Thursday, June 18, 2015

20-20 हजार के तीन फरार व ईनामी बदमाश इन्दौर पुलिस की गिरफ्‌त में, बदमाशों की सहायता करने वालों को भी आरोपी बनाया गया

इन्दौर 18 जून 2015- पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा जिला इन्दौर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लम्बे समय से अपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहने वाले फरार अपराधियों पर 20-20 हजार के ईनाम की उद्‌घोषणा की गई थी, इन्दौर पुलिस को ऐसे तीन फरारी ईनामी बदमाशों को पकड़ने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई हैं।

             1. पुलिस थाना बाणगंगा क्षेत्र का शातिर बदमाश संजय पिता अजब सिंह (35) निवासी महेश यादव नगर व उसकी पत्नि निशा, थाना अपराध शाखा के अपं.क्रं 3/14 धारा 419,420,467,468,471,120-बी भादवि, 66-डी आईटी एक्ट तथा अप. क्रं4/14 धारा 419,467,468,471,201 भादवि, 66-डी आईटी एक्ट के प्रकरण में सेन्ट्रल जेल इन्दौर में जाली दस्तावेजों के आधार पर उपयोग की गई सिम कार्ड के मामलें में लंबे समय से फरार चल रहे थे। आरोपी संजय पर 20 हजार रूपयें के ईनाम की उद्‌घोषणा की गई थी।
           पुलिस को आज दिनांक 18.06.15 को सूचना मिलीं कि ईनामी बदमाश संजय पिता अजबसिंह लोडेड पिस्टल लेकर मोटर सायकल क्रं एमपी/09/क्यूके-6790 से नावदापंथ से बिजासन की तरफ आ रहा है। उक्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा बिजासन रोड़ पर रमेश टोकनीवाले के खेत के पास घेराबंदी कर आरोपी संजय को पकड़ा उसके कब्जे से एक देशी पिस्टल व 6 कारतूस तथा एक मोटर सायकल जप्त की गई। आरोपी संजय से उसकी पत्नि निशा के बारे में पूछने पर उसने बताया कि वह अपनी पत्नि सहित अपने साले रवि पिता मोतीसिंह नि. 711 महेश यादव नगर में रह रहा है, तो तत्काल क्राईम ब्रांच की टीम ने उक्त  घर में पहुंचकर दबिश दी तो आरोपी संजय की पत्नि निशा तथा उसके साले रवि को भी उक्त अपराधियों का सहयोग करने के अपराध में गिरफ्‌तार किया।
           आरोपी संजय की मदद करने वालों में आरोपी से जो मोटर सायकल जप्त की गई वो उसके दोस्त विजय उर्फ नाना पिता मोहनलाल निवासी 357 भागीरथपुरा की थी, जिसने फरारी के दौरान अपराधियों का सहयोग किया था, इसलिये उसे गिरफ्‌तार किया गया। इसी प्रकार आरोपी संजय उसकी पत्नि को फरारी के दौरान 20 हजार रू. की आर्थिक मदद करने वाले एवं आटो क्रं एमपी/09/आर/2884 में छुपाकर इधर उधर लाने-ले जाने वाले दोस्त जितन्द्र उर्फ जीतू पिता प्रदीप मराठा निवासी 44 शुभम पैलेस कालोनी को भी गिरफ्‌तार किया गया है।
          आरोपी संजय एक शातिर बदमाश होकर इसके विरूद्ध जिला इन्दौर के विभिन्न थानों में लड़ाई-झगड़ा, मारपीट, अवैध हथियार रखने, अवैध शराब विक्रय करने, गृहभेदन, चोरी, लूट व डकैती आदि के विभिन्न 44 प्रकरण पंजीबद्ध है। जिसे पकड़ने में इन्दौर क्राईम ब्रांच की पुलिस टीम का महत्वपूर्ण व सराहनीय योगदान रहा। 

          2. पुलिस थाना चंदन नगर के अपराध क्रं 572/14 धारा 147,148,149,294,302 भादवि के हत्या के मामले में लम्बे समय से फरार आरोपी त्रिलोक पिता महेन्द्रसिंह ठाकुर (35) निवासी 241 नंदन नगर बड़े कुएं के पास नगीन नगर इन्दौर, जिस पर 20 हजार रूपयें के ईनाम की उद्‌घोषणा की गई थी, जिसे पकड़ने में पुलिसको महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।
           आज दिनांक 18.06.15 को पुलिस टीम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि हत्या के मामले में फरार आरोपी त्रिलोक ठाकुर बड़वाह तरफ से मोटर सायकल क्रं एमपी/09/एनटी/9883 से इन्दौर तरफ आने वाला है। उक्त सूचना पर क्राईम ब्रांच एंव थाना चंदन नगर की संयुक्त टीम द्वारा नाकाबंदी की गई तो पता चला कि आरोपी तेजाजी नगर चौराहे से राऊ तरफ भागा है, जिसे पीछा कर बायपास पर कैलोद करताल गांव के पास उक्त मोटर सायकल सहित पकड़ा गया।
        आरोपी त्रिलोक पिता महेन्द्रसिंह ठाकुर पुलिस थाना चंदन नगर का शातिर बदमाश है, जिसके विरूद्ध थाना चंदन नगर में लड़ाई-झगड़ा, घर में घुसकर मारपीट, बलवा, अवैध हथियार रखने, हत्या के प्रयास आदि के विभिन्न 17 प्रकरण पंजीबद्ध है। उक्त बदमाश को पकड़ने में क्राईम ब्रांच एवं पुलिस थाना चंदन नगर की संयुक्त पुलिस टीम का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।

        3. पुलिस थाना बाणगंगा के हत्या के मामले का फरार, 20 हजार रूपयें का ईनामी बदमाश दीनू उर्फ दिनेश पिता कल्याण सिंह निवासी भागीरथपुरा को पकड़ने में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।
       आरोपी दीनू उर्फ दिनेशद्वारा वर्ष 2011 में पुलिस थाना बाणगंगा क्षेत्रान्तर्गत एक मकान के विवाद में अपने साथियों राकेश उर्फ भूरा यादव, पप्पू मोटा, जितेन्द्र कुशवाह तथा राजेन्द्र कुशवाह के साथ मिलकर सांई सुमन नगर में महिला बबीता की सार्वजनिक रूप से नृशंस हत्या कर दी गई थी। आरोपी दीनू हत्या के बाद से ही परिवार सहित फरार था। प्रकरण के शेष आरोपियों को पूर्व में ही गिरफ्‌तार किया जा चुका है, बदमाश दीनू ही फरार था, जिसे पकड़ने के लिये पुलिस प्रयासरत्‌ थी।
       आरोपी दीनू उर्फ दिनेश एक शातिर अपराधी होकर वर्ष 2011 तक 11 अपराध घटित कर चुका था, इसके पूर्व भी इसने अपने साथियों के साथ मिलकर, अर्जुन नामक व्यक्ति की हत्या कर दी थी तथा शातिर बदमाश पिन्टू ठाकुर के साथ भंवरकुआं क्षेत्र में डकैती की योजना बनाते वर्ष 1999 में गिरफ्‌तार हो चुका है। इसके अपराधिक इतिहास का विश्लेषण करने पर थाना प्रभारी बाणगंगा विनोद दीक्षित को विश्वसनीय सूचना मिलीं कि बदमाश दीनू का लिंक उज्जैन के किसी बदमाश से जुड़ा है। इस आधार पर सूचना संकलन किया तो पता चला कि आरोपी ने अपना अधिकांश समय जयपुर के खटीक मोहल्ले में काटा है, तो एक पुलिस टीमजयपुर रवाना की गई तो ज्ञात हुआ कि उक्त बदमाश दाढ़ी बड़ाकर हुलिया बदल बदल कर समय बे समय इन्दौर, उज्जैन आता रहता है। उक्त सूचना से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया गया, जिनके निर्देशानुसार उक्त बदमाश को पकड़ने हेतु पुलिस टीम बनाई गई। पुलिस टीम को सूचना मिलीं कि आरोपी लक्ष्मीबाई नगर रेल्वे स्टेशन से उज्जैन जाने की तैयारी में है। उक्त सूचना पर आरोपी दीनू उर्फ दिनेश को पुलिस टीम द्वारा गिरफ्‌तार कर लिया। आरोपी ने पुलिस की टीम को आता देख कर भागने का प्रयास किया, जिसने अपने हथियार से पुलिस दल को भयभीत कर रोकने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की टीम ने साहस के साथ उसे पकड़ने में सफलता प्राप्त की। आरोपी के कब्जे से एक लोडेड 12 बोर का देशी कट्‌टा भी बरामद किया है।
      आरोपी दीनू उर्फ दिनेश को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी चंदन नगर श्री विनोद दीक्षित, सउनि के.के. मिश्रा, आर. 2795 घनश्याम तथा आर. 654 नीरज का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।


 

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