इन्दौर-दिनांक 18 सितम्बर 2014-पुलिस अधीक्षक पश्चिम जिला इन्दौर श्री आबिद खान ने बताया कि दिनांक 5-6 मार्च 2014 को थाना एरोड्रम अन्तर्गत लक्ष्मणपुरा ईंट भट्टे पर मिली अज्ञात लाश के अंधे कत्ल का एरोड्रम पुलिस ने पर्दाफाश कर, आरोपी को पकड़ने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
थाना एरोड्रम अन्तर्गत दिनांक 5-6 मार्च 2014 की दरम्यानी रात में लक्ष्मणपुरा ईंट भट्टा स्कीम नं. 51 के पास में एक अज्ञात लाद्गा पडे़ होने की सूचना मिली, जिस पर से पुलिस द्वारा जांच पर से अपराध क्रं 186/14 धारा 302 भादवि का अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध कायम किया गया तथा उक्त लाश की गिशनाखत रंजीत बासले पिता गरीबदास बासले(30) निवासी भगवाड़िया तहसील होलारिया जिला होद्गांगाबाद के रूप में हुई थी। घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक श्री आबिद खान द्वारा उक्त अंधे कत्ल के आरोपियों का पता लगाने के लिये टीम गठित कर, आवद्गयक दिद्गाा-निर्देद्गा दिये गये। टीमों द्वारा हत्या के आरोपियों का पता लगाने में निरंतर प्रयास कर, हर बिंदु की बारिकी से जांच की गई। मृतक के बारे में पता करने पर, जिस केंटरिंग में वह काम करता थाउनके साथियों से पता किया गया कि, मृतक की किसी से कोई बात हो गई हो तो, किसी ने हत्या कर दी गई हो। वहीं दूसरी ओर मृतक के गांव भगवाड़ा जिला होद्गांगाबाद में भी पूछताछ की गई कि, उसकी किसी के साथ कोई पुरानी बात का विवाद या रंजिश तो नहीं थी, लेकिन जांच में उक्त दोनों बिन्दुओं पर कोई जानकारी नहीं मिल पायी। उक्त अपराध में लंबे समय तक भी कोई सुराग हाथ नहीं लगने पर भी पुलिस की टीमों द्वारा अपना काम जारी रखा और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्द्गान में अपराधियों का पता लगाने में पूरी तन्मयता के साथ जुटी रही। मृतक के सबंध में और जानकारी निकालने पर ज्ञात हुआ कि मृतक रंजीत युवा होकर अविवाहित था तथा वह शराब का सेवन भी करता था, और वह कभी-कभी देर रात तक बाहर रहता था और कभी-कभी घर पर भी नहीं आता था। पुलिस द्वारा उक्त बिंदु के आधार पर बारिकी से जांच की गई।
पुलिस ने जांच में पाया कि दिनांक 05.03.14 को लक्ष्मणपुरा ईंट भट्टे के पास जहां पर मृतक रंजीत की लाश मिली थी, वहीं पर पास में पारस पिता अनसिंह भाबर निवासी झाबुआ अपने परिवार के साथ रहता था और मजदूरी का काम करता था,और इसके घर पर मृतक रंजीत का आना-जाना था। पूछताछ करने पर पाया कि पारस की पत्नि रूपा के साथ मृतक रंजीत के अवैध संबंध हो गये थे। घटना दिनांक को करीब रात में दस बजे मृतक रंजीत को आरोपी पारस ने अपनी पत्नि रूपा के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था, तो रंजीत वहां से भागा, जिसका पीछा पारस एवं उसके पिता अनसिंह ने किया व उसको ईंट भट्टे के वहा पर पकड़कर, उस पर ईंटो से वार करके उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद पारस व उसका पिता अनसिंह झाबुआ और वहां से गुजरात फरार हो गये थे, जिनमें से एरोड्रम पुलिस द्वारा आरोपी पारस को गिरफ्तार कर लिया है, अनसिंह की तलाश जारी है।
इस कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के निदेशन में थाना प्रभारी एरोड्रम कन्हैयालाल दांगी के नेतृत्व में आरक्षक 3144 रविन्द्र रघुवंश, 1898 कमलेश चावड़ा, 132 जितेन्द्र सिंह सरदार, 1659 दीनदयाल शर्मा तथा आरक्षक 435 आशगाीष मिश्रा की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।
थाना एरोड्रम अन्तर्गत दिनांक 5-6 मार्च 2014 की दरम्यानी रात में लक्ष्मणपुरा ईंट भट्टा स्कीम नं. 51 के पास में एक अज्ञात लाद्गा पडे़ होने की सूचना मिली, जिस पर से पुलिस द्वारा जांच पर से अपराध क्रं 186/14 धारा 302 भादवि का अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध कायम किया गया तथा उक्त लाश की गिशनाखत रंजीत बासले पिता गरीबदास बासले(30) निवासी भगवाड़िया तहसील होलारिया जिला होद्गांगाबाद के रूप में हुई थी। घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक श्री आबिद खान द्वारा उक्त अंधे कत्ल के आरोपियों का पता लगाने के लिये टीम गठित कर, आवद्गयक दिद्गाा-निर्देद्गा दिये गये। टीमों द्वारा हत्या के आरोपियों का पता लगाने में निरंतर प्रयास कर, हर बिंदु की बारिकी से जांच की गई। मृतक के बारे में पता करने पर, जिस केंटरिंग में वह काम करता थाउनके साथियों से पता किया गया कि, मृतक की किसी से कोई बात हो गई हो तो, किसी ने हत्या कर दी गई हो। वहीं दूसरी ओर मृतक के गांव भगवाड़ा जिला होद्गांगाबाद में भी पूछताछ की गई कि, उसकी किसी के साथ कोई पुरानी बात का विवाद या रंजिश तो नहीं थी, लेकिन जांच में उक्त दोनों बिन्दुओं पर कोई जानकारी नहीं मिल पायी। उक्त अपराध में लंबे समय तक भी कोई सुराग हाथ नहीं लगने पर भी पुलिस की टीमों द्वारा अपना काम जारी रखा और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्द्गान में अपराधियों का पता लगाने में पूरी तन्मयता के साथ जुटी रही। मृतक के सबंध में और जानकारी निकालने पर ज्ञात हुआ कि मृतक रंजीत युवा होकर अविवाहित था तथा वह शराब का सेवन भी करता था, और वह कभी-कभी देर रात तक बाहर रहता था और कभी-कभी घर पर भी नहीं आता था। पुलिस द्वारा उक्त बिंदु के आधार पर बारिकी से जांच की गई।
पुलिस ने जांच में पाया कि दिनांक 05.03.14 को लक्ष्मणपुरा ईंट भट्टे के पास जहां पर मृतक रंजीत की लाश मिली थी, वहीं पर पास में पारस पिता अनसिंह भाबर निवासी झाबुआ अपने परिवार के साथ रहता था और मजदूरी का काम करता था,और इसके घर पर मृतक रंजीत का आना-जाना था। पूछताछ करने पर पाया कि पारस की पत्नि रूपा के साथ मृतक रंजीत के अवैध संबंध हो गये थे। घटना दिनांक को करीब रात में दस बजे मृतक रंजीत को आरोपी पारस ने अपनी पत्नि रूपा के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था, तो रंजीत वहां से भागा, जिसका पीछा पारस एवं उसके पिता अनसिंह ने किया व उसको ईंट भट्टे के वहा पर पकड़कर, उस पर ईंटो से वार करके उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद पारस व उसका पिता अनसिंह झाबुआ और वहां से गुजरात फरार हो गये थे, जिनमें से एरोड्रम पुलिस द्वारा आरोपी पारस को गिरफ्तार कर लिया है, अनसिंह की तलाश जारी है।
इस कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के निदेशन में थाना प्रभारी एरोड्रम कन्हैयालाल दांगी के नेतृत्व में आरक्षक 3144 रविन्द्र रघुवंश, 1898 कमलेश चावड़ा, 132 जितेन्द्र सिंह सरदार, 1659 दीनदयाल शर्मा तथा आरक्षक 435 आशगाीष मिश्रा की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।
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