इन्दौर -दिनांक 13 अक्टूबर 2012- पुलिस अधीक्षक पश्चम जिला इंदौर श्री अनिल ंिसह कुशवाह ने बताया कि दिनांक 25 जून 2012 को श्रीमती समता स्वामी ने पुलिस थाना अन्नपूर्णा पर रिपोर्ट लिखवाई थी कि घर में रखे हुये उसके एवं उसकी बहिन के 21 लाख रूपयें नगद एवं सोने की चैन, नाक की नथ, कान की रिंग, अंगूठी, तोड़े आदि सोने चांदी के जेवरात लगभग 01 लाख रूपयें के उसका बेटा सुधीर स्वामी, जो 17 वर्ष का है लेकर फरार हो गया है, इस पर थाना अन्नपूर्णा पर अपराध क्रं. 400/12 धारा 406 भादवि का पंजीबद्व किया गया। विवेचना के दौरान आरोपी सुधीर स्वामी के मोबाईल लोकेशन लेने पर दिनांक 28 जून 2012 को अंतिम लोकेशन शिर्डी में होना पाई गयी एवं उसके बाद से मोबाईल लगातार बंद होना पाया गया। इसी क्रम में आरोपी सुधीर स्वामी के एक साथी अर्जुन सिंह पटेल निवासी जैतापुर जिला धार से भी लगातार पूछताछ की गई किन्तु कोई सफलता नही मिली।
इसी दौरान आरोपी सुधीर स्वामी की मॉ ने एक आवेदन प्रस्तुत कर उसके पुत्र सुधीर स्वामी की हत्या होने की आशंका जाहिर की एवं इसमे अर्जुन व उसके साथियों का हाथ होने की शंका जाहिर की। चूकि आरोपी सुधीर स्वामी पहले धामनोद के ग्राम जैतापुर में अपने मामा के यहां रहता था एवं अर्जुन ंिसह पटैल से उसकी दोस्ती थी। इन्ही तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अर्जुन सिंह पटैल से पुनःपूछतांछ करने पर नये तथ्य प्रकाश में आये।
पूछतांछ मे अर्जुन सिंह पटैल ने बताया कि सुधीर स्वामी अक्सर कहा करता था कि उसकी मॉ के पास बहुत पैसा है वह लेकर किसी दिन आयेगा तो गोवा घूमने चलेगें यह बात उसने अपने अन्य तीन-चार दोस्तों के सामने यूं ही कही थी। एक दिन अचानक सुधीर स्वामी ने फोन कर बताया कि वह घर से 21 लाख नगद एवं सोने चांदी के जेवरात लेकर भागा है तथा शिर्डी पहुंच गया है अतः तुम सभी शिर्डी आ जाओ। इस पर अर्जुन सिह पटैल इमरान की मारूति 800 कार लेकर अपने अन्य साथी कालू पटैल, सत्तार एवं जाकिर सभी निवासी धामनोद के साथ शिर्डी पहुंचा जहां सांई बाबा मंदिर के गेट के सामने इनकी मुलाकात सुधीर स्वामी से हुई। वहां पर अर्जुन ने अचानक कहा कि वह अपना पहचान पत्र भूल आया है अतः लेकर आयेगें तभी घूमने चलेगें एवं सभी मारूति 800 मे बैठकर मनमाड़ की तरफ चल दिये। आगें की सीट पर सत्तार एवं जाकिर बैठे थे तथा इमरान गाड़ी चला रहा था, पीछे की सीट पर अर्जुन, कालू तथा सुधीर स्वामी बैठे थे। 25-30 किलोमीटर चलने के बाद अचानक अर्जुन एवं कालू ने एक कपडे से सुधीर स्वामी का मुॅह ढक दिया एवं 10-15 मिनिट तक दबाये रहे जिससे उसकी सांस रूक गई। रास्ते में एक पुल के नीचे गड्डे मे सुधीर स्वामी के शव को डालकर ऊपर से पत्थर से ढक दिया एवं बापस धामनोद आ गये। मृतक के पास से 16 लाख रूपये नगद एवं सोने चांदी के जेवरात मिले थे। उनमे से 3 लाख 20 हजार रूपये प्रत्येक ने आपस मे बांट लिये एवं सोने चांदी के जेवरात कालू ने रखकर उसके बदले 20-20 हजार रूपये दे दिये।
पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि अर्जुन सिंह पटैल एवं कालू उर्फ तेजकरन को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड लिया गया एवं थाना प्रभारी अन्नपूर्णा गौरीशंकर चढार के नेतृत्व में एक टीम शिर्डी भेजी गयी जहा पर थाना ताल्लुका मालेगांव से पता करने पर ज्ञात हुआ कि दिनांक 01 जुलाई 2012 को पुल के पास पानी में एक लाश तैरती हुई मिली थी जो काफी फूली हुई थी लाश की शिनाखत नही हो सकी थी। थाना ताल्लुका पर मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया गया था उक्त प्रकरण में मृतक के कपडो की पहचान सुधीर की मॉ द्वारा उसके पुत्र के होना पहचाना गया हैं। चूकि पूर्व मे पोस्टमार्टम में मृत्यु का कारण पानी मे डूबना आया था तथा आरोपियों की कहानी कुछ और बताती है जिसके मद्देनजर थाना प्रभारी द्वारा मालेगांव के तहसीलदार को आवेदन प्रस्तुत कर लाश को उखडवाकर पुनःपोस्टमार्टम, दो डॉ की पेनल से करवाया गया एवं डी.एन.ए. जांच व अन्य जांच हेतु शरीर के आवश्यक अंगो को जप्त किया है। अर्जुन सिंह पटैल के बताये अनुसार अन्य आरोपियों सत्तार पिता गफ्फार शाह (26), जाकिर पिता फकीर मोहम्मद, राजा उर्फ फजल उर्फ इमरान पिता वारिस (32) सभी निवासी जिला धार को गिरफ्तार किया जाकर इनसे 4 लाख 37 हजार रूपये नगद तथा इरफान द्वारा इन्ही पैसों से खरीदी गयी नयी इण्डिका कार एमपी-09/एचसी/9424 कीमत 3 लाख 50 हजार रूपये की बरामद की गयी हैं। हत्या मे प्रयुक्त की गयी मारूति 800 एवं अन्य राशी की बरामद्गी हेतु प्रयास किये जा रहे है।
प्रकरण का पर्दाफाश करने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चम श्री राजेशकुमार सिंह, नगरपुलिस अधीक्षक अन्नपूर्णा के कुशल नेतृत्व मे ंथाना प्रभारी अन्नपूर्णा गौरीशंकर चढार उपनिरीक्षक राजेन्द्र इंगले, एस यू कुरैशी, सउनि लक्ष्मणसिंह जादौन सतीश चन्द्र मिश्रा, बाबू सिंह कुशवाह, प्र.आर. राजेश गौड, कत्यायनी शंकर मिश्रा सदाशिव रामाधर, राकेश, आर. धमेन्द्र सिंह, मुन्ना यादव, अनिल, कमल, राजन तथा संजय खान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पुलिस महानिरीक्षक इंदौर झोन इंदौर श्रीमती अनुराधा शंकर एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री ए. सांई मनोहर द्वारा टीम को बधाई दी एव उचित पुरूस्कार देने की घोषणा की गयी है।
इसी दौरान आरोपी सुधीर स्वामी की मॉ ने एक आवेदन प्रस्तुत कर उसके पुत्र सुधीर स्वामी की हत्या होने की आशंका जाहिर की एवं इसमे अर्जुन व उसके साथियों का हाथ होने की शंका जाहिर की। चूकि आरोपी सुधीर स्वामी पहले धामनोद के ग्राम जैतापुर में अपने मामा के यहां रहता था एवं अर्जुन ंिसह पटैल से उसकी दोस्ती थी। इन्ही तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अर्जुन सिंह पटैल से पुनःपूछतांछ करने पर नये तथ्य प्रकाश में आये।
पूछतांछ मे अर्जुन सिंह पटैल ने बताया कि सुधीर स्वामी अक्सर कहा करता था कि उसकी मॉ के पास बहुत पैसा है वह लेकर किसी दिन आयेगा तो गोवा घूमने चलेगें यह बात उसने अपने अन्य तीन-चार दोस्तों के सामने यूं ही कही थी। एक दिन अचानक सुधीर स्वामी ने फोन कर बताया कि वह घर से 21 लाख नगद एवं सोने चांदी के जेवरात लेकर भागा है तथा शिर्डी पहुंच गया है अतः तुम सभी शिर्डी आ जाओ। इस पर अर्जुन सिह पटैल इमरान की मारूति 800 कार लेकर अपने अन्य साथी कालू पटैल, सत्तार एवं जाकिर सभी निवासी धामनोद के साथ शिर्डी पहुंचा जहां सांई बाबा मंदिर के गेट के सामने इनकी मुलाकात सुधीर स्वामी से हुई। वहां पर अर्जुन ने अचानक कहा कि वह अपना पहचान पत्र भूल आया है अतः लेकर आयेगें तभी घूमने चलेगें एवं सभी मारूति 800 मे बैठकर मनमाड़ की तरफ चल दिये। आगें की सीट पर सत्तार एवं जाकिर बैठे थे तथा इमरान गाड़ी चला रहा था, पीछे की सीट पर अर्जुन, कालू तथा सुधीर स्वामी बैठे थे। 25-30 किलोमीटर चलने के बाद अचानक अर्जुन एवं कालू ने एक कपडे से सुधीर स्वामी का मुॅह ढक दिया एवं 10-15 मिनिट तक दबाये रहे जिससे उसकी सांस रूक गई। रास्ते में एक पुल के नीचे गड्डे मे सुधीर स्वामी के शव को डालकर ऊपर से पत्थर से ढक दिया एवं बापस धामनोद आ गये। मृतक के पास से 16 लाख रूपये नगद एवं सोने चांदी के जेवरात मिले थे। उनमे से 3 लाख 20 हजार रूपये प्रत्येक ने आपस मे बांट लिये एवं सोने चांदी के जेवरात कालू ने रखकर उसके बदले 20-20 हजार रूपये दे दिये।
पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि अर्जुन सिंह पटैल एवं कालू उर्फ तेजकरन को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड लिया गया एवं थाना प्रभारी अन्नपूर्णा गौरीशंकर चढार के नेतृत्व में एक टीम शिर्डी भेजी गयी जहा पर थाना ताल्लुका मालेगांव से पता करने पर ज्ञात हुआ कि दिनांक 01 जुलाई 2012 को पुल के पास पानी में एक लाश तैरती हुई मिली थी जो काफी फूली हुई थी लाश की शिनाखत नही हो सकी थी। थाना ताल्लुका पर मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया गया था उक्त प्रकरण में मृतक के कपडो की पहचान सुधीर की मॉ द्वारा उसके पुत्र के होना पहचाना गया हैं। चूकि पूर्व मे पोस्टमार्टम में मृत्यु का कारण पानी मे डूबना आया था तथा आरोपियों की कहानी कुछ और बताती है जिसके मद्देनजर थाना प्रभारी द्वारा मालेगांव के तहसीलदार को आवेदन प्रस्तुत कर लाश को उखडवाकर पुनःपोस्टमार्टम, दो डॉ की पेनल से करवाया गया एवं डी.एन.ए. जांच व अन्य जांच हेतु शरीर के आवश्यक अंगो को जप्त किया है। अर्जुन सिंह पटैल के बताये अनुसार अन्य आरोपियों सत्तार पिता गफ्फार शाह (26), जाकिर पिता फकीर मोहम्मद, राजा उर्फ फजल उर्फ इमरान पिता वारिस (32) सभी निवासी जिला धार को गिरफ्तार किया जाकर इनसे 4 लाख 37 हजार रूपये नगद तथा इरफान द्वारा इन्ही पैसों से खरीदी गयी नयी इण्डिका कार एमपी-09/एचसी/9424 कीमत 3 लाख 50 हजार रूपये की बरामद की गयी हैं। हत्या मे प्रयुक्त की गयी मारूति 800 एवं अन्य राशी की बरामद्गी हेतु प्रयास किये जा रहे है।
प्रकरण का पर्दाफाश करने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चम श्री राजेशकुमार सिंह, नगरपुलिस अधीक्षक अन्नपूर्णा के कुशल नेतृत्व मे ंथाना प्रभारी अन्नपूर्णा गौरीशंकर चढार उपनिरीक्षक राजेन्द्र इंगले, एस यू कुरैशी, सउनि लक्ष्मणसिंह जादौन सतीश चन्द्र मिश्रा, बाबू सिंह कुशवाह, प्र.आर. राजेश गौड, कत्यायनी शंकर मिश्रा सदाशिव रामाधर, राकेश, आर. धमेन्द्र सिंह, मुन्ना यादव, अनिल, कमल, राजन तथा संजय खान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पुलिस महानिरीक्षक इंदौर झोन इंदौर श्रीमती अनुराधा शंकर एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री ए. सांई मनोहर द्वारा टीम को बधाई दी एव उचित पुरूस्कार देने की घोषणा की गयी है।
No comments:
Post a Comment