इन्दौर-दिनांक
23 जनवरी 2017-इन्दौर पुलिस द्वारा प्रारंभ किये गये
संवाद कार्यक्रम के अन्तर्गत आज दिनांक 23.01.17 को 11.00 से
12.00 बजे तक उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणा चारी मिश्र
द्वारा सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक, श्री विनय कुमार अग्निहोत्री एवं श्री
डी.के. रावत अनुविभागीय अधिकारी सनावद औंकारेश्वर परियोजना खंडवा के साथ संवाद
किया गया।
श्री
विनय कुमार अग्निहोत्री के साथ संवाद के महत्वपूर्ण
अंश निम्न है-
1. इंदौर पुलिस की पहल ''संवाद'' काफी प्रशंसनीय
है। शेष अन्य जिलो को भी इस पहल को लागू करना चाहिये जिससे पुलिसिंग को और बेहतर
बनाया जा सके।
2. यातायात व्यवस्था में पूरी तरह से सख्ती
होना चाहिये। यातायात पुलिस द्वारा जो ई-चालान की कार्यवाही की जाती है, जिसमें
संबंधित व्यक्ति के पास चालान लगभग 3-4 माह बाद पहुंचता है जिससे ई-चालान की
कार्यवाही का प्रभाव लगभग खत्म हो जाता हैं। इस संबंध में ई-चालानी कार्यवाही
त्वरितगति से किये जाने हेतु संबंधित को निर्देशित करने का कष्ट करें साथ ही मौके
पर नियमों का उल्लघंन करने पर चालानी कार्यवाही का प्रभाव पड़ेगा।
3. ड्रंक एंड ड्राईव को रोकने के लिये
शहरी व ग्रामीण पुलिस थानों एवं शहर के बाहरी पुलिस थानो जैसे राजेन्द्रनगर,
राऊ,
कनाडिया
इत्यादि के पुलिस थानों में भी ब्रेथ-एनालाईजर प्रदान किये जाये जिससे रोड
एक्सीडेंट पर लगाम लगाई जा सके।
4. यातायात सुरक्षा सप्ताह साल में एक बार
मनाया जाता है। इस संबंध में सुझाव है कि सुरक्षा सप्ताह साल में त्रेमासिक मनाया
जावे और सुरक्षा सप्ताह में सोसायटी के लोगों, स्कूली बच्चों
के अभिभावक तथा अन्य इंजिनियर एंव नवयुवकों को भी शामिल किया जावे।
श्री
डी.के. रावत के साथ संवाद के महत्वपूर्ण अंश निम्न है-
1. श्री रावत द्वारा अपने संवाद की शुरूआत
आम जन के लिये एक पंक्ति से की गई '' ये जिंदगी ना मिलेगी दोबारा, कृपया
शराब पीकर वाहन ना चलाये'' । इसके उपरांत उनका सुझाव है कि
कार्यालय से जो लिफाफे तैयार होते है तथा शासकीय पत्रों में एवं विजिटिंग कार्ड
में एक सील लगाई जावे **Safe Drive, long life- Drive safety** जिससे शासकीय
कर्मचारियों में यातायात जागरूकता लाई जा सके। इस हेतु उन्होनें एक सील भी
कार्यालय को दी गयी।
2. श्री रावत का समस्त समाचार पत्रों से
अनुरोध है कि वे प्रत्येक दिन कम से कम एक स्लोगन अपने पाठको की सड़क सुरक्षा हेतु
अवशय प्रिंट करें तथा व्यापारी जो कैरी बैग तैयार करते है वह भी अपने बैग पर एक
स्लोगन अवश्य छापे तथा पेट्रोल पंप वाले भी अपने बिल में नीचे एक स्लोगन प्रिंट करे
और ए.टी.एम. तथा टोल टेक्स नाको पर भी इस तरह के स्लोगन लगाये जाये जिससे आमजन को
यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जा सकें।
3. श्री रावत का यह भी सुझाव है कि शहर
में रोड किनारे जो भी होर्डिंग्स एवं विज्ञापन लगाये जाये उनमें नीचे एक लाईन का
स्लोगन यातायात जागरूकता का अवश्य लगाया जाये ।
इस कार्यक्रम में आयें दोनों अतिथियों के साथ
संवाद कार्यक्रम बहुत ही सार्थक एवं प्रभावपूर्ण रहा। उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर
द्वारा दोनों अतिथियों का स्वागत करते हुए उन्हें इन्दौर पुलिस के संवाद कार्यक्रम
के स्मृति चिन्ह भेंट किये। इस दौरान प्राप्त सुझावों एव अपेक्षाओं पर उप पुलिस
महानिरीक्षक इन्दौर द्वारा प्रभावी व उचित कार्यवाही करने का आश्वासन देते हुए,
यातायात
पुलिस द्वारा ई-चालानी कार्यवाही के चालान संबंधित व्यक्तियों को शीघ्र पहुंचाने
की व्यवस्था किये जाने संबंधी निर्देश दिये गये। ब्रेथ एनालाईजर हेतु पुलिस
मुखयालय भोपाल को पत्र लिखे जाने एवं शहर के समस्त पुलिस थानों में ब्रेथ एनलाइजर
उपलब्ध किये जाने तथा कार्यालय में सभी शासकीय लिफाफो पर यातायात स्लोगन सील को आज
से ही लगाये जाने संबंधी निर्देश दिये गये।
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