इन्दौर-दिनांक
12 मार्च 2017-पुलिस थाना खजराना को दिनांक 09.03.17 को
रात्रि में करीब 10.00 बजे सूचना प्राप्त हुई कि पाकिजा लाईफ स्टाईल
के सामने स्थित जमीन पर बने एक कमरे मे कोई महिला की लाश पडी है। उक्त सूचना पर
तत्काल पुलिस द्वारा वहां जाकर देखा तो उक्त लाश 04-05 दिवस पुरानी
होकर शव मे से बदबू आ रही थी तथा शव पहचान मे नही आ रहा था, मृतिका का शव
डिकम्पोज हो चुका था इस कारण से शव को पहचानना पुलिस के लिये चुनौतीपूर्ण कार्य
था। महिला का एक हाथ ओर एक पैर दुपट्टे से बंधा होने के कारण व घटनास्थल की
परिस्थियों को देखकर ऐसी शंका पैदा हुई कि अज्ञात बदमाश द्वारा हत्या कर दी गई है।
उक्तपरिस्थियों को देखते हुये वरिष्ठ अधिकारियों एवं एफ.एस.एल टीम द्वारा भी बारिकी से घटनास्थल का निरीक्षण किया
गया।
चूंकि शव महिला का होकर लगभग सड चुका था,
जिसकी
शिनाखत करना बड़ा ही चुनौतीपूर्ण कार्य था, शव के हुलिये आदि को देखकर प्रथम
दृष्टया महिला मुस्लिम वर्ग की प्रतीत हुई। पुलिस द्वारा सभी थानों एवं पुलिस के
नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों एवं खजराना नागरिकगणों को सूचना दी गई, जिसमें
एक महिला द्वारा हुलिया के आधार पर पहचानना बताया जिस पर शव कि शिनाखतगी कराई गई।
उक्त पर से थाना खजराना पर मर्ग क्र. 12/17 धारा 174 जा.फौ का
पंजीबद्ध कर मृतिका अफरोज उर्फ अप्पू पति सलमान अब्बासी उम्र 18
साल निवासी 01,हबीब कालोनी खजराना इंदौर होना पाया गया। शव की
पीएम रिपोर्ट मे मृतिका की मौत उसके सिर मे चोंट लगने व गला घोंटने से होना पाया
गया। जिस पर थाना खजराना पर अप. क्र. 220/17 धारा 302,201
भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। घटना की गंभीरता को देखते पुलिस उप
महानिरीक्षक इन्दौर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा उक्त अंधेकत्ल का पर्दाफाश
करने के लिये, पुलिस अधीक्षक (पूर्व) श्री अवधेशकुमार
गोस्वामी के मार्गदर्शन मेअति. पुलिस अधीक्षक (पूर्व) जोन-2 श्री राकेश
कुमार सिंह व नगर पुलिस अधीक्षक खजराना श्री गोपाल सिंह धाकड के नेतृत्व मे एक टीम
गठित कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये तथा पतारसी हेतु 20,000/- रूपये
के ईनाम भी उद्घोषित किया गया।
पुलिस टीम द्वारा मृतिका की शिनाखतगी होने पर,
मृतिका
से जुडे़ सभी लोगों व परिस्थियों के बारें में जानकारी प्राप्त की गयी तो उसामे
पता चला कि मृतिका अपने पति सलमान के साथ निकाह कर हबीब कालोनी खजराना मे रह रही
थी, उसके पति सलमान के खजराना के एक प्रकरण मे जेल जाने के बाद खजराना मे
ही छोटू के यहां रहने लग गई थी। पूछताछ मे घरवालों ने यह भी बताया कि वह घर से
निकलकर कहीं भी घूमती फिरती रहती थी। घरवालो से पूछताछ पर सबसे महत्वपूर्ण कडी
मृतिका की खाला एवं उसकी नानी जिन्होने बताया कि कुछ दिन पहले सना एवं मृतिका का
झगडा रफीक पिता रशीद खान (32) निवासी न्यू लक्ष्मीनगर ग्रीनपार्क
कांकड चंदननगर इंदौर एवं मृतिका का सौतेला पिता रफीक पिता नत्थे खान निवासी सिरपुर
कांकड चंदननगर से होना बताया।
उक्त जानकारी के आधार पर पुलिस टीम द्वारा जब
रफीक पिता नत्थे खान को लाकर पूछताछ की गईतो पहले तो आनाकानी की गयी बाद मे सखती
से पूछताछ पर आरोपी द्वारा बताया गया कि मृतिका दुश्चरित्र महिला थी, उसके
कई लोगो से सम्पर्क थे, मृतिका को उसकी मौसी ने अन्य युवक के साथ
आपत्तिजनक अवस्था मे रफीक के घर सिरपुर पर देखकर उसने रफीक को यह बात बताई थी।
आरोपी रफीक पिता नत्थे खान द्वारा उक्त हत्या
के संबंध मे खुलासा किया कि वह अपनी पत्नी सायरा से बहुत प्यार करता है तथा मृतिका
अफरोज जो कि उसकी सौतेली बेटी है तथा उसकी एक ओर बहन फिरदोस को सायरा का आरोपी के
साथ रहना पसंद नही था। पूर्व मे इन दोनो बहनों द्वारा उसके खिलाफ जनसुनवाई व थाना
चंदननगर मे भी शिकायते की गई थी, जिसके तहत थाना चंदननगर द्वारा आरोपी
के विरूद्ध कार्यवाही की गई थी। हद तो तब हो गई जब एक दिन सना व मृतिका के द्वारा
आरोपी को डण्डों से मारपीट की एवं आरोपी के दोस्त रफीक का आटो फोड दिया और आरोपी
रफीक के ऊपर पेट्रोल डाल दिया जिसके बाद वह भाग गया। आरोपी कि पत्नी सायरा को उसके
साथ ना रहने के लिये भडकाना आदि के कारण आरोपी बहुत अधिक परेशान हो चुका था। जब
रफीक ने अपने आटो को ठीक कराने के लिये आरोपी से पैसे मांगेतो आरोपी रफीक ने अपना
मोबाइल बेचकर उसके आटों के पैसे चुकाये। जब आरोपी बहुत ज्यादा ही परेशान हो गया तब
उसने रात्रि मे योजना बनाई कि दोनों बहनों को खत्म कर दिया जाये। इस पर वह अपना
आटो लेकर खजराना मृतिका के घर पहूंचा जंहा पर वह अकेली, नशे कि हालत मे
थी, जिसको उठाकर आटो मे ले जाकर अपने बनियान से अफरोज का गला घोंटकर
हत्या कर दी ओर लाश पाकिजा कालोनी बायपास पर बने कमरे मे फेंक दिया। उसके बाद मे
आटो लेकर बस स्टेण्ड पहुंचा वंहा आरोपी ने आटो की साफसफाई कर सुबह घर चला गया। साथ
ही आरोपी रफीक द्वारा घटना में प्रयुक्त बनियान को दिखाने पर अपना होना बताया। इसी
के साथ मृत्यु पूर्व अफरोज द्वारा झडप मे आरोपी के गले पर नाखुनों से खरोंचने के
निशान होना पाये गये, जिसके
बारे मे पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि उक्त निशान मृतिका अफरोज का जब वह गला दबा
रहा था, तब उसने संघर्ष किया था उसके है।
उक्त अंधेकत्ल का पर्दाफाश करने मे वरिष्ठ
अधिकारियों के मार्गदर्शन में न.पु.अ खजराना श्री गोपाल सिंह धाकड के नेतृत्व में
थाना प्रभारी खजराना श्री कमलेश शर्मा, उनि श्यामिकशोर त्रिपाठी, उनि
अभिषेक सिंह गुर्जर, सउनिनंदकिशोर दुबे, प्रआर.2833
नरेन्द्रसिंह,
आर.3530
पंकज,
आर.3486
अमित,
आर.3087
प्रवीण
तथा आर. 990 जितेन्द्र की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका
रही।
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