Tuesday, October 14, 2014

अपराध और अपराधी तंत्र व सिस्टम (Crime and Criminal Tracking Systems - CCTNS) के लिये चेंज मैनेजमेंट वर्कशाप का आयोजन





इन्दौर-दिनांक 14 अक्टूबर 2014- पुलिस कंट्रोल रूमइन्दौर में दिनांक 14-10-2014 को  अपराध और अपराधी खोज तंत्र सिस्टम (Crime and Criminal Tracking Systems - CCTNS) के लिये मध्य प्रदेश पुलिस के अंतर्गत राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो, इन्दौर पुलिस के श्री राकेश गुप्ता, उप पुलिस महानिरीक्षक, श्री अनिल शर्मा, पुलिस अधीक्षक मुख्यालय, श्री आबिद खॉन पुलिस अधीक्षक पश्चिम, श्री ओ-पी त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक पूर्व और एचसीएल (HCL) के श्री हुसैनी किताबी, श्री अमृत बजाज, श्री सुमित एस साहनी एवं श्री सुनील शर्मा संयुक्त तत्वाधान में चेंज मैनेजमेंट वर्कशॉपका आयोजन पुलिस कंट्रोल रूम ‍इन्दौर में किया गया। यह कार्यशाला भारत की - गवर्नेंस योजना के अंतर्गत पूरे देश में पुलिस व्यवस्था को कम्प्युटराइज करने की महत्वाकांक्षी योजना का एक भाग हैं। इस सिस्टम में सभी पुलिस थानों कम्प्यूटरीकरण होगा और राष्ट्रीय स्तर पर सभी पुलिस इकाइयों को सारे रिकार्ड्स ऑन लाइन उपलब्ध होंगे वर्तमान पुलिस व्यवस्था में अधिकतर कार्य मैन्युअल तरीके से हो रहा हैं जिसमे अपराधों और अपराधियों से सम्बंधित समस्त कार्यवाही, रोज़नामचा, रजिस्टर, केस डायरी, रिकॉर्ड, साक्ष्य संकलन जैसे कार्य हस्त लिखित तरीकों से किये जा रहे हैं कम्प्यूटरीकरण के कारण पुलिस की कार्य प्रणाली में बदलाव होगा और यह बदलाव सभी पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी शीघ्र समझ सकें इस उद्देश्य के लिए परिवर्तन प्रबंध कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्य शाला की मेजबानी प्रोजेक्ट क्रियान्वयनकर्ता फर्म एचसीएल टेक्नोलॉजीस ने की। कार्यशाला में जिले के थानों से 20 अधिकारियों एवं 60 कर्मचारियों ने भाग लिया कार्यशाला में CCTNS के नोडल अधिकारी श्री राजेश कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, मुख्यालय मुख्यालय ने आयोजन के उद्देश्यों की जानकारी दी। कार्यशाला का प्रारम्भ श्री राकेश गुप्ता, पुलिस उप महानिरीक्षक, इन्दौर  ने किया। उन्होने कार्यशाला को अत्यधिक महत्त्वपूर्ण बताते हुए इसमें पूर्ण मनोयोग से भाग लेने और बदलावों को शीघ्र सीखने पर बल दिया। एचसीएल टेक्नोलॉजीस के प्रतिनिधि सुमित एस साहनी ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से पुलिस के कार्य करने के तरीकों में आने वाले बदलावों की समझाइश दी। उन्होने शासन के विभिन्न विभागों स्टेटबैंक ऑफ़ इंडिया एवं भारतीय रेल के कम्प्यूटरीकरण का संक्षिप्त विवरण देते हुए बताया कि किस तरीके से कोर बैंकिंग एवं ऑनलाइन बैंकिंग ने बैंक के कार्य को उपभोक्ताओं के लिए सरल एवं सुगम बनाया हैं। इसी प्रकार रेलवे में -टिकटिंग प्रणाली एवं ऑनलाइन बुकिंग जैसी व्यवस्थाओं ने रेल सुविधाओं की पहुंच यात्रियों के लैपटॉप और मोबाइल फोन तक कर दी हैं। जिस से यात्रियों के समय की बचत एवं टिकट खिड़कियों पर लगने वाली भीड़ से निजात पायी  जा सकी इन विभागों ने इस परिवर्तन को सहजता से स्वीकार किया और आज उत्तम सेवाओं का परिचालन कर रहे हैं। ऐसी ही संस्वीकृति के साथ पुलिस विभाग को भी परिवर्तन के लिए तैयार होना हैं। वर्त्तमान CCTNS प्रोजेक्ट पूर्व में चल रहे प्रोजेक्ट CCIS एवं CIPA की कमियों से सीख लेते हुए एक समग्र कम्पुटराइजेशन के स्वरुप का कार्यक्रम हैं इसमे पुलिस थानों एवं मुख्यालयों के बीच कनेक्टिविटी, त्वरित अपडेट, विभिन्न तुलनात्मक रिपोर्ट्स, ऑनलाइन पर्यवेक्षण एवं आम जनता से संवाद हेतु पब्लिक इंटरफ़ेस होगा। इस प्रोजेक्ट के लागू होने से पुलिस की कार्य प्रणाली में अनेक लाभकारी परिवर्तन होंगे। मैन्युअल रिकार्ड / रजिस्टर के रख-रखाव में लगने वाले समय और श्रम की बचत होगी अपराध अनुसंधान एवं रोकथाम हेतु आवश्यक रिपोर्ट एवं जानकारियां तत्काल ऑनलाईन उपलब्ध होगी अपराध/अपराधियों संबंधी सूचनाओं का वास्तविक समय में एवं सुलभ विश्लेषण से त्वरित निर्णय और बेहतर प्रबंधन होगा। सांख्यिकीय आंकड़ें तैयार करने की सरल प्रक्रिया से बेहतर विश्लेषण हो सकेगा अधीनस्थ अधिकारियों / ईकाईयों को ऑनलाईन निर्देश देने की सुविधा होगी ।उत्पादकता वृद्धि के कारण व्यक्तिगत और कामकाजी जीवन में सही तालमेल बना रहेगा। सभी राज्यों के पुलिस थानों में अपराध और अपराधियों की जानकारी संकलित करने के कार्य में एकरुपता होगी अंर्तराज्यीय स्तर पर जानकारी के आदान-प्रदान की ऑनलाईन सुविधा से समय एवं श्रम की बचत होगी विभिन्न राज्यों के मध्य घटित होने वाले अपराधों के वारदात करने के तरीके(Modus Operandi) का पता लगाने में सहायता प्राप्त होगी जिससे अपराधों की बेहतर रोकथाम संभव हो सकेगी। संसद/विधान सभा, नागरिकों/नागरिक समूहों  एवं सूचना के अधिकार (RTI) के अंतर्गत पूछे जाने वाले प्रश्नों के त्वरित एवं सटीक उत्तर देने में सहायता मिलेगी। देश भर में पुलिस संगठनों की अधिक जवाबदेही सुनिश्चित होगी ऑनलाइन शिकायतें रजिस्टर कराने की सुविधा प्राप्त होगी अपराध और अपराधियों से संबंधित घटनाओं की रिपोर्ट करने में आसानी होगी। पुलिस कार्यों से संबंधित आवश्यक प्रपत्र (फॉर्म) डाउनलोड़ करने की सुविधा होगी। घरेलू नौकरों, किरायेदारों, वरिष्ठ नागरिकों एवं रोजगार हेतु चरित्र सत्यापन के लिये प्रावधान होगा। नागरिकों द्वारा की गई शिकायतों की ऑनलाइन ट्रैकिंग संभव होगी। मोटर व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम, लापता व्यक्तियों, अज्ञात व्यक्ति, शवों, आदि की  जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी कम्प्युटराइजेशन के कारण पुलिस कार्य प्रणाली में होने वाले परिवर्तनों के सम्बन्ध में प्रतिभागियों द्वारा किये गये प्रश्नों का समुचित समाधान किया गया प्रतिभागियों ने CCTNS प्रोजेक्ट के सफल संचालन हेतु कार्यशाला को अत्यधिक लाभप्रद बताया कार्यशाला के अंत में आभार प्रदर्शन एचसीएल टेक्नोलॉजीस के श्री हुसैनी किताबी, श्री अमृत बजाज, द्वारा किया गया। कार्यशाला को सफल बनाने में जिला पुलिस के श्री राजेश कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, मुख्यालय, इन्दौर का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा। जिले में CCTNS प्रोजेक्ट की सफलता के लिए शुभ कामनाओं के साथ कार्यशाला का समापन हुआ।

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