबंध बना कर रहता था। आरोपियान का कृत्य धारा 419, 420, 467, 468, 469, 471, 380, 120-बी भादवि के तहत दण्डनीय पाये जाने से थाना आजादनगर में अपराध पंजीबद्ध किया जाकर आरोपियों के विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।



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