इन्दौर-दिनांक
18 दिसबंर 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री
हरिनारायणाचारी मिश्र व्दारा फर्जी चैक व दस्तावेजों के माध्यम से लोगों के साथ
होने वाली धोखाधडी की घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी कार्यवाही करने के
निर्देश दिये गये है। उक्त निर्देशों के तारतम्य मे पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर
श्री मो.युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री
अमरेन्द्र सिंह चौहान व्दारा क्राइम ब्रांच की टीमो को इस दिशा में प्रभावी
कार्यवाही हेतु समुचित निर्देश दिये गये ।
क्राइम ब्रांच की टीम को इस कडी मे कार्यवाही
के दौरान सूचना मिली की साकेत नगर स्थित ICICI बैंक की शाखा मे 2 करोड 95
लाख रुपये का फर्जी चैक लगाने वाले प्रकरण में अपराध क्रमांक 435/17धारा
420,467,468,471,511,120-बी भादवि का आरोपी मनंद सोलंकी पिता
स्व. श्री शिवजी सोलंकी उम्र 28 साल नि. 39-ए संचार नगर
थाना कनाडिया जिला इन्दौर, कनाडिया क्षेत्र मे घूम रहा है। उक्त
सूचना पर तत्काल पुलिस टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर देखा तो मनंद सोलंकी उपस्थित
मिला, जिसे थाने लाकर पूछताछ करने पर आरोपी मनंद सोलंकी व्दारा बताया गया
की उसे प्लास्टिक की फैक्ट्री डालने के लिये 3 करोड रुपये की
आवश्यक्ता थी, जिसके लिये उसे लोन चाहिये था। उसके दोस्त शरद
रघुवंशी ने उसे बताया की इरफान नाम का व्यक्ति फोरेन फंडिंग का काम करता है तथा
उसका आफिस बडवानी प्लाजा मे स्थित है, तो शरद रघुवंशी के माध्यम से मनंद
सोलंकी ने इरफान को 3 करोड रुपये का लोन कराने के लिये 8
लाख रुपये इऱफान को दिये थे। किन्तू इरफान ने ना तो लोन कराया ना ही पैसे लौटाये
दबाव डालने पर उसके व्दारा दिनांक 14.12.17 को शरद रघुवंशी के माध्यम से उसे
ब्लैंक चेक ICICI बैंक की
कोरोमंगला शाखा बैंगलोर का हर्बल इंटरनेशनल इंडिया लिमिटेड के नामक कंपनी का खाली
चैक दिया, तो शरद रघुवंशी ने अपने हाथों से मनंद सोलंकी के नाम का चैक भरा तथा 2
करोड 95 लाख कीराशि डालकर चैक को मनंद के साथ जाकर उसके साकेत नगर स्थित
बैंक की शाखा मे डाल दिया। आरोपी मनंद के पिता बैंक नोट प्रेस मे काम किया करते थे
तथा मनंद सीमेंट ट्रेडिंग का काम करता था।
आरोपी शरद रघुवंशी पिता ओमप्रकाश रघुवंशी उम्र 28
साल निवासी म.न. 14-सी आदर्श नगर देवास को पुलिस अभिरक्षा मे लेकर
पूछताछ करने पर उसके व्दारा बताया गया की वह मनंद सोलंकी का बचपन का दोस्त है तथा
बैंक से लोन दिलाने का काम कमीशन पर करता है। इरफान से उसकी मुलाकात भी बैंक लोन
कराने के कारण हुयी थी। वह इरफान को विगत एक साल से जानता है। उसने मनंद सोलंकी को
3 करोड का लोन सेक्शन करवाने के लिये 8 लाख रुपये
इरफान को 7 माह पहले दिलवाये थे। इरफान ने ना तो मनंद का लोन करवाया ना ही उसके
पैसे लौटाये, इसलिये उसने इरफान पर पैसे लौटाने का दबाव
बनाया तो इरफान ने उसे ICICI बैंक
की कोरोमंगला शाखा बैंगलोर का हर्बल इंटरनेशनल इंडिया लिमिटेड कंपनी के नाम का
खाली चैक दिया तथा बोला की उसे वह भर ले। जिस पर उसने चैक भरकर अपने दोस्त मनंद
सोलंकी को देकर बैकं मे डलवा दिया था।
विगत
कुछ दिन पूर्व दिनांक 09.12.17 को भी मुंबई के उस्मानाबाद जिले मे
आनंद नगर थाने पर भी इसी कंपनी के चैक की कूटरचना कर फर्जी तरीके से पैसे निकालने
की घटना सामने आयी थी, जिस पर से सात आरोपीगण को गिरफ्तार कर फर्जी
चैक जप्त किया गया था। उक्त घटना मे प्रयुक्त चैक की सीरीज व इंदौर मे एमआईजी थाने
मे घटी घटना के चैक की भी सीरीज काफी हद तक समान है। अतः यह कहना गलत नही होगा की
इस घटना के तार मुंबई से जुडे हैं। कुछ दिन पूर्व पुलिस थाना एमआईजी मे भी तीन
लोगो के विरुध्द फर्जी चैक मालव परिसर स्थित शाखा मे लगाने पर धोखाधडी का केस दर्ज
किया गया है।
आरोपी इरफान पठान पिता अनीश पठान उम्र 31
साल
निवासी आजाद नगर की तलाश के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। इनके संबंध मे
जानकारी मिली है कि उसके पिता अनीश पूर्व मे वाहन चोरी के अपराध मे कई बार बंद हुआ
है तथा इरफान भी एक बार कम्प्यूटर चोरी के मामले मे बन्द हो चुका है। आरोपी इरफान
पठान एमआईजी थाने के केस मे भी फरार है।
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