Wednesday, June 7, 2017

फर्जी दस्तावेज बनाकर वाहन फाईनेंस कराकर धोखाधड़ी करने वाला गिरोह क्राईम ब्रांच की गिरफ्त में चार आरोपियों से लगभग दस लाख रु मूल्य के 16 दोपहिया वाहन बरामद



इन्दौर-दिनांक 07 जून 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा शहर मे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फाईनेंस करवाकर धोखाधड़ी करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश पर पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रा्‌ंच इंदौर श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा उप पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच एवं थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच की टीमों को इस दिशा मे प्रभावी कार्यवाही करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
मंगलसिटी विजय नगर स्थित एल.एन.टी. फायनेस कम्पनी के आशीष तिवारी द्वारा पुलिस थाना विजय नगर पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि इंदौर शहर मे कुछ अपराधियो द्वारा फर्जी नाम पते के दस्तावेजो के आधार पर एक्टिवा गाडीयाँ फायनेस कराई गई है तथा उन्हे दूसरे लोगो को बेच दिया गया है। उक्त गाड़ियों के फायनेस की किश्ते भी कम्पनी को जमा नही की जा रही है। उक्त वाहनों के दिये गये पतो पर वाहनों की किश्त लेने कंपनी के कर्मचारी पहुंचे तो उन पतो पर वाहन फायनेस कराने वाले व्यक्ति रहना नही पाये गये। इस प्रकार गिरोह के सदस्यो द्वारा मात्र डाऊनपैमेन्ट की राशि जमा कर फर्जी नाम-पते के दस्तावेज लगाकर करीब 15-20 एक्टिवा वाहन फायनेस कराये गये एवं इनकी किश्ते भी कम्पनी को जमा नही की जा रही है तथा वाहन मालिक और वाहनो का भी पता नही चल रहा है। फरियादी की रिपोर्ट पर से पुलिस थाना विजय नगर पर अपराध धारा 419,420,467,468,471,120बी भादवि का अपराध पंजीबध्द किया जाकर विवेचना थाना विजयनगर द्वारा की जा रही है।
क्राईम ब्राच की टीम द्वारा इस गिरोह के बारें में पतारसी हेतु पूर्व मे पकडे गये वाहन चोरों आदि की जानकारी निकालने पर अपराधी जमालउद्दीन, शावेज के बारें में पता चला कि ये पूर्व मे भी थाना परदेशीपुरा मे पकडे गये थे तथा इनसे 7 वाहनो की बरामदगी हुई थी। इन आरोपियो की जानकारी प्राप्त करने पर ज्ञात हुआ कि आरोपी जमाल और सावेज जेल से छूटकर जमानत पर है इनकी जानकारी हेतु मुखबीर लगाये तो ज्ञात हुआ कि संज़य मिश्रा जो कि हुकुमचंद कालोनी इंदौर मे रहता है और जमाल एवं सावेज से नई गाडियाँ लाता है, जिन्हे एक दो दिन घर मे रखकर ग्राहक ढूढकर बेच देता है। इस सूचना पर संजय मिश्रा को पकडा गया, पूछने पर उसने बताया कि सावेज, साईराम उर्फ इकबाल, जमाल पुराने साथी नीरजचौहान के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर कम्पनी से गाडियां फायनेस कराया करते थे, और उन्हे आरोपी संजय मिश्रा के माध्यम से कम कीमत पर बेच दिया करते थे।
उक्त जानकारी के आाधर पर क्राईम ब्रांच द्वारा टीम का गठन किया गया। क्राईम ब्रांच की टीम व थाना विज़य नगर पुलिस द्वारा संयुक्त रुप से कार्यवाही करते हुये फर्जी दस्तावेज बनाकर एक्टीवा टूव्हीलर वाहनो का फायनेस करने वाले शातिर बदमाश 1. जमालउद्दीन  पिता मैहराज उद्दीन शेख निवासी नया बस स्टैण्ड सुसनेर, 2. शावेज पिता अल्ताफ खान निवासी जुनारिसाला इन्दौर, 3. संजय पिता कबीर मिश्रा निवासी हुकमचंद कालोनी इन्दौर तथा 4. इकबाल उर्फ साईराम निवासी धर्मराज कालोनी एरोड्रम को गिरफ्तार कर 16 एक्टिवा गाडी बरामद की गयी है।
पूछताछ पर आरोपीगणों ने बताया कि, जमालउद्दीन शेख तथा सावेज खा दावारा नीरज चौहान से फर्जी कागजात तैयार कर दस्तावेजों के आधार पर संजय मिश्रा से पैसे लेकर डाउन पेंमेंट जमा करते थे तथा गलत नाम पते के दस्तावेज सत्यापित कर वाहन फाईनेंस करा देते थे और वाहन जमालउद्दीन एवं सावेज को उपलब्ध कराते थे। फिर संज़य पिता कबीर मिश्रा ग्राहको को ढूढ़कर वाहन कम दाम पर बेच देते थे। आरोपीगण की निशादेही पर  पुलिस द्वारा 16 एक्टिवा गाडीयाँ बरामद की गयी हैं। आरोपीगणो के मैमोरेडम पर बेचे गये वाहनो को भी बरामद किया गया है।
आरोपी सावेज जुना रिसाला का रहनेवाला है और रेडीमेड होलसेल का काम करता है। जमाल शर्ट सिलने का काम सुसनेर मे करता है, आरोपी संजय मिश्रा दर्पण बनाने का काम करता है। परवेज की फ्रीज सुधारने की दुकान अंतिम चौराहा पंचकुईआ मे है तथा इकबाल उर्फ साईराम इसी की दुकान मे काम करता है। इस प्रकार उक्त सभी आरोपी अलग-अलग प्रकार के काम करते है लेकिन ये सभी मिलकर फर्जी दस्तावेजो के आधार पर फायनेंस कर धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे, जिन्हे क्राईम ब्रांच द्वारा धरदबोचा गया। गिरोह का एक साथी परवेज अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। पुलिस द्वारा की जा रही जांच के दौरान फायनेंस कम्पनी के कुछ एजेंटो की भूमिका भी संदिग्ध लगी है, साक्ष्य मिलने पर उनके विरूद्ध भी कार्यवाही की जायेगी। पुलिस द्वारा उक्त फर्जीवाड़े के संबंध में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
         उक्त गिरोह का पर्दाफाश कर आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच एवं थाना विजयनगर की टीम की सराहनीय भूमिका रही।



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