Thursday, August 28, 2014

एक लडकी होने के नाते यातायात की जागरूकता कैसे फैला सकती हू ? सिटीजन कॉप क्या है ? जो महिलाए रात की ड्‌यूटी करती है, उनकी सुरक्षा कैसे की जाती है ?

इन्दौर-दिनांक 28 अगस्त 2014-15 वर्ष से कम उम्र के बच्चे तेज वाहन चलाते है, जबकि देखने में आता है कि सबसे अधिक दुर्घटना इसी कारण से होती है ? एक लडकी होने के नाते यातायात की कैसे जागरूकता फैला सकती हॅू ? लडकियों के साथ छेडछाड की घटना ज्यादा होती है इसके लिये पुलिस क्या-क्या कार्यवाही कर रही है ? सिटीजन कॉप क्या है ? जो महिलाएं रात को ड्‌यूटी करती है, उनकी सुरक्षा कैसे की जाती है ? लोगो में यातायात की जागरूकता कैसे पैदा की जायें। कुछ ऐसे ही प्रश्नों का सामना श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस महानिरीक्षक, इन्दौर जोन इन्दौर और उनकी टीम को करना पडा जब वे क्वीन्स कॉलेज के बच्चों से क्राईम प्रिवेन्शन एजुकेशन के तहत सम्मुख हुए। उक्त कार्यक्रम में श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस महानिरीक्षक, इन्दौर जोन इन्दौर के साथ श्री आबिद खान, पुलिस अधीक्षक, पश्चिम, श्री देवेन्द्र पाटीदार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पश्चिम इन्दौर सुश्री अंजना तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, यातायात, श्री विजय सिंह पंवार एवंअरविन्द तिवारी, उप पुलिस अधीक्षक, यातायात उपस्थित थे । कार्यक्रम में स्कूल के 1000 से अधिक बच्चे सम्मिलित हुये।  कार्यक्रम के दौरान श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस महानिरीक्षक, इन्दौर द्वारा अपराधों के रोकथाम में सहयोग एवं नवीन पीढी द्वारा कैसे समाज सुधार में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया जा सकता है, बच्चों को बताया गया । इस दौरान उन्होने एवं उनकी टीम द्वारा बच्चों की जिज्ञासा को भी शांत किया गया। बच्चो ंद्वारा पूछे गये मुखय प्रश्न निम्नानुसार है :-
प्रश्न :- 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चे तेज वाहन चलाते है, जबकि देखने में आता है कि सबसे अधिक दुर्घटना                 इसी कारण से होती है ?
उत्तर-यह सही है, कि दुर्घटनाएं तेज गति से वाहन चलाने के कारण होती है, हमे यह समझना चाहियें कि हमारी और दूसरों की जान की बहुत कीमत होती है, इसे ऐसे व्यर्थ में ही नही गवाना चाहियें ।   इसलिये शासन द्वारा वाहन चलाये जाने हेतु लायसेंस की एक उम्र नियत की गई है । 
प्रश्न :-एक लडकी होने के नाते यातायात की कैसे जागरूकता फैला सकती हॅू ?
उत्तर-सबसे पहले को खुद फिर अपने परिवार एवं अपने आस-पास के लोगो को यातायात के नियमों के लिये जागरूक पैदा कर सकते है,और आप लोगो के माध्यम से ही यह संभव है, और इसी प्रकार हम एक दिन इन्दौर में अच्छे यातायात को देख सकते है । 
प्रश्न :-महिलाओं के साथ छेडछाड एक प्रमुख समस्या है और सिग्नलों पर भी छेडछाड बहुत होती है इसके                 लिये क्या-क्या कार्यवाही की जा रही है ?
उत्तर-महिलाओं की सुरक्षा हेतु नियम बहुत ही सखत है। नई तकनीकों का उपयोग हो रहा है। कई चौराहों पर कैमरे लगे है तथा इसके अतिरिक्त नवीन कैमरे भी गर्ल्स स्कूल/कॉलेज के नजदीक लगाये जा रहे है ताकि असामाजिक तत्वों पर कार्यवाही की जा सके।  आप लोग ऐसी स्थिति में सिटीजन कॉप और हेल्प-मी का भी इस्तेमाल कर सकतें है । 
प्रश्न :-सिटीजन कॉप क्या है ?
उत्तर-यह एक एन्ड्रायड मोबाइल एप्लीकेद्गान है, इस एप्लीकेद्गान में मदद हेतु सम्बंधित पुलिस थाना, बीट अधिकारी, थाना प्रभारी व अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों से सम्पर्क के लिए पदनाम व दूरभाष/मोबाइल नंबर की जानकारी रहती है ।  इसमें आप असामाजिक तत्वों की जानकारी एवं अपराधों की जानकारी, शिकायत आदि भी कर सकते है।  जिसका सीधा संपर्क पुलिस नियंत्रण कक्ष से होता है। शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल कार्यवाही की जाती है। हम इसका विन्डोवर्जन भी शीघ्र ही लान्च करेंगे। 
प्रश्न :-जो लडकियां रात को ड्‌यूटी करती है, उनकी सुरक्षा कैसे की जाती है ?
उत्तर-सर्वप्रथम रात्रिकालीन ड्‌यूटी करने वाली महिलाओं की सुरक्षा का जिम्मा नियोक्ता (कंपनी) का है, उसे पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करना चाहियें। इसके अतिरिक्त पुलिस 24 घन्टे सेवा के लिये तत्पर रहती है। किसी भी आपत कालीन स्थिति में आप इसकी तत्काल सूचना 100 नम्बर या नजदीकी पुलिस स्टेशन पर कर सकते है। 
प्रश्न :-दुर्घटना की स्थिति में बहुत सारी भीड एकत्रित हो जाती है, किन्तु पुलिस के डर अथवा कोर्ट के चक्कर             में कोई पुलिस की मदद नही करता है। हमें एक सामान्य नागरिक होने के नाते क्या करना चाहियें । 
उत्तर-यह बहुत अच्छी बात है कि आप लोग हमारी मदद के लिये आगे आ रहे है और विश्वास कीजिये किसी अच्छे समाज की शुरूआत आप और हम से ही होती है। आप लोग बेहिचक होकर ऐसे पीडित लोगो की मदद कर सकते है।  माननीय न्यायालय ने भी इस बारें में स्पष्ट निर्देश दिये है ।  

इसके अतिरिक्त कार्यक्रम के समाप्ति पर अच्छे प्रश्न पूछने वाले निम्नलिखित बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया ।  
1. याशना भागचंदानी
2. पूजा खत्री
3. गुंजनभाटिया
4. हिमांशी दरयानी
5. प्रियंका जायसवाल

No comments:

Post a Comment