Friday, November 18, 2016

चन्द घण्टों मे लूट का पर्दाफाश, तीन आरोपी पुलिस थाना सेन्ट्रल कोतवाली की गिरफ्त में

           
इन्दौर-दिनांक 18 नवम्बर 2016-दिनांक 17/11/16 को फरियादी चेतन दास व सागर पिता बल्बीदर के साथ रात्री मे करीब 00.30 बजे  थाना आकर बताया कि, आज मैने मेरे भान्जे की दुकान पर काम करने वाले सागर करे को अपनी एक्टीवा नम्बर एमपी-09/एलएच-6655 से एक लाख नब्बे हजार रूपये (जिसमे सभी नोट 500-500 की गड्डीयां एक कपडे की थैली मे) देकर सागर को स्टेट बैंक आफ इंडिया टावर चौराहा पर रूपये जमा कराने भेजा था। सागर ने साढे़ चार बजे वापस आकर बताया कि बैंक वालों ने आज रूपये जमा करने से मना कर दिया है। इस पर मै तथा सागर दोनो अपने घर से उक्त  रूपये की थैली लेकर रानीपुरा के लिये रवाना हुये। एक्टीवा सागर चला रहा था तथा उसने रूपयों की थैली सीधे हाथ की तरफ एक्टीवा के हेण्डल पर टांग रखी  थी। जैसे ही हम शाम के लगभग साढे छः बजे पावऱ हाउंस के पास मच्छीबाजार रानीपुरा पंहुचे कि पीछे से दो 20-25 साल के दो लडके एक डिस्कवर मोटरसायकल पर आये तथा मेरी रूपयों से भरी थैली पर झपट्टा मारा। मैने रूपयों की थैली को पकडा किन्तु रूपयों की थैली को छीनकरउक्त दोनो अज्ञात बदमाश रानीपुरा की तरफ तेजी से भाग गये। रूपयों की थैली मे मेरा आधार कार्ड की फोटो कापी भी रखी है। फरियादी कि रिपोर्ट पर पुलिस थाना सेन्ट्रल कोतवाली द्वारा लूट का प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपियों की तलाश में लग गये।
उक्त प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा तत्काल प्रकरण के अज्ञात आरोपिया का पता लगाकर उन्हे गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक पूर्व श्रीमती मोनिका शुक्ला एवं अति. पुलिस.अधीक्षक पूर्व श्री बिट्‌टू सहगल के मार्गदर्शन में, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली श्रीमती प्रभा चौहान की देखरेख में थाना प्रभारी सी.बी.चडार व उनकी टीम को आरोपियों की पतारसी में लगाया गया। पुलिस टीम द्वारा प्रकरण की विवेचना के दौरान फऱियादी चेतन दास व सागर से पूछताछ की गई। पूछताछ में सागर करे पर पुलिस का संदेह गहराता गया, क्योंिकं की सागर को रुपये की जानकारी थी व उसने इतनी बडी रकम को स्कुटर के हेन्डल पर असुरक्षित तरिके से टांग रखा था। इस संदेह के आधार पर पुलिस द्वारा सागर करे से सखती  से पूछताछ की, तो सागर नें सारा मामला उगल दियातथा बताया कि सागर तथा उसके दोस्तो ने मिलकर ही चार दिन पहले से लूट की योजना उसके दोस्त  दिनेश, भरत व बिन्दर के साथ बनाई थी। दोस्तो को यह जानकारी थी कि वह दुकान से सेठके रुपये लेकर दो चार दिन बाद जमा कराने जायेगा। पुलिस ने प्रकरण में तीन आरोपी- 1. सागर पिता बलविन्दर उम्र 21 साल निवासी 15 संत नगर इन्दौर, 2. बलविन्दर पिता जसविर सिहं उम्र 19 साल निवासी 70 संत नगर इंदौर, तथा 3. भरत पिता विवेक उम्र 22 साल निवासी 135 लिम्बोदी कृष्णा अपार्ट मेन्ट इन्दौर को गिरफ्तार किया गया है तथा इनके कब्जे से एक लाख 40 हजार रुपये नगद व फरियादी का आधार कार्ड जप्त किये गये है। शेष रूपये दिनेश लेकर फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
चंद घण्टों मे लूट का पर्दाफाश कर आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सेन्ट्रल कोतवाली श्री सी.बी.चडार के नेतृत्व में उनि. लक्ष्मण सिहं, सउनि महेश चौहान, आर. 833 प्रदीप जाट तथा आर 867 विक्रम की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।





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