इन्दौर -दिनांक 08 अगस्त 2013- **e-Gender
Sensitization & Technology" विषय पर पुलिस रेडियो प्रशिक्षण शाला इंदौर द्वारा आयोजित एवं बीपीएंडआर नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित, 3 दिवसीय राज्य स्तरीय सेमिनार का समापन श्री ए.के.पाण्डे, अध्यक्ष, म.प्र.लोक सेवा आयोग, इंदौर के मुखय आतिथ्य में दिनांक 8.8.2013 को होटल सयाजी में किया गया ।
इस अवसर पर निदेशक/पुमनि पीआरटीएस श्री वरूण कपूर द्वारा बताया गया कि सेमिनार में पुलिस विभाग के उप निरीक्षक से अति. पुलिस अधीक्षक स्तर के 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया । सेमिनार में शामिल प्रतिभागी श्रीमती रश्मि पाण्डे, अति. पुलिस अधीक्षक, एवं श्री संजय अग्रवाल उप पुलिस अधीक्षक ने अपने-अपने अनुभवों को बांटा व दोनों ही अधिकारियों ने पीआरटीएस इंदौर के इस प्रयास को सराहा व भविष्य में भी ऐसे सेमिनार आयोजित करने की आवश्यकता बताई जिससे पुलिस महिलाओं के प्रति संवेदनशील रह सकें और उनके प्रति शालीन व्यवहार हो सकें । सभी मैदानी अधिकारियों ने अपने-अपने कार्यक्षेत्र में इसको व्यवहार में लाने काविश्वास दिलाया ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निदेशक/पुमनि पीआरटीएस श्री वरूण कपूर द्वारा सुझाव दिया गया कि सुधार का प्रारंभ व्यक्ति को अपने आप से ही करना चाहिये, तभी इसका प्रभाव व्यावहारिक रूप से दिखेगा और परिवर्तन आयेगा । इस सेमिनार के माध्यम से प्रतिभागियों के मन में बीजारोपण किया गया है, उसको सही ढंग से कार्य-व्यवहार में लाते हुए अच्छा वृक्ष हो सकें, ऐसा प्रयास सभी प्रतिभागियों से अपेक्षित है और ऐसा होना भी चाहिये ।
सेमिनार के अंतिम दिन श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक, विसबल, इंदौर, श्रीमती प्रियंका मिश्रा, सहायक पुलिस महानिरीक्षक (योजना), एवं सुश्री पल्लवी त्रिवेदी, सहायक पुलिस महानिरीक्षक (विशेष शाखा) भोपाल ने अपने विचार रखें । अंतिम सत्र में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नईदिल्ली के मनोचिकित्सक डॉ. राजीव शर्मा ने बहुत ही सरल एवं सहज भाषा में प्रतिभागियों को महिलाओं के प्रति कैसे संवेदनशील रहा जाए इस पर सारगर्भित् तथ्य रखें और प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं को शांत किया ।
समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुखय अतिथि श्री ए.के.पाण्डे द्वारा संबोधित करते हुए कहा गया कि भारतमें महिलाओं के संरक्षण के लिये पर्याप्त कानून है, जो कमी थी उसको भी हाल में दूर किया गया है और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति काफी प्रावधान किये गये है । इसके बावजूद वर्तमान् में महिलाओं का उत्पीड़न काफी बढ़ा है, जो आश्चर्यजनक है । अत्यधिक जनसंखयां वृद्धि से समाज में नैतिक मूल्यों का ह्रास हुआ है, इसको दूर करने हेतु शिक्षा में सुधार, बच्चों में नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देने एवं महापुरूषों के चरित्रों के प्रेरक प्रसंग बच्चों को पढ़ाने व सुनाने से इस स्थिति में परिवर्तन लाया जा सकता है । ज्ञान केवल केरिअर बनाने हेतु नहीं अपितु सदआचरण लाने हेतु भी ग्रहण किया जाना चाहिये । इस अवसर पर मुखय अतिथि द्वारा कार्यक्रम में आमंत्रित करने एवं इस सेमिनार को सफलतापूर्वक आयोजित करने हेतु निदेशक/पुमनि पीआरटीएस श्री वरूण कपूर एवं उनकी पूरी टीम की प्रशंसा की ।
सेमिनार में शामिल सभी प्रतिभागियों को मुखय अतिथि द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किये गये । संस्था के निदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक श्री वरूण कपूर द्वारा मुखय अतिथि को ''स्मृति चिन्ह'' प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्री सुदीप गोयनका, उप पुलिस अधीक्षक द्वारा किया गया व आभारप्रदर्शन श्रीमती प्रांजलि शुक्ला उप पुलिस अधीक्षक, पीआरटीएस इंदौर द्वारा व्यक्त किया गया ।
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