Wednesday, May 29, 2013

पति ही निकला पत्नी का कातिल

इंदौर दिनांक 29 मई 2013 - पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि दिनांक 22/5/13 को सुबह करीबन 08.00 बजे पुलिस को सूचना मिली कि स्कीम नंबर 155 में खाली प्लाट में एक अज्ञात महिला की लाश पडी है। पुलिस द्वारा पंचनामा बनाते वक्त महिला के गले में स्कार्फ लगा पाया गया एवं ब्लाउज में 2 पेज का पत्र मिला जिसमें स्वयं एवं पति की तबियत खराब होना, आर्थिक तंगी होना लेख होना पाया गया। मृतिका की पहचान लीलाबाई पत्नी कमल पटेल के रूप मे हुई। पति कमल पटेल व्दारा भी कोई शंका जाहिर न कर आत्महत्या की घटना होना बताया गया। पी.एम.रिपोर्ट प्राप्त होने पर मृतिका की मृत्यु गला दबाने से होना पाया जाने पर हत्या का प्रकरण थाना एरोड्रम में कायम किया गया। पहचान के पश्चात्‌ लीलाबाई के संबध में जानकारी एकत्र की गयी। अरविंदो अस्पताल में ड्‌यूटी के दौरान किए गये सामान्य व्यवहार के पत्र में हस्तलिपि की जांच करने पर स्पष्ट हुआ कि जप्त पत्र मृतिका के द्वारा लेख नही किया गया है परंतु उसपर हस्ताक्षर मृतिका के द्वारा किए गये प्रतीत हुए। सर्वप्रथम पत्र किसके व्दारा लेख किया गया है यह जांच करने के लिए मृतिका के करीबी मित्रों केहस्तलिपि के व्यवहारिक नमुने एकत्र किये गये। परंतु दोस्तों एवं सहकर्मियों में से किसी की भी हस्तलिपि का मिलान नही होना पाया जाने पर गुत्थी उलझती ही नजर आयी। परंतु दो पेज के लंबे पत्र से यह अनुमान लगाया गया कि, पत्र लिखने वाला निश्चित ही बहुत करीबी व्यक्ति होगा। मृतिका की मृत्यु के पश्चात्‌ उसका पति कमल अंतिम क्रियाक्रम के लिए बीना चला गया। उसके वंहा से लौटने पर पुलिस द्वारा उससे पूछताछ की गयी एवं उसके हस्तलिपि का नमुना भी लिया गया जिसमें बडे बडे अक्षर लिखकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। पुलिस के साथ घर की तलाशी लेने पर वैसे ही दो और पत्र घर में छुपाकर रखे हुए मिले जिन्हे प्राप्त कर इससे कडी पूछताछ की गयी। तो इन घर पर मिले पत्रों के संबध में कोई जबाब नही दे पाया। पूर्व में कमल पटेल व्दारा पत्नी का शाम को ड्‌यूटी हेतु अरविंदो अस्पताल जाना बताया गया था जो कि असत्य पाया गया। इस प्रकार दी गयी कई जानकारियॉ गलत पायी जाने पर कमल ज्यादा देर झूठ के सहारे न टिक सका और उसने कबूल किया कि, मेरी पत्नी और मेै दोनो बीमार रहते थे मेरी पत्नी को फिट (मिरगी) जैसी अकडन आती थी। मेरी पत्नी फिट के समय बोल नही पाती थी। वहहमेशा मुझे ना मर्द कहकर ताना मारती थी तुम आदमी नही हो इस तरह के शब्दों से प्रताडित करती थी। मैने 15-20 दिन पहले ही अपनी पत्नी की हत्या की योजना बनाई और बच्चों को दादा-दादी के पास भेज दिया। पत्नी का बीमा भी कराया ताकि उसके मरने के पश्चात्‌ उसकी राशी बच्चों को पढाने के काम आये। अपनी पत्नी से कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराये व उसे बताया कि इस पर वह अपनी बीमारी व परेशानी के संबध में लिखकर बीमा कंपनी व अस्पताल से सहायता राशी मांगेगा। दिनांक 20 मई को पत्नि की पुनः तबियत खराब होने पर अपनी योजना को असली रूप देने के लिये शाम को 07 बजे घूमने का कहकर साईकिल पर बैठाकर निकला व स्कीम नंबर 155 के खाली प्लाट पर नीचे की तरफ ले जाकर बैठा जैसे ही पत्नी को फिट का दौरा आया तो उसके स्कार्फ से उसका गला दबा दिया व उसकी छाती व योनि पर लात मारी व उसके मरने के पश्चात्‌ उसके जेवर उतारकर अपने घर जा कर सो गया। सुबह सूचना मिलने पर अरविंदो अस्पताल गया और अपना व्यवहार ऐसा रखा जिससे पुलिस को उस पर शक न हो। पत्नी लीलाबाई व्दारा नंपुसक कहने व अन्य पुरूषों से शारीरिक संबध होने की शंका के चलते हत्या की। कमल पटेल कीगिरफ्‌तारी कर उसके छुपाये गये जेवरात एवं सामान जप्त किया गया।

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