Thursday, December 12, 2013

खण्डवा निवासी फोर्स मोटर्स के इंजीनियर का अपहरणकर्ता क्राईम ब्रांच की गिरफ्त में, - छैगांव माखन से किया था अपहरण - 10 लाख रूपयें की फिरौती की मांग की जा रही थी - गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, आदि राज्यों में घूम रहे थे

इन्दौर -दिनांक 12 दिसम्बर 2013- पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री अनिल शर्मा ने प्रेस को सम्बोधित करते हुए बताया कि, जिला अपराध शाखा इन्दौर ने थाना छैगांव माखन के फिरौती के लिए अपहरण के प्रकरण में मुखय आरोपी को होशंगाबाद से भोपाल के बीच से हिरासत में लिया जाकर प्रकरण का पर्दाफाश करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। 
श्री शर्मा ने बताया कि, दिनांक 05.12.2013 को श्री वैभव शर्मा पिता वीरेन्द्र शर्मा (38) निवासी विजय नगर इन्दौर जो फोर्स मोटर्स पीथमपुर में सीनियर इंजिनियर के पद पर कार्यरत है का, थाना छैगांव माखन जिला खण्डवा क्षेत्र से अज्ञात बदमाशों द्वारा अपहरण कर लिया गया था एवं अपहृत श्री वैभव शर्मा के फोन से ही उनके पिता को फोन कर 10 लाख रूपयें की फिरौती मांगी जा रही थी।  अज्ञात आरोपी द्वारा अपहृत के पिता से श्री वैभव शर्मा के स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया एवं एचडीएफसी बैंक केखातों में पैसे डालने की मांग की गई। प्रकरण की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर झोन, इन्दौर द्वारा प्रकरण की पतारसी की सम्पूर्ण जवाबदारी अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकद्वय को सौंपी गई। 
अपराध शाखा द्वारा प्रकरण की गंभीरता एवं अपहृत की जानमाल की रक्षा को ध्यान में रखते एक विशेष दल, अपहरणकर्ताओं द्वारा बैंक के एटीएम का प्रयोग करते हुए आहरित किये गये रूपयें के स्थान पर दबिश देने हेतु भेजा गया किन्तु पुलिस दल को विशेष उपलब्धि हासिल नहीं हुई। इस दौरान अपहरणकर्ता अपहृत वैभव शर्मा को लेकर सेन्धवा, धरमपुरी, नेतरंग गुजरात, मौडासा जिला साबंरकांठा, पश्चिम दिल्ली, फरीदाबाद एवं आगरा उ.प्र. में घूमते रहे एवं इन स्थानों पर पडने वाले बैंक के एटीएम से दोनो बैंक खातो से कार्ड की सीमा तक की राशि का आहरण करते रहे जिससे इनके इन स्थानों पर होने की पुष्टि होती रही। 
अपराध शाखा की तकनीकी टीम आरोपियों के मुवमेन्ट पर लगातार निगाह रखे हुए थी। इसी बीच दिनांक 10.11.2013 की प्रातः आरोपियों के आगरा से भोपाल होते हुए इटारसी की ओर जाते समय बैतूल के पास दुघर्टनाग्रस्तहोने से अपहृत वैभव शर्मा उनके चंगुल से मुक्त होकर, स्थानीय पुलिस की मदद से अपने पैतृक निवास खण्डवा सकुशल लौट आया था। घटना के बाद आरोपियों की भोपाल के आसपास होने की पुष्टि हुई थी। 
फरार आरोपियों की गिरफतारी एवं उनके द्वारा प्रयुक्त किये जाने वाले अत्याधुनिक हथियारों को ध्यान में रखते हुए पुलिस उप अधीक्षक श्री आर.सी. राजपूत के नेतृत्व में अपराध शाखा का एक विशेष दल एवं छैगांव माखन पुलिस खण्डवा को भोपाल  रवाना किया गया। जिनके द्वारा प्रकरण में महत्वपूर्ण सुरागरसी करते हुए घटना के मुखय किरदार सीजो चन्द्रन पिता चन्द्रन लक्षमण (32) निवासी 16/2 नई बस्ती ग्राम देवली नई दिल्ली को भोपाल के समीप से हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिये गये आरोपी से घटना में प्रयुक्त एक पिस्टल, 11 जिन्दा कारतूस, 05 मोबाईल फोन, अपहृत वैभव शर्मा का मोबाईल फोन, एक नया खरीदा सेमसंग गैलेक्सी ग्रेण्ड, अपहृत के एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, सिम, एवं एटीएम से आहरित किये गये 1,36,000/-की राशि नगद बरामद की गई।  
आरोपी सीजो चन्द्रन ने पूछतांछ के दौरान बताया कि उसके साथ घटना में बैतूल एवं मुल्ताई एवं नागपुर केसाथीदारान भी थे सभी का पूर्व आपराधिक इतिहास रहा है एवं आरोपियों की आपस में दोस्ती भी जेल में सजा काटने के दौरान हुई थी। घटना के पूर्व सभी आरोपी मुल्ताई में मिले जहां से एक टैक्सी को नागपुर से बेैतूल जाने के लिए किराये पर लिया और बीच रास्ते में पाण्डूर्ना के पास टेक्सी ड्रायवर के हाथ पैर बांधकर टेक्सी लेकर फरार हो गये थे। इसी टेक्सी से आरोपीगण हरदा होते हुए खण्डवा के रास्ते इन्दौर आ रहे थे जहां छैगांव माखन पर इन्दौर आने के लिये वाहन के इन्तजार में खडे वैभव शर्मा का इन्दौर के लिए लिफ्ट ऑफर की ओर मानपुर होते हुए उसे बंधक बना लिया। मुखय आरोपी सीजो चन्द्रन महंगे मोबाईल एवं ब्रांण्डेड वस्तुए उपयोग करने का आदि होकर शौकीन किस्म का व्यक्ति है।  
पूछतांछ से स्पष्ट हुआ कि सभी आरोपी खतरनाक किस्म के रहे होकर हत्या एवं हत्या का प्रयास एवं लूट के प्रकरणों में संलिप्त रहे है। जिनके द्वारा सेन्धवा घाट, बैतूल हरदा रोड पर भी लूट की वारदातो को अंजाम दिया है। आरोपियों द्वारा अपहृत वैभव शर्मा के दोनो बैंक खातो से लगभग 05 लाख रूपयें का आहरण एवं खरीददारी की है। आरोपियों का एक साथीजिला अपराध शाखा की मदद से बेैतूल पुलिस द्वारा हिरासत में लिये जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। 
इस प्रकार अपराध शाखा द्वारा थाना छैगांव माखन जिला खण्डवा के अपहरणकाण्ड  का पर्दाफाश किया है। इस सम्पूर्ण प्रकरण में अपराध शाखा के  निरीक्षक श्री पी.एस. कनोजे, सउनि (अ) अमित दीक्षित, सउनि रोहित डेविड, सउनि गोविन्द सिंह, प्र.आर. ओमप्रकाश तिवारी, विजय सिंह चौहान, आर. मनीष तिवारी, जितेन्द्र सेन, जितेन्द्र परमार की उल्लेखनीय भूमिका रही है। 

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