Thursday, January 24, 2019

गणतंत्र दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन में, स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना के तहत चयनित बच्चों द्वारा भी दी जायेगी अपनी प्रस्तुती। स्टूडेंट पुलिस कैडेट्‌स द्वारा लिया जा रहा है परेड मे भी पूरे जोर-शोर से भाग।




इन्दौर-दिनांक 24 जनवरी 2018- स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना के अंतर्गत 19 चयनित शासकीय स्कूलों के 8 वीं कक्षा के बच्चों को इंदौर पुलिस द्वारा पुलिस की सामान्य जानकारी व सामाजिक बातों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी के तहत उनमें देश प्रेम की भावना बढ़ाने व हमारी सांस्कृतिक धरोहर से उन्हे परिचय कराने उद्‌देश्य से, इन स्कूलों में से चयनित बच्चों द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिये पूरे जोश व उत्साह के साथ तैयारी की जा रही है, साथ ही इन स्कूलों के कैडेट्‌स की एक टुकड़ी, गणतंत्र दिवस की परेड में भी अपना कौशल दिखाने के लिये, अन्य सभी फोर्स के साथ कंधे से कंधे मिलाकर चल रही है।
                स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना के अंतर्गत चयनित शासकीय माध्यमिक विघालय पिपल्याहाना स्कूल इन्दौर के बच्चों द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिये, अपनीप्रस्तृती देने के लिये तैयारी की जा रही है। इन बच्चों को मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध मॉडल व कलाकार श्री अर्जुन पालीवाल के नेतृत्व में उनके साथी कोरियोग्राफर श्री नवीन पांचाल व गौतम चौहान द्वारा स्टूडेंट पुलिस कैडेट स्टुडेंट पुलिस केडेट गान - '' पंख नये है, नई है उड़ान, खवाब नये है, नये अरमान '' तैयार करवाया जा रहा है तथा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिये भी प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिसमें महिला प्रधान आरक्षक सुनिता शर्मा द्वारा भी विशेष रूप से सहयोग किया जा रहा है। इन स्कूलों के बच्चों के साथ डीआरपी लाईन इन्दौर एवं पुलिस प्रशिक्षण महाविघालय इन्दौर के नवआरक्षकों द्वारा भी योग का प्रदर्शन किया जा रहा है।
                इसी तरह गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाली परेड के लिये, शासकीय अत्रिदेवी माध्यमिक विघालय, सुदामा नगर इन्दौर व शासकीय उ.मा. विघालय मूसाखेड़ी इन्दौर के बच्चों की एक टुकड़ी पिछले कई दिनों से पूरी मेहनत व लगन के साथ परेड की रिहर्सल कर रही है, जो कि अन्य फोर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर, अपने प्रदर्शन व कौशल को सभी को दिखाने के लिये पूरी तरह से तैयार है।

गौरतलब है कि यह पहली बार हो रहा है कि पुलिस और स्कूलों के बच्चें मिलकर किसी कार्यक्रम की प्रस्तुती इस प्रकार दे रहे है। जो कि पुलिस के अधिक सामाजिक, जनोन्मुखी व बालमित्र होने और इसी के कारण बच्चों की पुलिस के साथ सहजता के साथ उनके और अधिक आत्मविश्वासी होने की दिशा में, यह एक बढ़ता हुआ कदम है।

No comments:

Post a Comment