Thursday, March 7, 2013

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के फर्जी अधिकारी को क्राईम ब्रांच ने किया गिरफतार



इन्दौर -दिनांक 07 मार्च 2013- पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) डॉ. आशीष ने बताया कि, विगत दिनों से कई आवेदकों द्वारा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के एक अधिकारी द्वारा नये नोट एवं करंसी देने के लिए रूपयें लेकर फरार होने की शिकायत की गई थी। 
डॉ. आशीष द्वारा उक्त फर्जी अधिकारी के पतारसी एवं गिरफतारी के लिए अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकद्वय श्री मनोज कुमार राय एवं श्री जितेन्द्र सिंह को निर्देशित किया गया। अपराध शाखा के अधिकारियों द्वारा उक्त फर्जी अधिकारी की गिरफतारी हेतु अधीनस्थ सायबर सेल को निर्देशित किया गया जिनके द्वारा सतत निगरानी रखते हुए फर्जी आर.बी.आई अधिकारी मुरली पिता स्व. गोविन्दराम त्रिलोकवानी निवासी 82 भगवानदीन नगर, इन्दौर को गिरफतार किया गया। 
अधिकारियों द्वारा बताया गया कि, आरोपी मुरली त्रिलोकवानी मूलतः जयपुर का निवासी है जो विगत 10 वर्ष पूर्व अपने परिवार से रिश्ता तोडकर एक लडकी के इश्क में इन्दौर आया था। उक्त लडकी द्वारा उसे फंसाये जाने के चक्कर में उसके उपर काफी कर्जा हो गया था। उक्त कर्जे से निपटने के लिए आरोपीमुरली द्वारा स्वयं को आर.बी.आई का अधिकारी बताते हुए कई बैंक मैनेजर्स एवं अन्य लोगो से नये नोट एवं करंसी देने के लिए रूपयों की ठगी की वारदाते की गई है।  पूर्व में आरोपी सिटी फायनेन्स कम्पनी में काम करता था जहां से लोगो की फायनेन्सिल नीडस की पूर्ति एवं उनके निराकरण की ठगी का काम करने लगा। हाल ही में एक आवेदक के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में लंबित होम लोन के निराकरण का झांसा देकर उससे भी लाखों की ठगी की गई थी। आरोपी लोगो पर अपना प्रभाव दिखाने के लिए स्वयं को राजस्थान के मुखयमंत्री का पीए बताकर एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से संबंधों का प्रभाव दिखाकर झांसे में लेता था। 
आरोपी के विरूद्व पूर्व में थाना तुकोगंज इन्दौर में धारा 325, 353 भादवि का अपराध वर्ष 2007 में पंजीबद्व किया गया था जिसमें आरोपी को जेल हो चुकी है, तथा थाना जूनी इन्दौर में धारा 309 भादवि के प्रकरण में स्थाई वांरट जारी हो चुका है। 
आरोपी द्वारा हाल ही में मुसाखेडी निवासी एक लडकी को इश्क में फांस कर उससे दिनांक 12.12.12 को आर्य समाज मन्दिर में शादी की गई थी जिसने शादी के कुछ ही दिनों बाद उसकी हरकतों एवंसंदिग्ध गतिविधियों के चलते उसके विरूद्व महिला थाना एवं माननीय न्यायालय में वाद प्रस्तुत किया गया है। 
आरोपी ने फेसबुक पर अपनी प्रोफाईल में स्वयं को आर.बी.आई. का मैनेजर बताकर कई महिलाओं से अपने संबंध स्थापित किये है आरोपी एक शातिर किस्म का अपराधी है। आरोपी ने लोगो को झांसा देकर वसूल किये गये पैसो से इंडिया इन्फोलाईन शेयर ट्रेडिंग कम्पनी में इनवेस्टमेन्ट किया गया था। 
जिला अपराध शाखा के पुलिस उप अधीक्षक श्री अजीम खॉन के नेतृत्व में आरोपी के घर की तलाशी लिये जाने पर कई लोगो के पेन कार्ड, फोटो आयडेंिटटी, चेक्स, एवं जमीनों के दस्तावेज, बैंक पासबुक एवं अन्य दस्तावेज प्राप्त हुए है।
आरोपी की गिरफतारी में प्रमुखतः सउनि (अ) अमित दीक्षित, प्र.आर. ओमप्रकाश तिवारी, ओमप्रकाश सोंलकी, आर. सुभाष, योगेन्द्र सिंह चौहान, महेन्द्र एवं रामदुलारे की उल्लेखनीय भूमिका रही है।

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