इन्दौर
22 मार्च 2016-पुलिस उप महानिरीक्षक श्री
हरिनारायणाचारी मिश्र इन्दौर शहर द्वारा बताया गया कि इंदौर शहर एवं मध्यप्रदेश के
कई जिलो मे वाहन चोरी की बढती घटनाओ पर अंकुश लगाने एवं प्रभावी कार्यवाही हेतु
अति पुलिस महानिदेशक एसटीएफ एवं अति पुलिस महानिदेशक इन्दौर जोन इन्दौर द्वारा
कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था, जिस पर क्राईम ब्रांच इंदौर एवं
मध्यप्रदेश एस.टी.एफ. को संयुक्त रुप से कार्यवाही की गई। उक्त निर्देश के तारतम्य
में पुलिस अधीक्षक मुखयालय इन्दौर श्री मो.युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिह के नेतृत्व में अभियान
को चलाया गया जिसमें संयुक्त रुप से कार्य कर रही टीमो को प्राप्त महत्वपूर्ण
सूचना पर दबिश देने पर एक अन्तररार्ज्यीय वाहन चोर गिरोह के नौ सदस्यों को मय 22
चोरी के चार पहिया वाहनों के साथ पकडने में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है।
पुलिस टीम द्वारा अभी तक इस गिरोह के 11
आरोपियों- 1. मो. इरफान उर्फ नासिर पिता मो. उमर मंसूरी (37)
निवासी
निजाम स्ट्रीट बिंल्डिग नं. 80/84, सेकेन्ड फ्लोर, रुम नं. 10
भिंडी बाजार मुम्बाई, 2. सैय्यद
नावेद पिताजुल्फीकार अली (45) निवासी फ्लेट नं. 204
बिल्डिंग नं. 22-बी विंग कपाडिया नगर सी.एस.टी. रोड कुर्ला
(वेस्ट) मुम्बई, 3. मोहम्मद रफीक पिता अब्दुल शकूर (52) निवासी
54 सम्राट नगर खजराना इन्दौर, 4. शहजाद पिता
अब्दुल वहीद (37) निवासी 2312 मालवीय नगर
इन्दौर, 5. मोहम्मद अली पिता मो. मंसूरी (35) निवासी
अमरूह नगर दरगाह गली रोड शिवाजी नगर बुमराह मुम्बई, 6. गुलाम साविर
पिता गुलाम मोहम्मद शेख (43) निवासी ओमकार स्वरूप सोसायटी प्लाट न. 814 सी
7 कांदीवली मुम्बई, 7. प्रवीण जैन पिता हुकुमचंद जैन (28)
निवासी
पुराना बस स्टेन्ड गंजबासोदा जिला विदिशा, 8. जुबेर हुसैन
पिता सैयद नाजिर हुसैन (26) निवासी जूना रिसाला अमन चौक 53/2
इन्दौर, 9. कल्लू पिता मजीद खा नि. सम्राट नगर खजराना
इंदौर, 10. सलमान पिता अकरम खांन (26) निवासी
14-15 सातगली उदापुरा इन्दौर तथा 11. राजू उर्फ करण
पिता हीरालाल (35) निवासी ग्राम देवली खरगोन को गिरफ्तार किया गया
है, जिनकी निद्गाादेही पर 22 वाहन कुल किमती लगभग तीन करोड रुपये
के जप्त किये जा चुके हैं। जिनकी सूची संलग्न हैं। एवं गिरोह से इतने ही वाहन ओर
मिलने की सम्भावना है।
पुलिस टीम को दिनांक 21.03.17
कोसूचना मिली की अन्तर राज्यीय वाहन चोर एवं ठग गिरोह का सरगना मो. इरफान उर्फ
नासिर एवं सैय्यद नावेद पिता जुल्फीकार अली अपने अन्य 7 साथियो के साथ
क्रमद्गाः वाहन क्रमांक एमएच-30/एएफ-0224 ग्रे कलर की
इनोवा एवं एमएच-48/ए-4212 शेवरले इंज्वाय से इंदौर शहर से अन्य
चार पहिया वाहन चोरी कर ले जाने की नियत से आये हुये हैं। जो अभी रिंग रोड से
बाम्बे हॉस्पीटल की ओर जा रहे हैं। उक्त सूचना पर तत्काल ही क्राईम ब्रांच इंदौर
एवं एसटीएफ की टीम द्वारा घेराबंदी कर दोनो वाहनो से आये बदमाशो को पकडा जाकर इनके
पास मिली इनोवा एवं इन्जाय गाडी की तलाद्गाी लेने पर उक्त इंनोवा गाड़ी के किसी भी
प्रकार के कागजात इंरफान उर्फ नासिर नही दिखा सका एवं उसी गाडी में इरफान के साथी
कल्लू पिता मजीद खा नि. सम्राट नगर खजराना इंदौर के पास से एक रजिस्ट्रेशन बुक
क्रमांक 204606 महाराष्ट्र राज्य द्वारा जारी वाहन क्रं.
एमएच-02/डीजे-7969 जो की डस्टर आर.एक्स.एल. की जिसके साथ मुम्बाई
से देवास मध्यप्रदेश के लिये जारी एन.ओ.सी. के मूल कागजात मिले। इसी प्रकार एमएच-48/ए-4212
शेवरले इन्जाय के तथा कथित मालिक सैय्यद नावेद अली के द्वारा वाहन के कागजात
मांगने पर उसके द्वारा वाहन का ठाणे (मुम्बई) द्वारा जारी एन.ओ.सी. की मूल प्रति
एवं वाहन ट्रासंफर के अन्य मूल कागजात सपथ पत्र, शपथ ग्रहिता मो. जाहिद नि. महात्मागॉधी
मार्ग बडनगर जिला उज्जैन के हस्ताक्षर युक्त प्राप्त हुआ।
गिरोह सरगना इरफान उर्फ नासिर वर्ष 2010
में कार किंग नाम से मुम्बई में अपनी एक ट्रेव्ल्स ऐजेंसी खोली थी जिसकी आड में
बदमाश ने किराये पर टेक्सी के रुप में कई चार पहिया लग्जरी वाहनो को अपने
ट्रेव्ल्स में अटैच कराकर फर्जी तोर से कागजो की एन.ओ.सी. तैयार कर मध्यप्रदेश,
राजस्थान
एवं गुजरात प्रांतो में बेचा था। जिसके विरुद्ध वर्ष 2011 में दो आपराधिक
प्रकरण मुम्बई में पंजीवद्ध हुये थे। वर्ष 2012 में आरोपी के
विरुद्ध एक प्रकरण वर्ष 2014 में तीन आपराधिक प्रकरण है। पकडे गये
गिरोह के लगभग सभी सदस्यो के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण पंजीवद्ध हो चुके हैं। वर्ष 2014
में इन्ही आरोपियो से मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यो के लगभग 110
वाहन पुलिस थाना साकीनाका मुम्बई में बरामद हुये थे। जिनमे इंदौर व खरगोन से कई
वाहन जप्त किये गये थे, पकडे गये सभी आरोपीयो से संघन पुछताछ की जा रही
हैं जिनसे अभी कई वाहन मिलने की सम्भावना हैं।मुखय तथ्य है कि यह गेंग मुम्बई,
इन्दौर,
भोपाल
एवं आसपास के क्षेत्रों से ऑपरेट करती है। मुम्बई से चोरी एवं फॅायनेंस किये गये
वाहनों को फर्जी कागजात तैयार कर मध्यप्रदेश के जिलों में बेचा जाता था।
मध्यप्रदेश के इन्दौर व भोपाल जैसे शहरों से चोरी किये गये वाहनों को मुम्बई व
गुजरात में बेचा जाता था। गैंग मे फर्जी कागजात तैयार करने वाले एवं अन्य सरगना जो
मुम्बई एवं अन्य शहरों के है जिनकी तलाश की जा रही है।
No comments:
Post a Comment