इन्दौर-दिनांक 04 जुलाई 2014-पुलिस अधीक्षक पश्चिम इन्दौर श्री आबिद खान ने बताया कि थाना सिमरोल क्षेन्तार्गत दिनांक 21.06.14 को मिली लाश के अंधे कत्ल के प्रकरण में मृतक की हत्या करने वाले, उसकी पत्नि के प्रेमी आसेन्द्र को पकड़ने में सफलता अर्जित की है।
दिनांक 21.06.14 को थाना सिमरोल क्षेन्तार्गत भेरूघाट के जंगल में एक 30-35 वर्ष के अज्ञात व्यक्ति की लाश पड़ी होने की सूचना पर थाना सिमरोल द्वारा मर्ग कायम कर जांच प्रारम्भ की गई। जांच दौरान मृतक की शिनाखत मुकेश पिता लक्ष्मीनारायण बैरागी निवासी-ग्राम नानौर जिला झालावाड़ राजस्थान हाल सोलंकी नगर इन्दौर के रूप में उसके भाई कमलेश ने की। मृतक की पीएम रिपोर्ट में उसकी मृत्यु का कारण श्वास अवरोध कर गला दबाकर मृत्यु होना पाया जाने से थाना सिमरोल पर अपराध क्रं 261/14 धारा 302, 201, 34 भादवि का प्रकरण कायम कर अनुसंधान मे लिया गया।
प्रकरण सनसनीखेज अंधे कत्ल का होने के कारण, उसकी गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री आबिद खान, अति. पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री राजेश कुमार सिंह के मार्गदर्शन में थानाप्रभारी सिमरोल प्रदीप बक्षी के नेतृत्व में एक टीम गठित कर विवेचना की गई।
प्रकरण की विवेचना में पाया कि मृतक मुकेश की पत्नि आशाबाई अपना स्वीट्स विजय नगर पर काम करती थी, वहीं पर आरोपी आसेन्द्र पिता लज्जाराम सिंह यादव (19) निवासी-मुस्तफाबाद जिला फैजाबाद उ.प्र. भी काम करता था। एक साथ काम करने के कारण दोनो में बातचीत होती थी व आपस में संबंध भी हो गये थे, इस कारण मृतक मुकेश अपनी पत्नि आशाबाई पर चरित्र शंका करता था, व आसेन्द्र से बात करने का मना करता था। इसी बात को लेकर अक्सर पति पत्नि में झगड़े होते रहते थे। मृतक की पत्नि आशाबाई ने उक्त बात अपने प्रेमी आसेन्द्र को बताई कि उसके पति मुकेश को उनके संबंधो के बारे में पता चल गया है, इस कारण वह मुझसे झगड़ा करता है।
दिनांक 20.06.14 को मृतक मुकेश ने अपने साले दिलिप पिता रामनारायण प्रजापत निवासी-ग्राम काशीपुर जिला राजगढ़ हाल निवासी सोलंकी नगर तथा अपनी पत्नि आशाबाई को साथ लेकर, आरोपी आसेन्द्र से बात करने के लिये उसे फोन से विजय नगर क्षेत्र में भूसामंडी के पास सुनसान में बुलाया। मृतक मुकेश ने आसेन्द्र से अपनी पत्नि के साथ संबंधो कोलेकर बात की तो उनमें वाद-विवाद शुरू हो गया, इसी दौरान आरोपी आसेन्द्र ने मृतक मुकेश को जमीन में पटक दिया व उसका गला दबाकर हत्या कर दी। मृतक की हत्या के बाद आरोपी आसेन्द्र ने साक्ष्य छिपाने की नियत से अपना स्वीट्स पर काम करने वाले अपने मित्र दीपक पिता जगदीश बाघोरा निवासी-धर्मराज कालोनी इंदौर को बुलाया और उसकी मोटर सायकल से मृतक की लाश को खण्डवा रोड़ पर भेरूघाट के जंगल में फेंक दिया था।
मृतक की पत्नि अशाबाई व साले दिलिप ने अगले दिन दिनांक 21.06.14 को थाना विजय नगर पर जाकर मृतक मुकेश के गुम होने की झूठी रिपोर्ट दर्ज करवा दी। इनसे मृतक के संबंध में पूछने पर, इन्होने हत्या के संबंध में न बताते हुए यही बताया कि मृतक 21.06.14 को सुबह 05.00 बजे सब्जी मंडी में धंधा करने के लिये 15000 रूपयें लेकर गया था फिर वापस नहीं आया। पुलिस द्वारा घटना के हर पहलू पर बिन्दुवार विवेचना व कड़ी पूछताछ से उक्त हत्या के आरोपियों का पता लगाने में सफलता प्राप्त की।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सिमरोल प्रदीप बक्षी के नेतृत्व में थाने के उनि आर.एस. सक्तावत, सउनि भागीरथ जाट, प्र.आर. लक्ष्मण भलावी एवं आरक्षक दशरथ कीमहत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।
No comments:
Post a Comment