Friday, December 26, 2014

चालकों/परिचालकों को सिखाया शिष्टाचार का पाठ






इन्दौर-दिनांक 26 दिसम्बर 2014- विगत कुछ समय से महिलाओं एवं विशेषकर विद्यालयों/अन्य शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत कम उम्र की बेंटियों, किशोरियों एवं व्यस्क बालिकाओं स्कूली बस चालकों एवं परिचालको के बच्चों के प्रति हो रहे अपराधो को दृष्टिगत रखते हुये यातायात पुलिस जिला इन्दौर द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशो के पालन में शहर के प्रमुख 13 स्कूलो के लगभग 500 चालक/परिचालकों हेतु केस्ट्राल कंपनी के सहयोग से एडवांस एकेडमी निपानिया में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया ।  कार्यक्रम में मुखय रूप से सुश्री अंजना तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात, श्री विक्रम सिंह रघुवंशी, श्री अरविन्द तिवारी उप पुलिस अधीक्षक, यातायात जिला इन्दौर, एडंवास एकेडमी से श्री अनिल कुमार राय एवं श्री मनोज वाजपेयी प्राचार्य तथा केस्ट्राल इंडिया से श्री अभिताभ सिंघल ने चालकों/परिचालकों द्वारा अपने व्याखयान एवं उदाहरणों के माध्यम से इन्दौर शहर के प्रतिष्ठित 13 स्कूलों के चालकों/परिचालकों को स्कूली बसों को कैसे सुरक्षित चलाये इस संबंध में बताया ।  उन्होने बताया कि दुर्घटनाओं का मुखयकारण चालक द्वारा वाहन को लापरवाही से चलाना अथवा सामने वाले वाहन चालक की गलती का पुर्वानुमान नही लगा पाना है ।  सामने वाले वाहन चालक की छोटी सी गलती भी गंभीर एवं बडी दुर्घटना का कारण बन जाती है  । हम अच्छे चालक तभी है जब हम अपना वाहन को सुरक्षित चलाये तथा सामने वाले वाहन चालक की गलती का भी पूर्वानुमान लगाये ।  दुर्घटना किसी की गलती से हो लेकिन नुकसान दोनो पक्षो का होता है  ।  दुर्घटना सदैव दुख का कारण होती है, इससे किसी का भला नही होता है ।  सुश्री अंजना तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इन्दौर ने बताया कि स्कूल बसों के चालक/परिचालकों का व्यवहार बच्चों के साथ सदैव सौहार्दपूर्ण  होना चाहिये ।  वाहन चलाते समय म्यूजिक सिस्टम का उपयोग नही करना चाहियें इससे वाहन चालक का भी ध्यान भंग होता है और दुर्घटना की स्थिति निर्मित होती है। परिचालकों कभी भी बच्चों को गोद में नही बैठाये ।  लोभ लालच देकर बच्चों को खाने की वस्तुएं न दें ।  वाहन चालक वाहन चालन करते समय मोबाईल का उपयोग न करें।  स्कूली प्रबंधन वाहन चालक/परिचालक के बारें में सम्पूर्ण जानकारी रखे । वाहन चालकों द्वारा बीच चौराहे पर गाडी रोककरबच्चों को उतारा एवं बैठाया जाता है यह एक गंभीर त्रुटि है, इससे यातायात तो बाधित होता ही है बच्चों को भी नुकसान हो सकता है । अतः स्कूली चालक/परिचालक ऐसा न करें एवं कानूनी प्रावधानों से भी अवगत कराते हुये सभी को समझाईश दी गई। कार्यक्रम के अंत में श्री विक्रम सिंह रघुवंशी द्वारा आभार व्यक्त किया गया।

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