इन्दौर-दिनांक 04 अक्टूबर 2015- क्राईम ब्रांच इंदौर तथा पुलिस थाना लसूडिय को मुखबिर से सूचना प्राप्त होने पर सुपारी किलर सहित सुपारी देने वाले एवं मध्यस्त को हत्या करने के पहले ही धर दबोचा गया।
इंदौर शहर में पूर्व में हुई कांट्रेक्ट किलिंग की घटना को पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह ने काफी गम्भीरता से लिया एवं जनमानस के दिलों दिमाग में पुलिस के प्रति विश्वास जगाने के लिये श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच को सुपारी लेकर हत्या करने एवं हथियारों की तस्करी करने वाले तथा पूर्व में अवैध हथियारों के साथ पकडे गये अपराधियों पर निगाह रखने के लिये सखत निर्देश दिये थे। जिस पर क्राईम ब्रांच इंदौर में विशेष दस्ता गठित कर इस प्रकार के अपराधियों की तलाश में लगाया गया। आज दिनांक 03.10.15 से 04.10.15 की दरमियानी रात मुखबिर से क्राईम ब्रांच इंदौर एवं पुलिस थाना लसूडिया को सूचना मिली कि एक सफेद कार में जिसका नंबर एमपी-09/सीएफ/1224 है, में चार लोगबैठे है जिनके पास घातक हथियार है एवं वे किसी बिल्डर को जान से मारने की योजना बना रहे है। यह गाडी निरंजनपुर के आस-पास देखी गयी है। सूचना क्राईम ब्रांच एवं लसूडिया पुलिस को मिलते ही एक संयुक्त दस्ता गठित कर स्कीम नंबर 136 के चौराहे पर नाकाबंदी की गयी इसी दौरान निरंजनपुर तरफ से आ रही कार को रोककर चेक किया तो उसमें चार लोग बैठे मिले जिन्होने पूछतांछ पर अपना नाम दीपक पिता सोमाजी, सुमित पिता रतन कल्याणे, आलोक पिता कन्हैयालाल तथा विष्णु पिता मोहन चौधरी बताया चारों की तलाशी लेने पर दीपक, आलोक एवं सुमित के पास से कुल 3 पिस्टले एवं 11 कारतूस, 03 मोबाईल फोन बरामद किये तथा विष्णु के कब्जे से कार क्रमांक एमपी/09/सीएफ/1224 व एक मोबाईल फोन जप्त किया गया है। चारो से अलग-अलग पूछताछ करने पर चारों ने बताया कि विष्णु ने 10 लाख रूपये में आलोक को लल्ली यादव की हत्या करने के लिये सुपारी दी थी जिसमें से 03 लाख रूपये आलोक को पेमेंट किया गया तथा शेष रकम काम होने के बाद देने की बातचीत हुई थी एवं आलोक ने दीपक व सुमित को लल्ली यादव की हत्या करने के लिये तैयार किया था एवं हथियारों की व्यवस्था के बाद आलोक ने दीपक एवं सुमित कोलल्ली यादव को दिखाया पूरी रैकी करने के बाद आज दिनांक को लल्ली यादव की हत्या करने के लिये जा रहे थे कि मुखबिर से सूचना प्राप्त हो गयी और पुलिस के हाथों धरदबोचे गये। आरोपियों के कब्जे से सुपारी के लिये दी गयी रकम 03 लाख रूपये में से 69000 रूपये बरामद किये गये है एवं पूछताछ पर अपराधियों ने बताया कि शेष रकम उन्होने हथियारों की व्यवस्था, रैकी करने एवं अन्य व्यवस्थाओं में खर्च कर दिये है। कांटेक्ट किलिंग के लिये किराये से लिये गये शूटर दीपक जो की इमली बाजार का रहने वाला है, के विरूद्ध इंदौर के विभिन्न थानों में मारपीट की धाराओं के 04 प्रकरण पंजीबद्ध है। इसी प्रकार शूटर सुमित जो कि बांगडदा का रहने वाला है इसके विरूद्ध आधा दर्जन से ज्यादा मारपीट के प्रकरण पंजीबद्ध है। कांटेक्ट किलिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आलोक चौहान परदेशीपुरा क्षेत्र के रहने वाला है और भोपाल बल्लभ भवन उच्च द्गिाक्षा विभाग में यू.डी.सी. के पद पर कार्यरत् है। आरोपियों से हथियारों के स्त्रोत के बारे में सघन पूछताछ जारी है। इसके साथ ही इनके द्वारा और कहॉ-कहॉ सुपारी लेकर हत्याऐं की गयी है इस संबंध में भी इनकी संलिप्तताकी सघन जांच की जा रही है। इंदौर शहर में ऐसें और कितने गैंग है जो सुपारी लेकर हत्याऐं करते है, इसके संबंध में भी जांच की जा रही है।
इंदौर शहर में पूर्व में हुई कांट्रेक्ट किलिंग की घटना को पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह ने काफी गम्भीरता से लिया एवं जनमानस के दिलों दिमाग में पुलिस के प्रति विश्वास जगाने के लिये श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच को सुपारी लेकर हत्या करने एवं हथियारों की तस्करी करने वाले तथा पूर्व में अवैध हथियारों के साथ पकडे गये अपराधियों पर निगाह रखने के लिये सखत निर्देश दिये थे। जिस पर क्राईम ब्रांच इंदौर में विशेष दस्ता गठित कर इस प्रकार के अपराधियों की तलाश में लगाया गया। आज दिनांक 03.10.15 से 04.10.15 की दरमियानी रात मुखबिर से क्राईम ब्रांच इंदौर एवं पुलिस थाना लसूडिया को सूचना मिली कि एक सफेद कार में जिसका नंबर एमपी-09/सीएफ/1224 है, में चार लोगबैठे है जिनके पास घातक हथियार है एवं वे किसी बिल्डर को जान से मारने की योजना बना रहे है। यह गाडी निरंजनपुर के आस-पास देखी गयी है। सूचना क्राईम ब्रांच एवं लसूडिया पुलिस को मिलते ही एक संयुक्त दस्ता गठित कर स्कीम नंबर 136 के चौराहे पर नाकाबंदी की गयी इसी दौरान निरंजनपुर तरफ से आ रही कार को रोककर चेक किया तो उसमें चार लोग बैठे मिले जिन्होने पूछतांछ पर अपना नाम दीपक पिता सोमाजी, सुमित पिता रतन कल्याणे, आलोक पिता कन्हैयालाल तथा विष्णु पिता मोहन चौधरी बताया चारों की तलाशी लेने पर दीपक, आलोक एवं सुमित के पास से कुल 3 पिस्टले एवं 11 कारतूस, 03 मोबाईल फोन बरामद किये तथा विष्णु के कब्जे से कार क्रमांक एमपी/09/सीएफ/1224 व एक मोबाईल फोन जप्त किया गया है। चारो से अलग-अलग पूछताछ करने पर चारों ने बताया कि विष्णु ने 10 लाख रूपये में आलोक को लल्ली यादव की हत्या करने के लिये सुपारी दी थी जिसमें से 03 लाख रूपये आलोक को पेमेंट किया गया तथा शेष रकम काम होने के बाद देने की बातचीत हुई थी एवं आलोक ने दीपक व सुमित को लल्ली यादव की हत्या करने के लिये तैयार किया था एवं हथियारों की व्यवस्था के बाद आलोक ने दीपक एवं सुमित कोलल्ली यादव को दिखाया पूरी रैकी करने के बाद आज दिनांक को लल्ली यादव की हत्या करने के लिये जा रहे थे कि मुखबिर से सूचना प्राप्त हो गयी और पुलिस के हाथों धरदबोचे गये। आरोपियों के कब्जे से सुपारी के लिये दी गयी रकम 03 लाख रूपये में से 69000 रूपये बरामद किये गये है एवं पूछताछ पर अपराधियों ने बताया कि शेष रकम उन्होने हथियारों की व्यवस्था, रैकी करने एवं अन्य व्यवस्थाओं में खर्च कर दिये है। कांटेक्ट किलिंग के लिये किराये से लिये गये शूटर दीपक जो की इमली बाजार का रहने वाला है, के विरूद्ध इंदौर के विभिन्न थानों में मारपीट की धाराओं के 04 प्रकरण पंजीबद्ध है। इसी प्रकार शूटर सुमित जो कि बांगडदा का रहने वाला है इसके विरूद्ध आधा दर्जन से ज्यादा मारपीट के प्रकरण पंजीबद्ध है। कांटेक्ट किलिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आलोक चौहान परदेशीपुरा क्षेत्र के रहने वाला है और भोपाल बल्लभ भवन उच्च द्गिाक्षा विभाग में यू.डी.सी. के पद पर कार्यरत् है। आरोपियों से हथियारों के स्त्रोत के बारे में सघन पूछताछ जारी है। इसके साथ ही इनके द्वारा और कहॉ-कहॉ सुपारी लेकर हत्याऐं की गयी है इस संबंध में भी इनकी संलिप्तताकी सघन जांच की जा रही है। इंदौर शहर में ऐसें और कितने गैंग है जो सुपारी लेकर हत्याऐं करते है, इसके संबंध में भी जांच की जा रही है।
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