Tuesday, November 15, 2016

पुलिस अधिकारियों को धमकाने वाले स्पूफ कॉलर का पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तार, अपने दोस्त के प्रापर्टी के विवाद में सामने वाले को पुलिस कार्यवाही में उलझाने के उद्‌देश्य से दिया था घटना को अंजाम


इन्दौर-दिनांक 15 नवम्बर 2016-कुछ दिनों पूर्व में इन्दौर पुलिस के थाना प्रभारी जूनी इंदौर व थाना प्रभारी चंदन नगर के मोबाईल नंबरों पर अज्ञात मोबाईल नंबर 8109558641 से देर रात को फोन कर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा अनर्गल बाते व अपशब्द कहे गये थे। इस पर मोबाईल नंबर 8109558641 के उपयोगकर्ता को थाना जूनीइंदौर पर तलब किया गया तो उसने अपने मोबाईल नंबर से पुलिस अधिकारियों को फोन नहीं करने की बात कही। लेकिन दोनों ही थाना प्रभारियों के मोबाईल कॉल लॉग में मोबाईल नंबर 8109558641 से इनकमिंग कॉल आये थे। जबकि उक्त मोबाईल नंबर के उपयोगकर्ता की कॉल लॉग देखने पर उसमें थाना प्रभारियों के नंबर आउटगोइंग कॉल में वे नंबर मौजूद नहीं थे तो, यह शक हुआ कि उसने अपनी कॉल लॉग से थाना प्रभारियों के आउटगोइंग कॉल डिलिट कर दिये होगें।
उक्त मामले की गंभीरता को देखते हुये, उप पुलिस महानिरीक्षकइन्दौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा प्रकरण में तकनीकी जांच कर आरोपियों की पतारसी हेतु क्राईम ब्रांच व पुलिस थाना जूनी इन्दौर की टीम को लगाया गया। पुलिस टीम द्वारा उक्त मोबाईल नंबर की सी.डी.आर. बुलवाई गई। सी.डी.आर. का विश्लेषण करने पर आर्श्चयजनक बात सामने आई कि वास्तव में मोबाईल नंबर 8109558641 के धारक द्वारा थाना प्रभारियों को फोन नहीं किये गये थे। इस पर थाना प्रभारी जूनी इंदौर द्वारा मामले की जांच प्रारंभ की गई जिनके द्वारा क्राईम ब्रांच की तकनीकी सहायता ली गई। प्रथम दृष्ट्‌या मामला स्पूफ कॉलिंग से संबधित नजर आया जिसकी सूक्ष्मता से जांच करने पर यह तथ्य सामने आया कि थाना प्रभारियों को कॉल इंटरनेशनल लॉग डिस्टेंस सर्विस साफ्टवेयर के माध्यम से मोबाईल नंबर 8109558641 का उपयोग कर किये गये है। अब यह चुनौती थी कि थाना प्रभारियों को कॉल उक्त तकनीक का उपयोग कर किसके द्वारा किये गये है। प्रकरण का तकनीकी विश्लेषण किया गया तो थाना प्रभारियों को आये कॉल मूलतः हैदराबाद के राउटर से जनरेट होना पाया गया । हैदराबाद के राउटर पर कॉल कैसे इंनिशियेट हुआ इसका विश्लेषण करने पर यह तथ्य सामने आयाकि, यह स्पूफ कॉल कैलिफोर्निया के सर्वर से फारवर्ड हुआ है।
विस्तृत तकनीकी जांच करने पर अंततः मोबाईल नंबर 9098656896 से संबधित कॉल का इंनिश्येशन होना पाया गया। मोबाईल नंबर 9098656896 की संपूर्ण जानकारी एकत्र करने पर इसका उपयोगकर्ता मोहित दुबे निवासी नौगांव जिला छतरपुर पाया गया जो कि एम.सी.एक्स. का काम करता है, जो फरवरी से अगस्त 2016 तक दुबई में रहा था, जिसने वहां से 30 दीनार में स्पूफ कॉलिंग का साफ्टवेयर खरीदा और उक्त पूरी घटना को अंजाम दिया। मोहित दुबे से पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि उसने यह योजना अपने दोस्त अविनाश निवासी नौगांव जिला छतरपुर की सहायता करने के लिये बनाई थी। अविनाश का प्रापर्टी का  विवाद मोबाईल नंबर 8109558641 के धारक अमित गुप्ता निवासी नौगांव जिला छतरपुर से चल रहा था, जिससे बदला लेने के लिये मोहित दुबे द्वारा अपने दोस्त की सहायता हेतु इस पूरी घटना को अंजाम दिया, जिससे कि अमित गुप्ता पुलिस कार्यवाही में फंसकर जेल चला जाये एवं उसके दोस्त का रास्ता साफ हो जाये। पूछताछ में इन दोनों आरोपियों द्वारा दिल्ली पुलिस एवं उ.प्र. पुलिस के अधिकारियों को भी स्पूफ कॉल कर परेशानकरना बताया है, जिसके संबंध में जानकारी प्राप्त की जा रही है। उक्त दोनों आरोपियों के विरूद्व पुलिस थाना जूनी इंदौर पर प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा आरोपियों का पुलिस रिमांड लिया जाकर उनके द्वारा इस प्रकार के किये गये अन्य प्रकरणों के संबध में पूछताछ की जावेगी।

उक्त फर्जी स्पूफ कॉलरों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में क्राईम ब्रांच इन्दौर एवं पुलिस थाना जूनी इन्दौर की टीम का सराहनीय योगदान रहा।


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