Monday, August 24, 2015

अंधे कत्ल का पर्दाफाश तीन आरोपी गिरफ्‌तार

इन्दौर-दिनांक 24 अगस्त 2015-पुलिस थाना खुडै़ल क्षेत्रान्तर्गत ग्राम पिवड़ाय में दिनांक   09.08.15 को राजेन्द्र खाती के खेत परम वेअर हाऊस के पास में, एक प्लास्टिक की बोरी में एक अज्ञात व्यक्ति का डिकम्पोज्ड शव पाया गया था। पुलिस द्वारा अज्ञात लाश का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें शव 25-30 साल के पुरूष का होकर, मृतक की मृत्यु का कारण होमी साईडल बताया गया। उक्त रिपोर्ट के आधार पर पुलिस थाना खुड़ैल द्वारा अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 302, 201 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
           प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा अज्ञात लाश की शिनाखतगी कर, तत्काल आरोपियों को पकड़ने हेतु आवश्यक निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश पर पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री डी.कल्याण चक्रवर्ती, अति. पुलिस अधीक्षक मुखयालय सुश्री अंजना तिवारी एवं उप पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री विजयसिंह पंवार के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी खुड़ैल श्री वाय.एस. सेंगर के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। पुलिस टीम द्वारा अज्ञात मृतक एवं आरोपियों की पतारसी के दौरान दिनांक11.08.15 को पुलिस थाना आजाद नगर के गुम इंसान क्रं 73/15 में गुमशुदा के भाई पवन पिता धनसिंह सिलावट निवासी कुड़काखेड़ा जिला विदिशा ने मृतक के कपड़ो के आधार पर, उसकी पहचान, अपने भाई बृजेश पिता धनसिंह (26) निवासी कुड़काखेड़ा विदिशा हाल गली नं. 7 मयूर नगर इन्दौर के रूप में की। मृतक के भाई पवन ने बताया कि उसका भाई बृजेश इन्दौर में रहकर जैन सेनेट्री तेल गली सियागंज में नौकरी करता था। इस आधार पर पुलिस द्वारा पतारसी की गई तो पता चला की, मृतक के चचरे भाई नाथन सिंह पिता अल्काई सिंह सिलावट (26) तथा मोकमसिंह पिता अलकाई सिंह सिलावट (20) निवासी कुड़काखेड़ा विदिशा भी वर्तमान में किराये के मकान में मयूर नगर इन्दौर की गली नं. 10 में रहते है। दिनांक 02.08.15 को मृतक बृजेश, उसके दोनों चचरे भाई नाथनसिंह एवं मोकमसिंह तथा मोकमसिंह के साले संदीप पिता भगवानसिंह करोदिया निवासी ब्यावरा जिला राजगढ़ एवं उसका दोस्त शैलेन्द्र पिता जगदीश गौड़ निवासी राजगढ़ हाल स्कीम नं. 114 इन्दौर ने मोकमसिंह के कमरे पर इकट्‌ठे होकर शराब, चिकन आदि की पार्टी की थी। पार्टी के दौरान शाम को मृतक बृजेश काबार-बार फोन आने पर, मृतक द्वारा फोन न उठाने पर, शैलेन्द्र ने उसे कहा कि फोन क्यों नहीं उठा रहा, क्या किसी लड़की का है। इसी बात पर दोनों में विवाद होने पर, मृतक बृजेश ने शैलेन्द्र को लात मार दी, जिससे विवाद और बढ़ने पर आरोपी शैलेन्द्र ने मोहकम, संदीप व नाथनसिंह के साथ मिलकर बृजेश की गला दबाकर हत्या कर दी। चारों आरोपियों ने मृतक के शव को कंबल से फाड़कर बनाई रस्सी से बांधकर, एक बोरी में भरकर, शव को मोटर सायकल पर रखकर, ग्राम पिवड़ाय के पास खेत की झाड़ियों में फेंक दिया  था। पुलिस द्वारा तीन आरोपियों 1. नाथनसिंह, 2. मोहकमसिंह तथा 3. संदीप सिंह को गिरफ्‌तार कर लिया है, चौथे आरोपी शैलेन्द्र गौड़ की तलाश की जा रही है। पुलिस द्वारा पकड़े गये तीनों आरोपियों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही कर, प्रकरण के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
                उक्त आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्ग दर्शन में थाना प्रभारी खुड़ैल श्री वाय.एस. सेंगर, उनि पी.एल. शर्मा एवं उनकी टीम का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।


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