Sunday, November 11, 2012

शिक्षक सुशील गाड़ीवान के अंधेकत्ल का पर्दाफाश, दोनो आरोपी गिरफ्तार

इन्दौर दिनांक 11 नवम्बर 2012 - पुलिस अधीक्षक पद्गिचम श्री अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि दिनांक 07.11.12 को मनोज गाड़ीवान निवासी बियाबानी ने थाना छत्रीपुरा पर रिपोर्ट किया था कि मेरा बड़ा भाई सुशील पिता भीखाजी गाड़ीवान उम्र 35 साल निवासी 90 साउथ राजमोहल्ला जो इल्वा स्कूल में कामर्स का टीचर है, दिनांक 06.11.12 को शाम 06.30 बजे घर से रेवन्यूनगर इंदौर ट्‌यूशन पढ़ाने का बोलकर अपनी मोटरसायकल हिरोहोंडा पेशन प्रो से निकला था जो ना तो ट्‌यूशन पढ़ाने पहुॅचा और ना ही वापस घर आया जिसकी तलाश तब परिजनो व मनोज गाड़ीवान ने नाते रिश्तेदारो में की किंतू कोई पता नही चला। 
मनोज गाड़ीवान की रिपोर्ट पर थाना छत्रीपुरा पर गुमशुदगी क्रं. 62/12 दर्ज कर जांच शुरू की गयी, जांच के दौरान सूचनाकर्ता मनोज गाड़ीवान से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि गुमशुदा सुशील गाड़ीवान ट्‌यूशन पढ़ाने रेवेन्यूनगर अन्नपूर्णा रोड़ यश रघुवंशी के यहॉ जाता था, वहा पर पूछताछ करने पर पता चला कि दिनांक 22.10.12 से सुशील गाड़ीवान ट्‌यूशन पढ़ाने नही आया। तलाश के दौरान दिनांक 08.11.12 के 16.30 बजे राऊ से पिथमपुर रोड़ अग्रवाल फेक्ट्री के पास सड़क किनारे अज्ञात पुरूष की लाश एक चटाई व गोदड़ी में बंधी हुई खून से लथपथ, जिसका शरीर फूला हुआ, सिर फूलकर काला सा पड़ा व शरीर पर लाईनिंग की सफेद शर्ट, नेवी ब्लू कलर का पेंट पहने हुये मिली। सूचना पर तत्काल घटनास्थल पर एसडीओपी महूॅ श्री सी.पी. सिंह, ज्यैष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. सुधीर शर्मा, थाना प्रभारी किशनगंज रघुप्रसाद व अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण पहुॅचे। थाना किद्गानगंज पर मर्ग क्रं. 82/12 धारा 174 सीआरपीसी का पंजीबद्व किया गया, जांच के दौरान दिनांक 09.11.12 को सुशील के परिजनों द्वारा मृतक की पहिचान सुशील गाड़ीवान के रूप में की गयी। मर्ग जांच पर से अपराध क्रं. 688/12 धारा 302,201 भादवि का प्रकरण पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया। 
           उक्त घटना के संबंध में थाना छत्रीपुरा द्वारा करीब 10-15 संदिग्धो से पूछताछ की गयी, घटना का मुखय संदिग्ध अमित पिता कमल ओझा निवासी 20 ए सांईबाबा नगर द्वारकापुरी से सखती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि सुशील गाड़ीवान मुझे बार-बार फोन कर अवैध संबंध बनाने हेतु लड़की की व्यवस्था करने के लियेबोल रहा था। जो पूर्व से इस हेतु मुकेश व अमित के सम्पर्क में था, दिनांक 06.11.12 को अमित ने सुशील गाड़ीवान को मुकेद्गा के कमरे पर आने को कहा तथा उसे बताया कि वही पर लड़की है आ जाओं, लड़की की व्यवस्था करने के बदले सुशील गाड़ीवान ने अमित को 500 रूपयें दिये थे। अमित व अजय द्वारा आपसी विचार विमर्द्गा कर सुशील को मारने की योजना बनायी, दोनो ने साथ मिलकर अपने दोस्त मुकेद्गा पिता बाबूलाल निवासी 2343 ई सुदामानगर लक्की बेकरी के पास के मकान में बैठकर पहले शराब पी बाद में सुशील गाड़ीवान द्वारा लड़की के बारे में पूछने पर अमित व अजय ने सुशील गाड़ीवान की ऑखो में मिर्ची झोकने के बाद गले में रस्सी से गला घोंटकर हत्या करना तथा लाश चटाई व गोदड़ी में लपेट कर अमित की कार मारूती झेन नं. एमपी-09/एचए/9526 सफेद रंग की से राऊ से पिथमपुर रोड़ अग्रवाल फेक्ट्री के पास फेंकना बताया। आरोपी अमित की निशादेही पर इसके साथी अजय पिता उमरावसिंह वर्मा निवासी हैदरपुर जिला देवास को करणावद थाना हाटपिपल्या जिला देवास से गिरफ्तार किया गया तथा मृतक की मोटरसायकल जप्त कर ली गयी है। 
    उपरोक्त अंधेकत्ल का पर्दाफाश करने में थानाप्रभारी छत्रीपुरा अनिरूद्व वाधिया, उनि द्गिावजी सिंह, सउनि अताउल्लाह पठान, मनोहर सिंह, आरक्षक मनोहर, बलराम, प्रहलाद, विशाल, धर्मेन्द्र, कमल सोलंकी तथा थाना प्रभारी किशनगंज रघुप्रसाद, उनि आर.सी.मालवीय सउनि टी.एस. बैस, आरक्षक मुकेश व राकेश की भूमिका सराहनीय रही। 

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