इन्दौर-दिनांक
19 नवम्बर 2015-पुलिस थाना लसूड़िया क्षेत्रान्तर्गत
दिनांक 11.11.15 को सुबह 7.15 बजे सूचना
प्राप्त हुई कि पिपलिया कुमार के पास स्थित आईशर के शोरूम के पास खाली प्लाट में
एक अज्ञात लड़की की लाश पड़ी हुई है। उक्त सूचना पर पुलिस थाना लसूड़िया द्वारा मर्ग
पंजीबध्द कर, सर्वप्रथम मृतिका की पहचान के लिए व मृत्यु किन
परिस्थितियो मे हुई है, की जानकारी लेने का प्रयास किया गया है। मृतिका
के शव की पहचान घटना के दूसरे दिन रात्रि मे मंजू पिता कैलाश बामनिया उम्र 21
साल निवासी अतासुम्बा तह. बडवाड जिला खरगोन, हाल मालवीय नगर
इंदौर के रूप मे हुई, जो वर्तमान में सिध्दी विनायक हॉस्पिटल खजराना
मे नर्स की नौकरी कर रही थी।
प्रकरण को
गंभीरता से लेते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह
के द्वारा मृतिका की हत्या करने वाले अज्ञात अपराधियों की शीघ्र पतारसी व उन्हे
गिरफ्तार करने हेतु सिध्दी विनायक हॉस्पिटल व उसके मालवीय नगर स्थित घर के आस-पास
के लोगों से बारीकी से पूछताछ किये जाने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश पर
पुलिसअधीक्षक इन्दौर पूर्व श्री ओ.पी. त्रिपाठी व अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व के
मार्गदर्शन में, नगर पुलिस अधीक्षक विजय नगर के नेतृत्व मे थाना
प्रभारी लसुडिया श्री प्रदीप सिंह राणावत एवं क्राईम ब्रांच की संयुक्त टीम गठित
की गई। पुलिस टीम द्वारा खजराना चौराह व सिध्दी विनायक हॉस्पिटल मे बारीकी से
पूछताछ की गई तो, मुखविर के द्वारा सुचना मिली कि घटना दिनांक को
मृतिका मैजिक क्रं एमपी/09/टी/6981 में बैठकर रात
को जाना बताया गया। मैजिक के बारें में पता करते ज्ञात हुआ कि मैजिक को कमल मिश्रा
पिता राजकिशोर मिश्रा ग्राम उमापुर थाना लालगंज जिला प्रतापगढ चलाता है व हेल्पर
सलमान उर्फ मासुम पिता इकबाल निवासी जोशी मोहोल्ला महूं है ये दोनों शाम को शराब
पीकर मैजिक चलाते है। इनके बारे मे और पुछताछ करते किसी शराव की दुकान पर होने की
संभावना भी बतायी गई। इस पर रात्रि मे सभी शराब की दुकानो को चेक करते मुखबिर के
द्वारा बतायी गई मैजिक वाहन एमपी/09/टी/6981 के
निपानिया कलाली के पास खडी हुई दिखी जिसमे दो लोग बैठे थे। पुलिस द्वारा जैसे ही
इनको आवाज दी और उतरने का बोला तो वे अपनी मैजिक स्टार्ट कर बोहान्स स्कूल की तरफ
भागे इनका पीछा किया तो, अचानक इस्कान मंदिर के पास मैजिक घुस गई, जिससे
इन दोनो को हाथ पैर मे चोटे आई। पुलिस द्वारा दोनों से कड़ाई से पूछताछ की गई जब
घटना घटित करना स्वीकार किया।
पूछताछ में
दोनों आरोपियों ने बताया कि घटना दिनांक को मृतिका मंजू को वे अपनी मैजिक एमपी/09/टी/6981 मे
मालवीय नगर तक ले गये थे। इसी दौरान मृतिका के मोबाईल पर इनकी निगाह पड़ी तो, उसको
छीनने लगे, जब मृतिका ने प्रतिरोध किया तो दोनो ने मिलकर
उसका गला दबा दिया, जिससे मौके पर ही मृतिका मंजू की मृत्यु हो गई।
फिर दोनों आरोपियों ने मृतिका का एटीएम, मोबाईल व अन्य
चीजें छीनकर, अपने पास रख ली तथा मृतिका मंजू की हत्या के
साक्ष्य को छुपाने की नियत से, घटना को बलात्कार जैसा दर्शाने के लिये मृतिका
को वहीं पटक कर, फरार हो गये। पुलिस थाना लसूड़िया द्वारा दोनों
आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके विरूद्ध
वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
उक्त अंधे कत्ल
का पर्दाफाश कर, आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के
मार्गदर्शन में, थाना प्रभारी लसूड़िया श्री प्रदीप सिंह राणावत
के नेतृत्व में थाना लसूड़िया एवं क्राईम ब्रांच की संयुक्त टीम का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।
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