इन्दौर-दिनांक
19 जुलाई 2016-पुलिस थाना सदर बाजार द्वारा एक
सनसनीखेज हत्या काण्ड का पर्दाफाश करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
दिनांक 18.07.16 को श्रीमति
राखी शर्मा पति दिनेश शर्मा ने, छोटू की मां सुल्ताना करीम निवासी
बुरहानपुर के साथ पुलिस थाना सदर बजार आकर, अपनी दुकान पर
काम करने वाले छोटू उर्फ यासिर पिता कलीम उम्र 19 साल निवासी
बुरहानपुर हाल साउथ गाडराखेडी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई तथा बताया कि छोटू
उर्फ यासिर दिनांक 15.07.16 की रात्री से बिना बताये कही चला गया
है एवं उसका मोबाइल भी बंद है। फरियादी की रिपोर्ट पर पुलिस थाना सदर बाजार द्वारा
गुमशुदगी दर्ज की गई।उक्त गुमशुदगी दर्ज होने के पूर्व दिनांक 17.07.16 को
दिनेश शर्मा, सुल्ताना करीम के साथ थाना सदर बाजार पर छोटू
की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने आया था, उस समय ड्यूटी पर उपस्थित सउनि विजय
नाथ पाण्डे ने सुना तथा दिनेश शर्मा से नाम पूछने पर कहा कि तुम तो वही हो जो थाना
सराफा मे फर्जीवाड़े मे जेल गए थे व तुम्हारे खिलाफ 3-4 केस भी दर्ज है,
इस
पर दिनेश शर्मा द्वारा इंकार किया गया व जब सउनि. विजय नाथ पाण्डे ने रिपोर्ट
लिखने के लिए थाने के अंदर चलने के लिए कहा तो वह पेशाब करने के बहाने से गया और
लौटकर नही आया। फिर सउनि. द्वारा उसे उसके घर पर तलाश किया जो वहा नहीं मिला। अगले
दिन गुमशुदगी दर्ज की गई ।
पुलिस थाना सदर बाजार के सउनि विजय नाथ पाण्डे
ने फरियादिया को सुना व पूरे प्रकरण मे गंभीरता से पूछताछ की। पूछताछ पर राखी
शर्मा ने बताया कि छोटू का एक दोस्त पवन है जो छोटू के बारे मे जानकारी दे सकता
है। इस पर पुलिस द्वारा जब पवन को बुलवाया और उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि
आकाश को उसकी जानकारी होगी। जब आकाश को बुलावाकर पूछताछ की तो सभी एक दूसरे के ऊपर
आरोप लगाने लगे। जब इन लोगो से सखतीसे पूछताछ की गई तब छोटू की हत्या का खुलासा
हुआ।
उक्त घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियो को दी
गई जिनके मार्गदर्शन मे टीम गठित कर आरोपियो की पतारसी कर पूछताछ की गई, तो
उन्होने बताया कि छोटू उर्फ यासिर राजबाडे पर दिनेश शर्मा के कपडो की दुकान पर काम
करता था। दिनेश शर्मा को छोटू उर्फ यासिर पर अपने परिवार की महिलाओं पर गलत नियत
रखने का शक था, इस कारण से दिनेश शर्मा ने छोटू को ठिकाने
लगाने के लिये पवन से उसे मारने के लिए कहा एवं छोटू की हत्या के एवज मे उसे व
उसके साथियो को 5 लाख रुपये देने का वादा किया था। पवन ने उसके
दोस्त आकाश एवं रवि को यह बात बताई, तब इन सब ने मिलकर छोटू को ठिकाने
लगाने की योजना बनाई। दिनांक 15.07.16 को पवन ने पंढरीनाथ मंदिर के पास की
एसटीडी से छोटू उर्फ यासिर को फोन करके सीपी शेखर नगर बुलाया, छोटू
सफेद कलर की एक्टिवा गाडी से सीपी शेखर नगर आया, तब पवन व उसके
चार अन्य साथियो ने छोटू को साथ लेकर सीपी शेखर के पीछे नाले किनारे गये जहां सभी
ने साथ बैठकर शराब पी। छोटू को शराब का अधिक नशा हो गया था तब रवि, पवन,
चिन्टू
राहुल और आकाश ने घेर करचाकूओ से वार कर छोटू उर्फ यासिर की हत्या कर दी व गर्दन
काट कर धड़ से अलग कर दी और फिर उसकी लाश को वही नाले के अंदर कीचड मे पत्थरो से
दबाा दिया। आरोपी चिन्टू के बयान के आधार पर पुलिस टीम सीपी शेखर नगर के पीछे नाले
मे मृतक के शव की तलाश की गई जहां, नाले के अंदर कीचड़ मे पत्थरो से ढकी
हुई एक लाश मिली जिसे आरोपी चिन्टू की निशादेही पर पहचाना गया जो मृतक छोटू की
होना बताया। उक्त मृतक की लाश को नाले में से ढूंढकर, निकलवाने में
पुलिस थाना पढरीनाथ का विशेष योगदान रहा।
पुलिस द्वारा उपरोक्त घटना क्रम के आधार पर
आरोपियो के विरूद्ध धारा 302,147,148,149,201 एवं 120 बी
भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।
घटना
मे संलिप्त आरोपी निम्न है ।
1. आकाश पिता राजू धनगर नि. कबूतर खाना
2. चिन्टू पिता बाबूलाल मंगरोले नि.
कोष्ठी धर्मशाला के पीछे नंदलालपुरा
3. पवन पिता राजू राजपूत नि. नंदलालपुरा
4. राहुल पिता सुनील पंवार नि. नंदलालपुरा
5. रवि पिता रघुनाथ तायड़े नि. कोष्ठी
धर्मशाला के पास नंदलालपुरा
6. दिनेश शर्मा पिता प्रकाश शर्मा नि.
साउथ गाड़राखेड़ी इंदौर
उक्त सनसनीखेज हत्याकाण्ड काखुलासा करने में
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सदर बाजार श्री महेन्द्र सिंह
भदौरिया के नेतृत्व में, सउनि. विजय नाथ पाण्डे अहम योगदान रहा,
साथ
आर. सुधीर राय तथा आर. चरण सिंह की भी सराहनीय भूमिका रही।
No comments:
Post a Comment