इन्दौर-दिनांक 30
नवम्बर 2015-पुलिस थाना जूनी इन्दौर क्षेत्रान्तर्गत दिनांक
24.11.15 को फरियादी कड़वा पिता सुखराम सोलंकी (55) निवासी
83 संतनगर एनएक्स इंदौर के द्वारा थाना आकर रिपोर्ट की कि वह बीमार
होने से ईलाज हेतु रूपयों की जरूरत होने से भारतीय स्टेट बैंक की शाखा पलसीकर से 50,000 रू
निकालकर, उन रूपयों की दो गडि्डयों व बैंक पासबुक को एक
सफेद थैली में रखकर बैंक से बाहर निकला था। तभी मेरे पीछे से एक आदमी आया और बैंक
से निकलते ही मेरे हाथ की थैली पर एकदम झपट्टा मारकर छीनकर भाग गया, उसके
साथ दो व्यक्ति और भी थे, वह दोनों फरियादी से बोले कि वह हमारा साथी है, तुम्हारे
साथ मजाक किया है, वो पैसे हम दे रहे है, और
एक छोटे रूमाल में गड्डी जैसा बंधा हुआ था मुझे दिया और बोला कि यह तुम्हारे पैसे
है रखो घर जाकर खोलना। जब फरियादी ने उसे वहीं पर खोल कर देखा तो उसमें कागज की
गडि्डयां थी, फरियादी ने देखा तो वह दोनों वहां से भाग गए
थे। फरियादी द्वारा परिचित सिटी वैन चालक सरदार की वैन से उनका पीछा किया लेकिन वह नहीं मिलें। फरियादी की
रिपोर्ट पर पुलिस थाना जूनी इन्दौर द्वारा धारा 392, 420
भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उक्त
घटना पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में
थाना प्रभारी जूनी इंदौर श्री पवन सिंघल के नेतृत्व में टीम का गठन कर आरोपियों की
तलाश की गई। पुलिस टीम को मुखबिर की सूचना पर आरोपी रामप्रवेश पिता गणेशराय यादव (24) निवासी
मथुरापुर त्रिकोलिया पूर्वी चंपारन मोती बिहार को बड़ी रेलवे लाईन स्टेशन के बाहर
से पकड़ा गया। पूछताछ पर आरोपी ने जुर्म स्वीकार किया व बताया कि उसने अपने साथी
शमीम अंसारी व टुनटुन यादव के साथ मिलकर उक्त लूट की घटना को अंजाम दिया था, जिनकी
तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस द्वारा आरोपी रामप्रवेश के कब्जे से नगदी 29000
रूपयें व फरियादी की बैंक पासबुक, नोटों के आकार के कोरे कागज की गड्डी जप्त की
गई है। यदि आरोपी को समय रहते गिरफ्तार नहीं किया जाता तो इन नकली नोटों की गड्डी से अन्य लोगों के साथ धोखाधड़ी कर लूट
कर सकता था। पुलिस द्वारा आरोपी रामप्रवेश को गिरफ्तार किया गया है, जिसके
विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही है तथा इसके साथियों के संबंध में विस्तृत
पूछताछ की जा रही है।
उक्त आरोपी को
पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी जूनी इन्दौर श्री पवन
सिंघल के नेतृत्व में, उनि एम.के. दुबे, प्रआर. 2613
संजय तथा आर. 207 नीरज की सराहनीय भूमिका रही।
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