Thursday, June 13, 2013

''नान बैंकिग फायनेंस कंपनी की कार्यप्रणाली एवं भारतीय रिर्जव बैंक द्वारा उनका विनिमय एवं पर्यवेक्षण'' विषय पर जोन स्तरीय सेमिनार का आयोजन




इन्दौर -दिनांक 13 जून 2013- आज दिनांक 13.06.2013 को पुलिस कंट्रोल रूम इंदौर में ''नान बैंकिग फायनेंस कंपनी की कार्यप्रणाली एवं भारतीय रिर्जव बैंक द्वारा उनका विनिमय एवं पर्यवेक्षण'' विषय पर जोन स्तरीय सेमिनार का आयोजन किया गया । यह कार्यक्रम पुलिस मुखयालय के निर्देश पर भारतीय रिर्जव बैंक के तत्वाधान में संपन्न हुआ । उक्त सेमिनार में इंदौर जोन के उप निरी0 से अति0 पुलिस अधीक्षक स्तर तक के 60 से ज्यादा प्रतिभागियों के साथ-साथ अपराध अनुसंधान विभाग भोपाल के पुलिस उप अधीक्षक तथा अन्य अधिकारियों के अतिरिक्त राजस्व विभाग के अधिकारी भी उपस्थित हुये । 
सेमिनार का शुभारंभ श्री विपिन माहेश्वरी पुलिस महानिरीक्षक, इंदौर जोन, इंदौर के मुखय आतिथ्य में हुआ । जिसके दौरान श्री प्रवीण माथुर उप पुलिस महानिरीक्षक इंदौर रेंज ग्रामीण, श्री राकेश गुप्ता उप पुलिस महानिरीक्षक इंदौर शहर, श्री आकाश त्रिपाठी कलेक्टर इंदौर, श्री ओ.पी. त्रिपाठी पुलिस अधीक्षक पूर्वी क्षैत्र इंदौर भी उपस्थित  रहे।
प्रशिक्षणार्थीयों को उक्त विषय पर टे्रनिंग देने हेतु श्री सुवेन्दु पति डीजीएम भारतीय रिर्जव बैंक भोपाल, श्री मोहन वेकेंटेस्वरन लीगल आफिसर भारतीय रिर्जव बैंक मुम्बई, श्री परिमल वाजपेयी, एजीएम भारतीय रिर्जव बैंक भोपाल, श्री दिलीप पोसवालिया मैनेजर भारतीय रिर्जव बैंक भोपाल एवं श्री महेन्द्र मोहाले भारतीय रिर्जव बैंक भोपाल विशेष रूप से उपस्थित हुये । 
कार्यक्रम के शुभारंभ में श्री आकाश त्रिपाठी कलेक्टर इंदौर द्वारा एन.बी.एफ.सी. की कार्यप्रणाली से जुडे हुये व्याहारिक कठिनाईयों तथा कानूनी पेचिदगियों के संबंध में विस्तार से चर्चा की उसके बाद श्री सुवेन्दु पति द्वारा इस प्रद्गिाक्षण कार्यक्रम के उद्‌देश्य, उपयोगिता तथा विषय वस्तु के साथ-साथ एन.बी.एफ.सी. तथा अनिगमित  निकायों की कार्यप्रणाली, आर.बी.आई. द्वारा उनके रेग्यूलेशन तथा पर्यवेक्षण के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई । 
मुखय अतिथि के रूप में पुलिस महानिरीक्षक इंदौर जोन श्री विपिन माहेश्वरी द्वारा अपने उद्‌बोधन में बताया गया कि नान बैंकिग फायनेंस कंपनी एवं अन्य इसी प्रकार की कंपनियों की कार्यप्रणाली एवं गतिविधियों पर एक समन्वय के साथ किस प्रकार से नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण किया जा सकता है जिससे कि आम आदमी का पैसा सुरक्षित रह सके । इस संबंध में पुलिस एवं राजस्व विभाग की भूमिका पर भी श्री माहेद्गवरी द्वारा विस्तार से चर्चा की गई । 
भारतीय रिर्जव बैंक के लीगल आफिसर श्री मोहन वेकेंटेस्वरन द्वारा एन.बी.एफ.सी. से संबंधित विभिन्न कानूनी प्रावधान पर चर्चा की गई । अंतिम सत्र में भारतीय रिर्जव बैंक भोपाल के ए.जी.एम. श्री परिमल बाजपेयी द्वारा जाली नोटो के बारे में जानकारी देते हुये उनकी पहचान करने के तरीके, रोकथाम के उपाय तथा कानूनी कार्यवाही के संबंध में आडियो विजुयल प्रेंजेन्टेद्गान दिया गया । उक्त सेमिनार में एन.बी.एफ.सी. की कार्यप्रणाली को समाहित करते हुये सभी प्रतिभागियों को एक विडियों फिल्म भी दिखाई गई।
कार्यक्रम का समापन करते हुये श्री ओ.पी.त्रिपाठी पुलिस अधीक्षकपूर्व ने उक्त सेमिनार को अत्यन्त उपयोगी बताया तथा कहा कि प्रद्गिाक्षण में प्राप्त जानकारी से पुलिस को उक्त कंपनियों की कार्यवाही से संबंधित द्गिाकायत प्राप्त होने पर पुलिस द्वारा प्रभावी रूप से वैधानिक कार्यवाही करने में सहायता मिलेगी । 
उपरोक्त सेमिनार हेतु श्री दिलीप सोनी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा इन्दौर द्वारा को-आर्डिनेटर के रूप में काम किया गया तथा श्री विनय प्रकाश पॉल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम झोन-2 द्वारा आभार व्यक्त किया गया। 

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