Saturday, July 4, 2015

लूट का पर्दाफाश, फरियादी द्वारा स्वयं रचा गया था लूट का षणयंत्र


इन्दौर-दिनांक 04 जुलाई 2015-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह के निर्देशन में इन्दौर शहर में अपराधियों एवं असामाजिक तत्वों के विरूद्ध की जा रहीं कार्यवाही के अन्तर्गत पुलिस थाना बाणगंगा को थाना क्षेत्रान्तर्गत 4 माह पुराने लूट के प्रकरण का पर्दाफाश करने में सफलता प्राप्त हुई है।
                दिनांक 02 मार्च 2015 को फरियादी राहुल जैन पिता राजेन्द्र कुमार जैन निवासी स्कीम नं. 51 ने रिपोर्ट की थी कि, रात 12 बजे वह अपने झूले वाले सेठ के 40 हजार रूपयें लेकर गोलू कश्यप का भट्‌टा, गोविंद कालोनी इंदौर से जा रहा था तो,  बाईक पर सवार 4 अज्ञात बदमाशों ने उसके साथ मारपीट कर, उससे 40 हजार रूपयें एवं स्पाइस कंपनी का मोबाईल छीन लिया। जिस पर थाना बाणगंगा पर धारा 394 भादवि का लूट का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण के आरोपियों की पतारसी हेतु प्रयास किये गये, लेकिन आरोपियों का पता नहीं चला। पुलिस उप महानिरीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह एवं पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री ओ.पी. त्रिपाठी द्वारा आरोपियों की पतारसी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में  आरोपियों की पतारसी हेतु अति. पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सहाय एवं नगर पुलिस अधीक्षक परदेशीपुरा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बाणगंगा श्री विनोद दीक्षित के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
                पुलिस टीम को सूचना मिलीं कि घटना के समय आनंद बनकर नामक व्यक्ति घटना स्थल पर मौजूद था। उक्त सूचना पर टीम द्वारा आनंद को अन्नपूर्णा क्षेत्र से पकड़ा गया, उससे पूछताछ करने पर उसके द्वारा घटना के बारें इंकार किया, लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि घटना में स्वयं फरियादी राहुल जैन शामिल है व रूपयें का गबन करने के उद्‌देश्य से लूट का षड़यंत्र रचा गया था। पुलिस द्वारा जब राहुल जैन को पकड़कर उससे पूछताछ की गई तो, उसने स्वीकारा कि वह पिन्टू झूलेवाले के रूपयें कलेक्शन का काम करता है तथा कलेक्शन किये रूपयें गबन करने के उद्‌देश्य से अपने साथी विशाल एवं आनंद के साथ मिलकर, स्वयं के साथ उक्त लूट की घटना का षड़यंत्र रचा। षड़यंत्र के दौरान स्वयं के हाथ में बीयर की बॉटल फोड़कर, अपने हाथ में चोट पहुंचाकर, एक झूठी कहानी गढ़कर 4 व्यक्तियों द्वारा लूट करने की रिपोर्ट लिखवाई थी। लूट की घटना के 13 हजार व मोबाईल आनंद को दे दिया, 14 हजार स्वंय राहुल ने रखे तथ 13 हजार रूपयें दोस्त विशाल को देना बताया। फर्जी लूट के आरोपी राहुल जैन व आनंद को पुलिस द्वारा गिरफ्‌तार कर लिया गया है, इनके तीसरे साथी विशाल की तलाश की जा रहीं है। फरियादी द्वारा स्वयं झूठी लूट की साजिश रची गई है, जिसमें आरोपी के विरूद्ध धारा 406, 120 बी भादवि के तहत भी कार्यवाही की जावेगी।
                उक्त झूठी लूट का पर्दाफाश कर आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में, थाना प्रभारी बाणगंगा श्री विनोद दीक्षित के नेतृत्व मे उनि विनोद शर्मा, उनिआर.एल. मिश्रा, आर. घनश्याम, आर. नीरज, तथा आर. राममिलन का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।



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