इन्दौर -दिनांक 30 जुलाई 2013-"Wildlife Conservation- The Technological Bridge" विषय पर WWF-India के साथ मिलकर पुलिस रेडियो प्रशिक्षण शाला इंदौर द्वारा पुलिस व वन विभाग के अधिकारियों के लिये 2 दिवसीय राज्य स्तरीय सेमिनार/प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री के.सी.वर्मा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (नारकोटिक्स) इंदौर के मुखय आतिथ्य में दिनांक 30.7.2013 को होटल सयाजी में किया गया । इस सेमिनार/प्रशिक्षण कार्यक्रम में मध्यप्रदेश पुलिस के उप निरीक्षक से उप पुलिस अधीक्षक स्तर के 38 एवं वन विभाग के 08 अधिकारी सम्मिलित हुए ।
कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक श्री वरूण कपूर ने पीआरटीएस संस्था की ओर से मुखय अतिथि श्री के.सी.वर्मा, विशेष अतिथि श्री सुधीर शाही एवं WWF-India के डायरेक्टर (ट्रेफिक) श्री नीरज शेखर का पुष्प गुच्छ प्रदान कर स्वागत किया ।
इस अवसर पर पीआरटीएस इंदौर के निदेशक/पुलिस महानिरीक्षक श्री वरूण कपूर द्वारा स्वागत संबोधन दिया गया। अपने संबोधन में इस नायाब सेमिनार/प्रशिक्षण कार्यक्रम की आवश्यकता कोप्रतिपादित करते हुए श्री कपूर द्वारा बताया गया कि पीआरटीएस इंदौर द्वारा विगत डेढ़ वर्ष में विभिन्न क्षेत्रों में नये प्रयासों के साथ सायबर अपराध प्रशिक्षण व नवीन तकनीकों का उपयोग कर अपराधों के नियंत्रण में प्रशिक्षण के अनेकों कार्यक्रम संस्था द्वारा सतत् चलाये जा रहे है । इसी कड़ी में WWF-India के साथ मिलकर पुलिस व वन विभाग के अधिकारियों के लिये यह 2 दिवसीय सेमिनार/प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें वन्य जीव संरक्षण एवं वन्य संपदा संरक्षण एवं इस क्षेत्र में घटित होने वाले अपराधों को आधुनिक तकनीक अपनाकर उनकी रोकथाम एवं उन पर प्रभावी नियंत्रण कैसे किया जाएं व विधिसम्मत कार्यवाही कर न्यायालय में चालान प्रस्तुत करने तक की कार्यवाही की जानकारी तकनीकी विशेषज्ञों के माध्यम से सिखाई जाएगी जो दोनों ही विभागों के अधिकारियों के लिये लाभकारी होगी। पीआरटीएस के इन प्रयासों को कई शासकीय संस्थाओं एवं निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा सराहा गया है ।
कार्यक्रम की 2 दिवसीय रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए WWF-India के डायरेक्टर (ट्रेफिक) श्री नीरज शेखर द्वारा अपने उद्बोधन में सर्व-प्रथम इस सेमिनार/प्रशिक्षण कार्यक्रमके आयोजन के लिये श्री वरूण कपूर निदेशक/पुमनि एवं उनके स्टॉफ के इस सराहनीय प्रयास की मुक्तकंठ से प्रशंसा की गई। श्री शेखर द्वारा अपने उद्बोधन में बताया गया कि प्रथम सत्र में वन्य जीवों के अवैद्य व्यापार एवं उनकी रोकथाम पर वह अपने विचार रखेंगे । दि. 30.7.13 को ही दूसरे सत्र में वन्य जीव खुफिया संग्रह, व्यापार में हाथी दांत व बाघों के खाल के नमूनों की पहचान आदि के बारे में वर्ल्ड क्राईम कंट्रोल व्यूरो, मुंबई से आये श्री एम.मरान्को द्वारा जानकारी दी जाएगी । इसी प्रकार तीसरे सत्र में श्री मोहन राज, सलाहकार WWF-India द्वारा वन्य जीव अपराध, मानचित्रण एवं उन पर नजर रखने के लिये जीआईएस सिस्टम के उपयोग के संबंध में जानकारी दी जाएगी । तत्पश्चात् वन्य जीव संरक्षण अधिनियम-1972, एवं कानूनी प्रावधानों की जानकारी श्री ऋत्विक दत्त, वरिष्ठ अधिवक्ता, सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली द्वारा दी जाएगी । प्रथम दिन के समापन पर एक फिल्म शो- ''क्लोजिंग द गेटवे'' दिखाई जाएगी ।
दूसरे दिन के सत्र के प्रारंभ में डॉ एस.पी.गोयल, एचओडी फोरेन्सिक्स, डब्ल्यूआईआई, देहरादून द्वारा वन्य जीव फोरेन्सिक्स विषय पर, श्री आर.श्रीनिवास मूर्ति फील्ड डायरेक्टर, प्रोजेक्टटायगर द्वारा म.प्र. में बाघ संरक्षण प्रबंधन विषय पर एवं श्री एस.पी.यादव, पुलिस महानिरीक्षक, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण नईदिल्ली द्वारा भारत में बाघ संरक्षण एवं उपग्रह निगरानी प्रणाली के उपयोग की जानकारी दी जाएगी । इसी प्रकार श्री एम.सी.साहनी, से.नि. एसएसपी, सीबीआई, नईदिल्ली द्वारा मामले की जॉंच, खुफिया नेटवर्किंग का महत्व,ं अपराधियों से पूछताछ की तकनीक के बारे में जानकारी दी जाएगी । सेमिनार के अंत में श्री रजत भार्गव, ट्रेफिक इंडिया नई दिल्ली द्वारा पक्षियों की प्रजातियों के व्यापार एवं पहचान कौशल विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी।
मुखय अतिथि श्री के.सी.वर्मा ने अपने उद्बोधन में बताया कि पर्यावरण संरक्षण एवं वन्य अपराधों पर नियंत्रण करने के लिये यह एक अभिनव प्रयोग प्रारंभ किया गया है । श्री वर्मा द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं वन्य अपराधों पर नियंत्रण करने हेतु WWF-India व वन विभाग के साथ-साथ आम जनता व समाज की भूमिका की महत्वता को प्रतिपादित किया गया । विभिन्न गंभीर विषयों जैसे ग्लोबल वार्मिंग, मादक पदार्थों आदि पर चर्चाएं होती है, परंतु उनका अनुकूल प्रभाव समाज पर हो रहा हो, ऐसा दिखाई नहीं दे रहाहै, अतः आम जनता को संवेदनशील विषयों पर जागरूक बनाना होगा तभी उसका प्रभाव दिखाई देगा । इसी कड़ी में वन संपदा के संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में पुलिस विभाग को भी जागरूक होकर कार्य करना होगा । इस 2 दिवसीय कार्यक्रम में वन विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस विभाग के अधिकारीगण कानूनी पहलुओं के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर निश्चित रूप से लाभान्वित होंगे । इस अवसर पर पीआरटीएस के पुलिस महानिरीक्षक श्री वरूण कपूर, को धन्यवाद देते हुए उनके इस अभिनव प्रयोग की मुक्तकंठ से सराहना की ।
कार्यक्रम के अंत में WWF-India के निदेशक (ट्रेफिक) श्री नीरज शेखर द्वारा मुखय अतिथि अमनि श्री के.सी.वर्मा, विशेष अतिथि अमनि श्री सुधीर शाही एवं पीआरटीएस संस्था प्रमुख पुलिस महानिरीक्षक श्री वरूण कपूर को ''स्मृति चिन्ह'' भेंट किए गए ।
पुलिस महानिरीक्षक श्री वरूण कपूर द्वारा बताया गया कि दिनांक 31.7.2013 को सेमिनार/प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन प्रदेश के प्रधान मुखय वन संरक्षक, भोपाल श्री आर.एस.नेगी द्वारा किया जाएगा ।
शुभारम्भ कार्यक्रम का संचालन श्रीमती बीना सिंह, सहायक सैनानी, प्रथम वाहिनीं विसबल, इंदौर, एवं आभार प्रदर्शन श्रीमती प्रांजलि शुक्ला,उप पुलिस अधीक्षक पीआरटीएस इंदौर द्वारा किया गया ।
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