इन्दौर-दिनांक 09 मई 2015- पिछले दिनों शहर में हो रही चार पहिया वाहन चोरी को रोकने हेतु पुलिस महानिरीक्षक इंदौर श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस उपमहानिरीक्षक इंदौर श्री राकेश गुप्ता ने अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री दिलीप सोनी व श्री विनय प्रकाद्गा पॉल को निर्देशित किया इस पर उनि अद्गाौक सिंह चौहान के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया ।
टीम द्वारा पुराने चार पहीया वाहन चोरो की तलाश की इसी दौरान टीम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई की बलाई मोहल्ला रावजी बाजार निवासी अब्दुल हफीज एंव विजय पैलेस निवासी मोह0 फारूख नामक व्यक्ति विष्णुपुरी पानी की टंकी के पास एबी रोड इंदौर पर एक टवैरा व एक बैगनार गाडीयां बिना कागजात के सस्ते भाव में बेचने की बात कर रहे है। मुखबिर की सूचना पर टीम ने मौके पर पहुचंकर खुफिया तौर पर पता करते टवैरा एमपी 09 बीसी 1841 एंव एक बैगनार गाडी एमपी 09 एचई 2705 खडी दिखी। जिसके पास दो व्यक्ति खडे मिले उन्होने अपने नाम अब्दुल हफीज व मोह0 फारूख बताया। जिनसे गाडी खरीदने केसंबंध में बातचीत की गई तो बिना कागज के सस्ते भाव में देने के लिये तैयार हो गये। जिनसे गाडी व कागजों के संबध में बातचीत करने पर संतोष जनक उत्तर न देने पर टीम के माध्यम से दोनों गाडीयां पुलिस कब्जे में ली जाकर दोनो उपरोक्त व्यक्तियों से हिकमत अमली से पूछताछ करते टैवेरा देैवास एवं बैगनार राजेंद्र नगर क्षैत्र से चोरी करना बताया। दोनो व्यक्तियों से टीम द्वारा संघन पूछताछ पर मोह0 फारूख ने एक गाडी टवैरा जूनारिसाला निवासी रसीद को बैचना तथा अब्दुल हफीज ने एक टवैरा चोरी कर कबूतर खाने की पार्किंग में खडी करना बताने पर जूनारिसाला में रसीद की तलाश करते मिला जिसके पास टवैरा एमपी 09 सीजे 2100 सफेद रंग की मिली जिसका इंजन व चैचीस नंबर चैक करते चैचीस नंबर अलग से बैलडिंग किया हुआ दिखा तथा गाडी इंजन व चैचीस नंबर संदिग्ध होने पर चोरी की शंका में जप्त की गई तथा अब्दुल हफीज के बताये अनुसार कबूतरखाने की र्पांिर्कंग में एक गाडी जिसका नंबर जीजे 06 डीजी 6314 मिली। जो अब्दुल हफीज ने पलासिया क्षैत्र से चोरी करना बताई तथा अब्दुल हफीज से पुन; पुछताछ करने पर बताया की दैवास का मनीष पिता रमेद्गा ठाकुर निवासी मुखर्जी नगर दैवासके पास भी एक टवैरा गाडी एमपी 30 बीसी 0816 भी चोरी की है। जो मुझे बिना पैपर की देने की बात कर रहा था। इस पर मनीष ठाकुर की तलाद्गा की गई। तो मनीष मुखर्जी नगर में अपने घर पर मिला दरवाजे पर एक टवैरा सिल्वर रंग की जिस पर एमपी 30 बीसी 0816 नंबर लिखा होकर इंजन नबंर ग्रांईड्रर से घीसा होकर इंजन नंबर पृथक मिला। जिस पर गाडी हरदा में पूर्व में ग्वालियर के रामपाल नामक व्यक्ति से दिलवाई थी। जो पार्टी को शंका होने पर उसने पुन; मुझे गाडी वापस कर पैसे मांगने की बात बताई। गाडी चोरी की होने की शंका में मनीष ठाकुर से जप्त की गई तथा मोह0 फारूख ने गाडी एमपी 09 सीजे 2100 के चैचीस का काटा हुआ टुकडा अपने गैरेज से जप्त करवाया इस प्रकार यह पूरा गैंग बीमा कंपनी से टोटल लास गाडी खरीदकर उनके चैचीस नंबर चोरी की गाडीयों पर अकिंत व बैल्डिंग करवा कर गाडी चोरी कर बेचना बताने पर मोह0 फारूख पिता मोह0 याकूब 32 साल निवासी 198 विजय पैलेस कालोनी इंदौर व अब्दुल हफीज पिता बाबू निवासी 29/2 बलाई मोहल्ला रावजी बाजार इंदौर एंव मनीष पिता रमेद्गा ठाकुर निवासी मुखर्जी नगर दैवास को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से उपरोक्त 05 वाहन कईलाखों रूपये की किमत के जप्त कर वैधानिक कार्यावाही की गई है। मोह0 फारूख का भंवरकुआ में विष्णुपुरी पानी की टंकी के पास फारूख आटो गैरेज के नाम से गैरेज है उक्त गैरेज से ही वह चोरी की गाडीयों पर एक्सीडेंटल गाडीयों के इंजन व चैचीस नंबर बदलता था। अब्दुल हफीज आटो एमपी 09 टी 8770 खातीवाला टेंक माणिकबाग ब्रिज इंदौर के आटो स्टेैंड से आटो चलाता है। गैंग के मुखिया संजू नागदा, समीर धार एवं बंटी गुजर व रामपाल गुजर जो की चार पहिया वाहन चोरी करने की गैंग संचालित करते हैं की तलाद्गा की जा रही है मिलने पर अन्य कई वाहन जप्त होने की संभावना है। संजू निवासी नागदा पूर्व में भी कई बार वाहन चोरी में गिरफ्तार हो चुका एवं प्रदेश के बाहर के वाहन चोर गिरोह से भी इसके संबध है। रामपाल गुजर एंव बंटी गुजर ग्वालियर में गैरेज की आड में चोरी के वाहन खरीदने- बेचने का काम करते है। वर्तमान में मनीष ठाकुर इंदौर की चौलामंडलम विजयनगर ब्रांच में काम करता है। मनीष ठाकुर से पूर्व में भी 17 चार पहिया वाहन क्राईम ब्राचं इंदौर द्वारा जप्त किये जा चुके हैं। गेैंग की तलाश जारी है ।
यह वाहन चोर गैंग बीमा कंपनीयों से टोटललॉस गाडीयां खरीदकर उनके पैपर प्राप्त करते थे उसके बाद उसी माडल व कंपनी की गाडी चोरी कर चोरी की गाडी पर टोटल लॉस गाडी के इंजन व चैचीस नंबर काटकर चोरी की गाडीयों पर लगा बेचने का कार्य करते थे। इन चोरी की गाडीयों का उपयोग ट्रेवल्स व टैक्सी में किया जाता था।
इस कार्यवाही में अपराध शाखा इंदौर के उनि अद्गाौकसिंह चौहान, प्रआर चंदरसिंह, नाथूराम दुबे प्रआर रणवीरंिसह, ओमनारायण शुक्ला, अजीत यादव, सुनिल बिसेन व रितेश चौहान की महत्तवपूर्ण एवं उल्लेखनीय भूमिका रही है।
टीम द्वारा पुराने चार पहीया वाहन चोरो की तलाश की इसी दौरान टीम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई की बलाई मोहल्ला रावजी बाजार निवासी अब्दुल हफीज एंव विजय पैलेस निवासी मोह0 फारूख नामक व्यक्ति विष्णुपुरी पानी की टंकी के पास एबी रोड इंदौर पर एक टवैरा व एक बैगनार गाडीयां बिना कागजात के सस्ते भाव में बेचने की बात कर रहे है। मुखबिर की सूचना पर टीम ने मौके पर पहुचंकर खुफिया तौर पर पता करते टवैरा एमपी 09 बीसी 1841 एंव एक बैगनार गाडी एमपी 09 एचई 2705 खडी दिखी। जिसके पास दो व्यक्ति खडे मिले उन्होने अपने नाम अब्दुल हफीज व मोह0 फारूख बताया। जिनसे गाडी खरीदने केसंबंध में बातचीत की गई तो बिना कागज के सस्ते भाव में देने के लिये तैयार हो गये। जिनसे गाडी व कागजों के संबध में बातचीत करने पर संतोष जनक उत्तर न देने पर टीम के माध्यम से दोनों गाडीयां पुलिस कब्जे में ली जाकर दोनो उपरोक्त व्यक्तियों से हिकमत अमली से पूछताछ करते टैवेरा देैवास एवं बैगनार राजेंद्र नगर क्षैत्र से चोरी करना बताया। दोनो व्यक्तियों से टीम द्वारा संघन पूछताछ पर मोह0 फारूख ने एक गाडी टवैरा जूनारिसाला निवासी रसीद को बैचना तथा अब्दुल हफीज ने एक टवैरा चोरी कर कबूतर खाने की पार्किंग में खडी करना बताने पर जूनारिसाला में रसीद की तलाश करते मिला जिसके पास टवैरा एमपी 09 सीजे 2100 सफेद रंग की मिली जिसका इंजन व चैचीस नंबर चैक करते चैचीस नंबर अलग से बैलडिंग किया हुआ दिखा तथा गाडी इंजन व चैचीस नंबर संदिग्ध होने पर चोरी की शंका में जप्त की गई तथा अब्दुल हफीज के बताये अनुसार कबूतरखाने की र्पांिर्कंग में एक गाडी जिसका नंबर जीजे 06 डीजी 6314 मिली। जो अब्दुल हफीज ने पलासिया क्षैत्र से चोरी करना बताई तथा अब्दुल हफीज से पुन; पुछताछ करने पर बताया की दैवास का मनीष पिता रमेद्गा ठाकुर निवासी मुखर्जी नगर दैवासके पास भी एक टवैरा गाडी एमपी 30 बीसी 0816 भी चोरी की है। जो मुझे बिना पैपर की देने की बात कर रहा था। इस पर मनीष ठाकुर की तलाद्गा की गई। तो मनीष मुखर्जी नगर में अपने घर पर मिला दरवाजे पर एक टवैरा सिल्वर रंग की जिस पर एमपी 30 बीसी 0816 नंबर लिखा होकर इंजन नबंर ग्रांईड्रर से घीसा होकर इंजन नंबर पृथक मिला। जिस पर गाडी हरदा में पूर्व में ग्वालियर के रामपाल नामक व्यक्ति से दिलवाई थी। जो पार्टी को शंका होने पर उसने पुन; मुझे गाडी वापस कर पैसे मांगने की बात बताई। गाडी चोरी की होने की शंका में मनीष ठाकुर से जप्त की गई तथा मोह0 फारूख ने गाडी एमपी 09 सीजे 2100 के चैचीस का काटा हुआ टुकडा अपने गैरेज से जप्त करवाया इस प्रकार यह पूरा गैंग बीमा कंपनी से टोटल लास गाडी खरीदकर उनके चैचीस नंबर चोरी की गाडीयों पर अकिंत व बैल्डिंग करवा कर गाडी चोरी कर बेचना बताने पर मोह0 फारूख पिता मोह0 याकूब 32 साल निवासी 198 विजय पैलेस कालोनी इंदौर व अब्दुल हफीज पिता बाबू निवासी 29/2 बलाई मोहल्ला रावजी बाजार इंदौर एंव मनीष पिता रमेद्गा ठाकुर निवासी मुखर्जी नगर दैवास को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से उपरोक्त 05 वाहन कईलाखों रूपये की किमत के जप्त कर वैधानिक कार्यावाही की गई है। मोह0 फारूख का भंवरकुआ में विष्णुपुरी पानी की टंकी के पास फारूख आटो गैरेज के नाम से गैरेज है उक्त गैरेज से ही वह चोरी की गाडीयों पर एक्सीडेंटल गाडीयों के इंजन व चैचीस नंबर बदलता था। अब्दुल हफीज आटो एमपी 09 टी 8770 खातीवाला टेंक माणिकबाग ब्रिज इंदौर के आटो स्टेैंड से आटो चलाता है। गैंग के मुखिया संजू नागदा, समीर धार एवं बंटी गुजर व रामपाल गुजर जो की चार पहिया वाहन चोरी करने की गैंग संचालित करते हैं की तलाद्गा की जा रही है मिलने पर अन्य कई वाहन जप्त होने की संभावना है। संजू निवासी नागदा पूर्व में भी कई बार वाहन चोरी में गिरफ्तार हो चुका एवं प्रदेश के बाहर के वाहन चोर गिरोह से भी इसके संबध है। रामपाल गुजर एंव बंटी गुजर ग्वालियर में गैरेज की आड में चोरी के वाहन खरीदने- बेचने का काम करते है। वर्तमान में मनीष ठाकुर इंदौर की चौलामंडलम विजयनगर ब्रांच में काम करता है। मनीष ठाकुर से पूर्व में भी 17 चार पहिया वाहन क्राईम ब्राचं इंदौर द्वारा जप्त किये जा चुके हैं। गेैंग की तलाश जारी है ।
यह वाहन चोर गैंग बीमा कंपनीयों से टोटललॉस गाडीयां खरीदकर उनके पैपर प्राप्त करते थे उसके बाद उसी माडल व कंपनी की गाडी चोरी कर चोरी की गाडी पर टोटल लॉस गाडी के इंजन व चैचीस नंबर काटकर चोरी की गाडीयों पर लगा बेचने का कार्य करते थे। इन चोरी की गाडीयों का उपयोग ट्रेवल्स व टैक्सी में किया जाता था।
इस कार्यवाही में अपराध शाखा इंदौर के उनि अद्गाौकसिंह चौहान, प्रआर चंदरसिंह, नाथूराम दुबे प्रआर रणवीरंिसह, ओमनारायण शुक्ला, अजीत यादव, सुनिल बिसेन व रितेश चौहान की महत्तवपूर्ण एवं उल्लेखनीय भूमिका रही है।
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