Saturday, June 17, 2017

फिरोती के लिये किये गये अपहरण का पर्दाफाश, इंदौर पुलिस द्वारा 48 घण्टें मे आरोपियो को किया गिरफ्तार



इन्दौर-दिनांक 17 जून 2017- शहर में लसुडिया क्षेत्रान्तर्गत रहने वाले राजेंद्र शिंदे के अपहरण पर उप पुलिस महानिरीक्षक श्री हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर उक्त अपहरण का पर्दाफाश करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश पर पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री अवधेश गोस्वामी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुर्व जोन-2 श्री राकेश सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शांखा श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा नगर पुलिस अधीक्षक विजय नगर श्री जयंत राठौर द्वारा पुलिस थाना लसुडिया व क्राइम ब्रांच की सयुक्त टीम का गठन कर तत्काल गुमइँसान की तलाश कर दस्तयाव करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये।
घटना दिनांक 15.06.17 को प्रात 01.30 बजे सूचनाकर्ता कुनिका शिंदे पिता राजेन्द्र शिंदे उम्र 16 साल नि. 826 स्कीम न 114 पार्ट 1 के द्वारा थाना प्रभारी लसुडिया जो कि गस्त में थे, को आकर बताया कि उसके पिता राजेन्द्र शिंदे दिनांक 13.06.17 को अपनी कार से खरगौन के लिए गये थे जो अभी तक घर नहीं लौटे ह तथा उनका मोबाईल भी बंद हैं। फरियादी की सुचना पर लापता व्यक्ति अपराध क्र 89/17 पर कायमी कर जांच में लिया गया । थाना प्रभारी लसुडिया द्वारा लापता व्यक्ति की तलाश में विभिन्न टीमों का गठन कर टीमों को सीसीटीवी फुटैज व अपराध शाखा से सी डी आर प्राप्त करने हेतु तत्काल भेजा गया। इस पर  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा तत्काल ही राजेन्द्र शिंदे से संबंधित सभी मोबाईल नम्बर की सी डी आर पर कार्य करने हेतु पृथक टीम लगाई गई ।

पुलिस टीम द्वारा पीथमपुर टोल टैक्स पर घटना दिनांक के सीसीटीवी फुटैज देखने पर दिनांक 13.06.17 को 13.01 बजे राजेन्द्र शिंदे महु की तरफ अपनी कार में जाते हुए दिखाई दिये। जिनके साथ गाड़ी में दो महिलायें भी थी, आगे बैठी महिला ने काला कुर्ता पहन रखा था तथा पीछे बैठी महिला नें हाफ बाह का पीला कुर्ता पहन रखा था। पुलिस टीम द्वारा 08 घण्टे के फुटैज देखने पर रात्रि 20.22 बजे वही कार क्र एमपी 09 सीपी 1957 महु की तरफ से वापस आते हुए दिखी, लेकिन इस बार गाड़ी को काले कुर्ते वाली महिला चलाती दिखी जिसके बाजू वाली सीट पर पीले सलवार सूट वाली महिला बैठी थी। लेकिन कार में राजेन्द्र शिंदे दिखाई नहीं दिये। फुटैज देखने पर मामला गंभीर प्रकृति का प्रतीत होने पर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। इसी बीच राजेन्द्र शिंदे के परिजनों द्वारा फुटैज देखकर बताया गया की राजेन्द्र शिदें के साथ जो महिला काले सलवार सूट में आगे बैठकर गई थी उसका नाम सारा कुरैशी है जो कि वर्तमान में दुबई में अपने पति के साथ रहती है। वह तीन वर्ष पूर्व राजेन्द्र शिंदे के साथ नोबल हाईजिन कम्पनी इंदौर में कार्य करती थी। इस पर पुलिस टीत द्वारा तत्काल ही सारा कुरैशी की तलाश प्रारम्भ की गई तथा उसके सम्पर्क में आऩे वाले सभी लोगो पर अपराध शाखा द्वारा नजर रखी गई । थाना प्रभारी लसुडिया श्री राजेन्द्र सोनी द्वारा सारा कुरैशी से दूरभाष पर चर्चा की जाकर उन्हें पूछताछ हेतु थाना लसुडिया आने को कहा गया जिस पर वह तुरंत तैयार हो गई और 16.06.17 को करीबन शाम 04.30 बजे वह थाना लसुडिया पंहुची। पुलिस टीम द्वारा पूछताछ करने पर बताया कि राजेन्द्र शिंदे के साथ काले कपड़े में वह स्वंय बैठी थी तथा पीछे बैठी महिला उसकी सहेली उज्मा अँसारी थी। सारा ने बताया कि वह 3 वर्ष पूर्व 2 साल तक  राजेन्द्र शिंदे के अधीनस्थ नोबल हाईजिन कम्पनी में कार्य करती थी और उसकी इस दौरान राजेन्द्र शिंदे से नजदीकी संबंध हो गये थे। लेकिन 3 वर्ष पूर्व पाकिस्तानी नागरिक मतीन जो की दुबई में अकाण्टेंट है, से शादी हो जानेपर वह दुबई में रहने लगी थी। जब भी भारत अपने घर उज्जैन आती तो राजेन्द्र शिंदे से मिलती-जुलती व साथ में घूमना फिरना ड्रिंक करना मौज मस्ती करना आदि करती थी। इस बार भी वह 8-9.5.17 को दुबई से उज्जैन आई थी तथा लगातार राजेन्द्र के संपर्क में रहकर जावरा, अजमेर, महेश्वर, इंदौर आदि स्थानों पर मौज-मस्ती कर रही थी। सारा ने बताया कि 12.06.17 को राजेन्द्र शिंदे ने बताया था कि वह अपने कार्य से महेश्वर खरगौन जाने वाला है। जिस पर सारा ने कहा कि वह भी साथ जायेगी क्योंकि उसे महेश्वर से साड़ी खरीदना है। 13.06.17 को करीब 11.30 बजे वह अपनी सहेली उज्मा के साथ इंदौर आकर उसने राजेन्द्र शिदें को फोन करके कहा कि वह इंदौर आ गयी है, और पिपल्याहाना चौराहे पर ख़ड़ी हैं जिस पर करीबन 12.30 बजे राजेन्द्र शिंदे अपनी कार से वहां पंहुचे और उन दोनों एवं उज्मा के बच्चें को लेकर महेश्वर पंहुच गये। जंहा राजेन्द्र ने उसे तथा उज्मा को एक रिट्रीट होटल में खाना खाने के लिए छोड़ा और कहा कि वह अपना काम निपटा कर थोड़ी देर में आता है। सारा ने बताया कि करीबन 45 मिनट बाद जब राजेन्द्र शिंदे नहीं आया तो सारा ने उसे फोन लगाया कॉन्टेक्ट होने परराजेन्द्र ने पूछा कि कहां हो जिस पर सारा ने कहा की हम बैंगलोरी बाबा की दरगाह पर है और दरगाह आने का रास्ता बताया लेकिन राजेन्द्र वहां नहीं पहुंचा। दोनो के द्वारा करीब 05.30 बजे तक इंतजार किया तथा कई बार फोन लगाया लेकिन कॉन्टेक्ट नहीं हुआ, जिसके बाद सारा ने राजेन्द्र को 4-5 एसएमएस भी किये। जब राजेन्द्र शिंदे वहां नहीं पहुचें तो वह अपनी सहेली उज्मा के साथ बस में बैठकर इंदौर आई और इन्दौर से बस बदलकर दोनों उज्जैन पंहुच गई ।
                      सारा की बातों पर शक होनें पर पुलिस टीम द्वारा उज्मा को फोन लगाकर बात की, जिस पर उसने बताया कि वह उज्जैन में अमृत पैलेस होटल में रुकी हुई है। उसका ससुराल इंदौर नयापुरा में है, तथा ससुराल पक्ष से उसका विवाद चल रहा है। पुलिस टीम द्वारा उज्मा को तलब करने पर वह कुछ समय बाद बिना हिनहवाला किये थाना लसुडिया पंहुच गई। पुलिस टीम द्वारा पूछताछ करने पर उज्मा ने सारा की कहानी दोहराने पर एक 1 बात अलग बतायी की वह महेश्वर से जिस बस में बैठी थी उसी से उज्जैन गई थी। जबकि सारा के मुताबिक वे सरवटे बस स्टैण्ड इन्दौर से बस बदलकर गई थी। दोनों के बयान में यह एक बड़ा अंतरआने से दोनों से गहरी पूछताछ देर रात महिला थाने में की गई। जंहा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राकेश सिंह एवं अतिरक्ति पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री अमरेन्द्र सिंह के समक्ष सारा एवं उज्मा को सीसीटीवी फुटैज एवं पुलिस को प्राप्त अऩ्य जानकारियों को चतुराई पूर्वक रखकर चर्चा करने पर सारा अपने पूर्व कथन पर अडिग रही लेकिन उज्मा टूट गई। और उसने बताया कि, वह दोनों दरगाह पर थी। तब करीब 04.45 बजें सारा बाहर गई व 10 मिनट बाद लौटकर भी आ गई थी। और बोली कि चलो शिंदे जी तो आये नहीं, दोनों घऱ चले। जब वे दोनों दरगाह से बाहर आयी तो सरफराज नाम का एक लड़का राजेन्द्र शिंदे की कार लेकर आया था जिसमें बैठकर सारा और उज्मा इंदौर आये थे। तथा चौईथराम चौराहे के पास किसी गली में सारा नें उक्त कार एक सुने मकान के सामने खड़ी कर दी एवं वे दोनों चंदन नगर स्थित उज्मा के कमरे पर आटो से गई थी, वंहा से सारा ने 3-4 लड़कों से बात की और फिर वे दोनों रात में ही उज्जैन लौट गई थी ।
            अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा द्वारा थाना प्रभारी को सीडीआर से मिली जानकारी से बताया कि घटना दिनांक को सारा और उज्मा से सरफराज, सादिक व अन्य 1-2 लोग लगातार सम्पर्क में रहे हैं। इस महत्वपूर्ण बिंदू को ध्यान में रखते हुए थाना प्रभारी एवं क्राईम ब्रांच की संयुक्त टीम द्वारा उज्मा को साथ लेकर उसके ग्रीन पार्क चन्दन नगर स्थित कमरे पर पंहुचे। जंहा अन्दर से दरवाजा बंद होने पर दरवाजा खटखटाने पर एक लड़के ने थोड़ा सा दरवाजा खोला, पुलिस टीम बलपूर्वक अंदर घुसी। कमरे में हल्की रोशनी थी, लाईट जलाकर देखा तो 2 लड़के बाहर वालें कमरे में बैठे थे। मकान की तलाशी करने पर अगले कमरे में एक आदमी अस्त-व्यस्त सेंडो बनियान पहने जमीन पर पड़ा हुआ था , उसकी दाड़ी बड़ी हुई थी। पुलिस द्वारा पूछने पर उसने अपना नाम राजेन्द्र शिंदे बताया। शिंदे ने बताया कि उसे यहा पर 13.06.17 की रात से लाकर रखा गया है। उसे 4-5 लड़के एक गाड़ी में महेश्वर दरगाह से चाकू की नोक पर धमका कर यहां लाये थे, तभी से वह यहां बंद है। उसे आरोपियों द्वारा नींद का इंजेक्शन दिन में 3 बार लगाते हैं, यह भी बताया कि जो लड़के उसे लाये थे, उसमें से 2 लड़के जो रुम में मौजूद है वह थे। पुलिस टीम द्वारा लड़कों से नाम पूछने पर उन्होनें अपने नाम 1. गोलू शेख पिता सलीम शेख व 2. शुभमपाल पिता कैलाश पाल होना बताया। पुलिस द्वारा तलाशी पर गोलू शेख के पास कमर में घूसा एक चाकू बरामद हुआ तथा कमरे में एक काम्पोस के इंजेक्शन का पैकेज, एक सिरिंज, शराब की बोतल, रस्सी तथा राजेन्द्र शिंदे का एक बैग भी मिला जिसे पुलिस ने विधिवत जप्त किया ।
         पुलिस टीम द्वारा राजेन्द्र शिंदे को सांत्वना देकर पूछताछ करने पर जो कहानी सामने आयी उसके मुताबिक, सारा कुरैशी उसके अधीनस्थ काम करती थी। सारा से शिंदे के नजदीकी संबंध थे। जब सारा की शादी हो गई, वह जब भी दुबई से आती तो राजेन्द्र शिंदे से मिलती थी और दोनों घूमते-फिरते एवं मौज-मस्ती करते थे। घटना दिनांक को वह सारा कुरैशी, उज्मा तथा उज्मा के छोटे बच्चें को लेकर महेश्वर गया। उक्त कहानी को दोहराकर   राजेन्द्र शिंदे ने बताया कि वह दरगाह पर पहुंचा जंहा उसे सारा व उज्मा नहीं दिखी, उसने सोचा की अन्दर होगी और बाहर आती होंगी। वह अपनी कार में बैठकर सारा व उज्मा के आऩे का इंतजार कर रहा था कि तभी एक लड़के ने आकर उसकी गर्दन पर चाकू अड़ाया , उसे बाजू वाली सीट पर ढकेला तथा पीछे से दो लड़के गाड़ी में बैठ गये और राजेन्द्र को पीछे खींचकर बैठालिया। एक लड़का कार की बोनट के पास खड़ा था, तभी सारा दरगाह से बाहर आयी और ड्रायवर सीट के बाजू वाले लड़के से बोली कि, सरफू इसे ग्रीन पार्क वाले कमरे में हाथ पांव पांधकर पटक देना, और अभी दवा दारू भी कर दे। जिस पर सरफू नाम के लड़के ने वंही गाड़ी में राजेन्द्र शिंदे को एक इन्जेक्शन लगाया और एक गोली खिलवाई , फिर सारा दरगाह में चली गई। थोड़ी देर राजेन्द्र शिंदे को उसी की कार में लेकर जाने के बाद जब शिंदे को नींद सी आऩे लगी तब गाड़ी रुकी और उन लड़कों नें शिंदे को दूसरी गाड़ी में बैठाया और शिंदे की गाड़ी वंही रास्ते में खड़ी कर दी जब शिंदे को लड़कों ने एक कमरे में ले जाकर धक्का दिया तब वह नींद से जागा, उसे एक रोटी खाने को दी । थोड़ी देर बाद वंहा सारा आई बोली शिंदे तुने मेरा बहुत यूज कर लिया मुझे इन्दौर में मकान खरीदना है, तथा मुझे 50 लाख रुपये चाहिए तो ही यहां से जिन्दा घर जायेगा। शिंदे के बोलने पर की वह इतनी बड़ी रकम का इंतजाम अभी कैसे करेगा जिसपर सारा ने कहा की तेरे गायब होने की खबर तेरी बीबी को लगेगी तो वह दौड़ी चली आयेगी, सब इंतजाम कर देगी और उसे धमकाया। वहा शिंदे पर 24 घण्टें दोलड़के मय हथियार के निगरानी रखते तथा दिन में तीन बार नींद के इंजेक्शन लगाते। दिनांक 16/06/17 की रात करीबन 08.00 बजे शिंदे को एक लड़का रोटी देने आया तो बोला तेरी बीबी आ गयी है अब जब भाई का फोन आयेगा तब तू छूटेगा, भाई नें कहा की सारा मैडम तेरी बीबी से तेरी बात करवा देगी।  लेकिन शिंदे की किसी नें कंही कोई बात नहीं करवाई और देर रात कमरे में पुलिस पंहुच गई।
              इस प्रकार पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए 48 घण्टें के अन्दर राजेन्द्र शिंदे को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराकर 1. गोलू शेख पिता सलीम शेख निवासी गरीब नवाज कालोनी छोटा बांगडदा थाना एरोड्रम इंदौर 2. शुभम पाल पिता कैलाश पाल निवासी 281 गरीब नवाज कालोनी छोटा बांगडदा थाना एरोड्रम इंदौर तथा इस अपहरण की मास्टर माईंड सारा पति सैय्यद मतीन अहमद निवासी. 25/17 महाकाल नगर हटी फाटक रोड उज्जैन तथा साजिश व घटना में शामिल उसकी सहेली उज्मा पति फैजल अंसारी उम्र 26 साल नि. प्लाट न 8 न्यू कबड़खाना भोपाल को गिरफ्तार कर अपराध में उपयोग की गई दोनों कार बरामद करने में सफलता हासिल कर ली है तथा शेष तीन आरोपी सादिक,सरफाराज व उसका एक अन्य साथी की तलाश में पुलिस टीम सरगर्मी से जुटी है।
             पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से राजेन्द्र शिंदे का सोने का ब्रेस्लेट, चैन, लाकेट, घड़ी, मोबाईल एवं पर्स बरामद किया जाना शेष है, जो कि सारा ने भोपाल इंदौर के बीच किसी स्थान पर छुपाना बताया हैं।

             फिरोती के लिए अपहरण की इस सनसनीखेज घटना का खुलासा करने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी लसुडिया श्री राजेन्द्र सोनी, महिला आरक्षक निर्मला, उनि अनुराग लाल, प्र.आर. गोविन्द खिची, आर. शैलेन्द्र मीणा, आर. धीरेन्द्र एवं अपराध शाखा के उनि बलराम रघुवंशी, सउनि नाथुराम दुबे, प्र.आर. राजभान, योगेन्द्र चौहान, आर. विनय सूर्यवंशी, आर. सुभाष सूर्यवंशी आर. हिर्देश शर्मा व विनय प्रताप सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण  व सराहनिय भुमिका रही । 

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