Friday, February 8, 2013

अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट बैंकिंग फ्राड गिरोह का इंदौर क्राईम ब्रांच द्वारा पर्दाफाश नई दुनिया समाचार पत्र के करंट अकाउण्ट से उड़ाये थे लगभग 10 लाख रूपये । हैकिंग द्वारा पैसा चीन के शंघाई शहर में ट्रांसफर किया गया । गिरोह में प्रत्यक्ष रूप से दो मंगोलियाई एक श्रीलंकाई व एक भारतीय युवक शामिल था ।


इन्दौर -दिनांक 08 फरवरी 2013- पुलिस महानिरीक्षक श्रीमति अनुराधा शंकर ने बताया कि दिनांक 26 सितम्बर 2011 को नई दुनिया समाचार पत्र के अंकाउण्ट मैनेजर संजय नीमा ने शिकायत की थी कि नई दुनिया के नौ करंट आकाउण्ट खातो में इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से नौ लाख उन्यासी हजार रूपये उड़ा लिये गये है। शिकायत के आधार पर थाना अन्नपूर्णा पर अपराध क्रमांक 583/11 धारा 406,420 भादवि एवं 65,66,70 आई.टी. एक्ट दर्ज किया गया। चूंकि मामला साईबर क्राईम से संबधित था अतः विवेचना क्राईम ब्रांच के तत्कालीन डी.एस.पी. श्री जितेन्द्रसिंह को सौंपी गई। प्रारंभिक विवेचना में क्राईम ब्रांच की टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि घटना में प्रयुक्त इंटरनेट कनेक्शन एक डाटा कार्ड द्वारा संचालित किया जा रहा था व वह डाटा कार्ड नेट बैंकिंग फ्राड के समय आंध्रप्रदेशके विशाखापट्‌नम से संचालित किया जा रहा था। 
क्राईम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वय्‌ मनोज कुमार राय व जितेन्द्रसिंह के द्वारा प्रकरण के संबध में निरीक्षक जयंतसिंह राठौर के नेतृत्व में क्राईम ब्रांच की तकनीकी टीम को बारीकी से सभी पहलुओं के आंकलन हेतु लगाया गया। टीम द्वारा जब इस प्रकरण में जानकारियां जुटाई गई तो एक सनसनीखेज खुलासा हुआ । 
इस अपराध का सरगना 21 वर्षीय गाजियाबाद निवासी युवक वरूण बत्रा है जो कि 10 वीं पास होकर एक्सपर्ट हैकर है व चंद मिनटो में ही किसी भी अकाउण्ट को हैंक कर पैसा ट्रांसफर कर देता है। वरूण की दोस्ती इंटरनेट के हैकिंग फोरम पर ही मंगोलियाई युवकों तामिर व मुनरो से हुई थी जिन्होंने गाजियाबाद व दिल्ली आकर उससे मुलाकात भी की। इस दौरान उनके साथ तथाकथित श्रीलंकाई युवक हाशिम भी था तथा योजना के अंतर्गत वरूण द्वारा फर्जी आई.डी. पर एक डाटा कार्ड गाजियाबाद में लिया गया और फिर पंजाब नेशनल बैंक के नई दुनिया के करंट अकाउण्ट को हैक कर उसके पासवर्ड आदि हासिल किये गये व वरूण ,तामिर ,मुनरो व हाशिम ने मिलकर पैसा पी.एन.बी. के अकाउण्ट से शंघाई ट्रांसफर किया। उस पैसे में सेवरूण को उसका हिस्सा दिल्ली में कोटेक महिन्द्रा के फर्जी नाम पते वाले अकाउण्ट में ट्रांसफर किया गया। 
  इस पूरे प्रकरण में क्राईम ब्रांच की तकनीकी टीम जिसमें आरक्षक रामप्रकाश बाजपेई ,मनोज राठौर व रामपाल शामिल है द्वारा सक्रिय भूमिका निभाई गई। आरोपियों की धरपकड़ हेतु विगत लगभग 1 वर्ष से विवेचक निरीक्षक जयंत राठौर के नेतृत्व में टीम द्वारा बैंगलोर, पूना, दिल्ली, गाजियाबाद में लगातार छापा मारी की गई किन्तु आरोपी शातिर होने से बार-बार ठिकाना बदल देते थे। वर्तमान में प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपियों में से तामिर मंगोलिया व हाशिम श्रीलंका भाग गया है। आरोपी मुनरो से एक लेपटॉप व मोबाईल फोन वरूण से उसके हिस्से के रूपये में से 11 हजार रूपये व एक मोबाईल जप्त किये गये है । 
आई.जी. इंदौर/डी.आई.जी. इंदौर/एस.पी. (मुखयालय) जिला इंदौर द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाली क्राईम ब्रांच की टीम जिसमें अति. पुलिस अधीक्षक द्वय्‌ मनोज कुमार राय व जितेन्द्रसिंह, निरीक्षक जयंतसिंह राठौर, सउनि विजेन्द्र जाट, भारतसिंह यादव, आरक्षक रामप्रकाश बाजपेई, मनोज राठौर, रामपाल, शिवकरण, इफ्तखार को पुरस्कृत करने की घोषणा की है। 

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