Monday, May 13, 2013

बोरी में मिली महिला की लाश के अंधे कत्ल का खुलाशा




              दिनांक 07.05.2013 को दोपहर के समय एहमद नगर क्षेत्र स्थित खुले मैदान में एक बोरी में बंद पड़ी महिला का लाश की सूचना पुलिस थाना खजारना को प्राप्त हुई थी । सूचना वहा खेल रहे बच्चों के द्वारा बोरे को हिला डुलाकर हटाकर देखने पर लाश जैसा प्रतीत होने पर दी गई थी । पुलिस द्वारा तत्काल घटना स्थल पर पहूचकर घटना स्थल सुरक्षित किया गया तथा लाश बोरे में बंद महिला की पाने से प्रकरण प्रथम द्रष्टया ही हत्या का प्रतीत हो रहा था अतः पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एस.पी.श्री ओ.पी.त्रिपाठी , ए.एस.पी. श्री आबिद खान , सी.एस.पी.श्री प्रशांत चौबे  एफ.एस.एल.टीम के  साथ घटना स्थल पर पहूचे तथा घटना स्थल का बारिकी से मुआयना कर प्रकरण की जांच प्रारम्भ की गई । बोरे में बंद लाश लगभग 20 वर्ष की महिला की थी , लाश के साथ शिनाख्तगी का कोई सामान तथा जेवरात ,मोबाईल फोन आदि नही मिले थे ।
                प्रारम्भित तप्तीश में ही यह ज्ञात हुआ कि उक्त लाश महिला खुशबू पति भादर पटेल उम्र लगभग 20-22 वर्ष निवासी इलियास कालौनी खजराना की हैं । लाश की शिनाख्त उसके पति भादर पटेल एवं पिता के द्वारा की गई । शिनाख्तगी उपरांत घटना की स्थिति  स्पष्ट नही हुई थी यदपि मृतिका के माता ,पिता के द्वारा मृतिका के पति भादर पटेल पर आरोपी लगाते हुवे शंका व्यक्त कि गई थी । 
               प्रकरण में घटना की गंभीरता एवं जघन्य अपराध होने से उमनि शहर इंदौर श्री राकेश गुप्ता ,एस.पी.पूर्व क्षेत्र श्री ओ.पी.त्रिपाठी, अति. पुलिस अधीक्षक श्री आबिद खान के निर्देशन में नगर पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत चौबे के नेतृत्व में उप निरी. ए.के.शेषा , उप निरी.आर.पी.सिंह , प्र.आर. मंगलसिंह , आर.विकास , आर. नरेन्द्र की टीम ने लगातार प्रयास कर घटना के प्रत्येक बिन्दु पर गहन समीक्षा तथा पतारसी प्रारम्भ की । मृतिका का घटना के पूर्व आखरी फोन सम्पर्क उसके पति भादर पटेल से हुआ था तथा उसके घर के पास ही दुसरी गली में रहने वाली महिला फरीदा बी पति असलम उम्र लगभग 40 वर्ष एवं बेटे आसिफ के साथ महिला मृतिका को आखरी बार देखा गया था । मृतिका के पति भादर  पटेल द्वारा उक्त फरीदा बी को लगभग 4 लाख रुपये दिये गये थे जिनका ब्याज वसूली का काम उक्त फरिदा बी के द्वारा किया जाता था । ब्याज के पैसों में से कुछ पैसे फरिदा को भी भादर पटेल के द्वारा दिये जाते थे । फरिदा बी उक्त पैसे एकत्रित कर खुशबू को देती थी तथा खुशबू के माध्यम से रुपये भादर पटेल तक पहूचते थे । मृतिका चुंकि अमुमन घर में अकेली रहती थी । अतः उसके घर में उसके माता पिता आदि का आना जाना था तथा भादर को यह शक था कि खुशबू उसके  पैसे जेवरात आदि अपने माता पिता पक्ष को देती रहती हैं । इसी प्रकार चूंकि भादर की खुशबू के अलावा एक पूर्व पत्नि भी थी तथा अन्यत्र एक अफेयर की बात भी जानकारी में आयी थी । खुशबू के माता पिता के द्वारा भी भादर के द्वारा तलाक लेकर छुटकारा पाने एवं यहा तक की इसके लिये रुपये देने तक तैयार होने की बात भी प्रकाश में आयी थी । पुलिस द्वारा घटना के संबंध में  बारिक से बारिक जानकारी का अनुशीलन किया गया तथा साक्ष्य संग्रह किया गया  , 50 से अधिक लोगों से पुछताछ की गई  । प्रारम्भिक पुछताछ में भादर  , फरिदा , आसिम आदि के द्वारा सामान्य जानकारी देते हुवे अपने आप को अपराध में शामिल नही होना बताया गया । लेकिन पुलिस द्वारा साक्ष्य संकलन एवं घटना की गहराई तक प्राप्त जानकारी के आधार पर की गई वैज्ञानिक पुछताछ में  आरोपी आसिम पिता असलम उम्र 21 वर्ष द्वारा अपराध स्वीकार करते हुवे घटना की जानकारी दी । घटना के अन्य आरोपी फरिदा बी  पिता असलम , फैमिदा बी पति जाकिर एवं भादर पटेल की भूमिका भी स्पष्ट हुई । दिनांक 06.05.2013 के तीन दिन पूर्व से आसिम एवं फरिदा के द्वारा खुशबू को मारने की योजना तैयार की जा रही थी लेकिन मौका न मिलने से वे सफल नही हुवे थे । दिनांक 06.05.2013 को भी दिन में खुशबू के घर जाकर उसे मारने का प्रयास था लेकिन मकान मालिक एवं पडौसियों के कारण खुशबू को नही मारा गया । किन्तु 06.05.13 की शाम को खुशबू को झांसी जाना था अतः उक्त दिनांक को ही मारना आवश्यक था इसलिये फरिदा ने 15000/-रुपये भादर के देने के नाम पर उसे घर बुलाया । उक्त दिनांक को कमरें में बिठाकर बातचीत के दौरान अचानक लगभग पौने सात बजे मृतिका की गला दबाकर हत्या कर दी गई । उसके बाद चूंकि फरिदा ,फैमिदा एवं असिम के यहा सुपारी काटने का काम होता हैं अतः सुपारी की दो बोरी को जोडकर उसमें लाश भरकर रख दिया गया । असिम द्वारा खबर भादर पटेल तक पहूचाई गई चूंकि पूर्व में भादर के द्वारा ही इन लोगों को खुशबू को मारने एवं रास्ते से हटाने हेतु कहा गया था तथा इसके एवज में चार लाख की उधारी छोडने की बात भी कही गई थी । रात के करीब 1.00 बजे आसिम ने भादर के  सहयोग से लाश को घटना स्थल पर ठिकाने लगाया । घटना में मृतिका की चप्पल ,मोबाईल एवं पहने गये जेवरात प्राप्त नही हुवे थे । अतः आरोपीयों से पुछताछ पर मृतिका के घटना के समय पहने गये जेवरात आरोपीयों की निशादेही पर बरामद किये गये हैं जिनमें सोने का मंगलसुत्र , 6 कान की बाली , बिछीये , पायल , नाक की लोंग आदि शामिल हैं । मृतिका की चप्पले भी आरोपीयों द्वारा छीपाकर रखी गई थी जिन्है बरामद कर लिया गया हैं । लाश फैकने में प्रयुक्त आरोपी का वाहन वर्ना कार भी बरामद कर ली गई हैं । पुलिस के द्वारा आरोपीयों से पुछताछ की जा रही हैं ।
              सराहनीय कार्य  सनसनीखेज हत्याकांड का खुलाशा किये जाने पर वरिष्ठ अधिकारीयों द्वारा टीम को पुरुस्कृत किये जाने की घोषणा की गई हैं ।

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