इन्दौर - दिनांक 06 अगस्त 2013- **e-Gender Sensitization & Technology" विषय पर पुलिस रेडियो प्रशिक्षण शाला इंदौर द्वारा पुलिस अधिकारियों के लिये 03 दिवसीय राज्य स्तरीय सेमिनार/प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री प्रकाश श्रीवास्तव, मान. न्यायाधीश मप्र उच्च न्यायालय, इंदौर के मुखय आतिथ्य में आज दिनांक 06.08.2013 को होटल सयाजी में किया गया। इस सेमिनार/प्रशिक्षण कार्यक्रम में मध्यप्रदेश पुलिस के उप निरीक्षक से उप पुलिस अधीक्षक स्तर के 40 अधिकारी सम्मिलित हुए।
श्री कपूर ने कार्यक्रम के शुभारंभ में संस्था का संक्षिप्त परिचय दिया और बताया कि संस्था द्वारा नवीन प्रशिक्षण प्रणालियों को अपनाते हुए सायबर अपराध प्रशिक्षण व अन्य तकनीकों का उपयोग कर अपराधों पर नियंत्रण का प्रशिक्षण भी पुलिस अधिकारियों को दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण 07 विधाओं में दिया जा रहा है, जिसके अंतर्गत् अभी तक 37 कोर्सेस संचालित किये गये जिसमें प्रदेश के ही नहीं अपितु देश के 10 राज्यों के 903 पुलिस अधिकारी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके है। विगत 02 वषोर्ं में कई नवीनकार्य उत्कृष्ट ढंग से संपादित कराये गये है। इस अवधि में यह एक ऐसी संस्था बनकर उभरी है जो पुलिस दूरसंचार के क्षेत्र में प्रशिक्षण के साथ-साथ कई क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल कर रही है । इसी कड़ी में एक और अध्याय जोड़ते हुए बीपीआरएंडडी नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित एवं पीआरटीएस संस्था द्वारा आयोजित **e-Gender Sensitization & Technology" विषय पर यह 03 दिवसीय सेमिनार-प्रशिक्षण का आयोजन दिनांक 06.08.13 से 08.08.13 की अवधि में रखा गया है। सेमिनार की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए पुलिस महानिरीक्षक श्री वरूण कपूर द्वारा बताया गया कि वर्तमान समय में महिला उत्पीड़न एवं अपराधों में हो रही लगातार वृद्धि को देखते हुए ही इस विषय पर पुलिस की संवेदनशीलता को बढ़ाने हेतु इस सेमिनार का आयोजन किया गया है। जिससे पुलिस अधिकारी अपने उत्तर दायित्वों का निर्वहन सुचारू रूप से निभा सकें और इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकें ।
संस्था के निदेशक/पुमनि श्री वरूण कपूर द्वारा 03 दिवसीय सेमिनार की जानकारी देते हुए बताया गया कि इस सेमिनार को देश एवं प्रदेश के अनुभवी पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ सीएसआर (कार्पोरेट सोशलरिस्पांसिबिलीटी), विधि क्षेत्र, मीडिया, शिक्षा-स्वास्थ्य एवं एनजीओ के क्षेत्र में कार्यरत् विषय विशेषज्ञों द्वारा संबोधित किया जाएगा। दिनांक 06.08.2013 को सेमिनार के प्रथम दिन दिल्ली से आये श्री अमिताभ कुमार, सीएसआर एवं सेवा निवृत्त पुलिस महानिदेशक श्री एन.के.त्रिपाठी ने प्रतिभागियों को संबोधित किया।
कार्यक्रम के मुखय अतिथि श्री प्रकाश श्रीवास्तव, मान. न्यायाधीश, उच्च न्यायालय मप्र इंदौर ने अपने उद्बोधन में इस आयोजन की सराहना करते हुए आयोजक के रूप में संस्था प्रमुख पुलिस महानिरीक्षक श्री वरूण कपूर को बधाई दी। उनके द्वारा आगे कहा गया कि यह आयोजन पुलिस विभाग द्वारा किया जा रहा है , वर्तमान् में पुलिस का ही सबसे ज्यादा दायित्व बनता है कि वह महिला अपराधों, उत्पीड़न आदि को प्रभावी ढंग से रोके। अभी भी आम जनता विशेषकर महिला फरियादी पुलिस के पास जाने से डरती है। पुलिस अधिकारियों का दायित्व बनता है कि उनके मन में पुलिस की अच्छी छबि बने। संविधान के विविध अनुच्छेदों पर प्रकाश डालते हुए महिलाओं को प्राप्त समानता के अधिकारों की जानकारी दी। आगे बताया गया कि स्वतंत्रता के बाद स्त्रियों को खुलकर संविधान में समानतामिली है, साथ ही इस विषय पर सुझाव दिया गया कि बुनियादी प्रशिक्षण में ही इसका प्रशिक्षण दिया जाना चाहिये साथ ही अन्य तरीके भी समय-समय पर अपनाये जा सकते है, जैसे- सेमिनार आदि का आयोजन करना, इससे निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। इस क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाईस आदि का ज्यादा से ज्यादा उपयोग किया जाए, जिससे प्रतिभागी इसका लाभ ले सकें और उसका उपयोग आम-जनता में कर सकें क्योंकि पुलिस का सीधा संपर्क आम जनता से रहता है और महिलाओं के उत्पीड़न, उनके प्रति हुए अपराधों की रोकथाम के लिये महिला अधिकारियों की पदस्थापना प्रत्येक थाने में होना चाहिए जिससे महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करना सुनिश्चित हो सकें और महिलाओं के प्रति समानता का व्यवहार व्यावहारिक रूप में भी दिखाई दें। इस अवसर पर पीआरटीएस के पुलिस महानिरीक्षक श्री वरूण कपूर, को पुनः धन्यवाद देते हुए उनके इस अभिनव प्रयोग की मुक्तकंठ से सराहना की।
पुलिस महानिरीक्षक श्री वरूण कपूर द्वारा मुखय अतिथि को ''स्मृति चिन्ह'' भेंट किया गया। शुभारंभ कार्यक्रम का संचालन श्रीमती प्रांजलि शुक्ला, उप पुलिस अधीक्षक द्वारा किया गया एवं आभार श्री सुदीप गोयनका, उपुअ द्वारा व्यक्त किया गया ।
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