इन्दौर -दिनांक 11 जून 2012- पुलिस अधीक्षक उज्जैन श्री राकेश गुप्ता ने बताया कि दिनांक 10.06.12 के दोपहर 4-00 बजे थना माधवनगर पर सूचना प्राप्त हुई की 76 श्री विशाला परिसर के ऊपरी की मंजिल पर रहने वाले अपर आयकर आयुक्त श्री अरूण दीवान जो कि अकेले रहते है के फ्लेट से मारपीट की आवाजे आ रही थी जो अब बंद हो गई है एवं उनके साथ कोई बडा हादसा हुआ है सूचना की गम्भीरता को देखते हुए श्री राकेश गुप्ता स्वयं और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री रायसिंह नरवरिया पहुॅंचे घटना स्थल पर अरूण दीवान का शव उनके बेडरूम से लगे बाथरूम मे मिला । शव का मुॅंह कपडे से बंदा हुआ था एवं घर का सामान अस्त व्यस्त था ।
घटना की संवेदनशीलता देखकर पुलिस अधीक्षक श्री राकेश गुप्ता ने स्वयं कमान सम्भालते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री नरवरिया को घटना मे उपयुक्त मोटर सायकल व तत्काल आरोपियो की तलाश, घेराबंदी के निर्देश दिये और वर्तमान मे घर पर काम करने वालो एवं पूर्व मे काम करने वाले नौकरो ड्रायवरो एवं अन्य व्यक्तियो से पूछताछ की ।
पूछताछ के दौरान पता चला कि लोकेन्द्र पिता देवीसिंह हामूखेडी का निवासी है एवं संदिग्ध वाहन क्रं. एम.पी. 13-जे.जी/0494 का मालिक राजेश ठाकुर पिता देवीसिंह हामूखेडी का भाई है एवं मृतक श्री अरूण दीवान की करीब 1,1/2 वर्ष तक गाडी चला चुका है शंका होने पर लोकेन्द्र से कढाई से पूछताछ की गई । पूछताछ पर आरोपी लोकेन्द्र ने बताया कि आरोपी बाबूसिंह पिता रामसिंह, ओम पिता भेरूसिंह दोनो हामूखेडी के निवासी है एवं उसके मित्र है कुछ दिन पूर्व बाबूसिंह द्वारा भैस के धंधे पर घाटे के कारण उधारी हो गई थी एवं उसे पैसो की अत्यंत आवश्यकता थी साथ ही ओम को भी आर्थिक तंगी के कारण आवश्यकता थी एवं दोनो आरोपियो ने लोकेन्द्र से कोई बडा काम बताने का बोला था क्योकि लोकेन्द्र ने 1,1/2 वर्ष तक मृतक श्री अरूण दीवान के यह काम कर चुका था उसने मृतक के बारे मे अकेले रहने एवं काफी मालदार होने की बात, दोनो को बताई ।
पुलिस अधीक्षक श्री राकेश गुप्ता ने बताया कि घटना दिनांक को तीनो आरोपी पूर्व नियोजित योजना अनुसार श्री दीवान के घर पहुॅचे घर खुला हुआ था, मृतक बेडरूम मे आराम कर रहे थे आरोपियो ने घटना स्थल पर पहॅूंच कर मृतकसे रूपयो की मांग की एवं उसके हाथ पीछे से पकड लिये मृतक द्वारा विरोध एवं आवाज करने की वजह से उनका मूहॅं गमचे से बांध दिया एवं गला दबाकर हत्या कर दी । उसके बाद उनका शव बाथरूम मे डालकर घर मे रखी अलमारी को देखा इलेक्ट्रानिक सेफ को ले जाने का प्रयास किया । क्योकि सेफ भारी थी इसलिये दरवाजे पर छोड दिया एवं भाग गये । आरोपियो द्वारा यह बताया गया कि विगत दिनो वह 3-4 बार घटना को अंजाम देने का प्रयास कर चुके थे परन्तु बाहर मोटर सायकल एवं अन्य वाहन खडे होने से घटना नही कर पाये । पुलिस द्वारा आरोपी लोकेन्द पिता देवीसिंह (27) नि. हामूखेडी, बाबूसिंह पिता रामसिंह नि0 हामूखेडी, ओकार उर्फ ओम पिता कैकसिंह नि0 हामूखेडी को गिरफ्तार कर घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकल जप्त की गई।
घटना के खुलासे मे सी.एस.पी. माधवनगर श्री राजेश सहाय, थाना प्रभारी के0के0 उपाध्याय उप निरी0 मुखतयार कुरैशी, प्रशान्त यादव, प्रवीण ध्रुर्वे, योगेन्द्र सिसोदिया, प्र0आर0 कालूराम, प्र0आर0 शकील, प्र0आर0 कमल, आर0 महेश जाट, आर0 रूपेश बिडवाल, आर0 पवनसिंह, रितेश बोरिया इन सभी अधिकारियो एवं कर्मचारियो की सहरानिय भूमिका रही है ।
घटना की संवेदनशीलता देखकर पुलिस अधीक्षक श्री राकेश गुप्ता ने स्वयं कमान सम्भालते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री नरवरिया को घटना मे उपयुक्त मोटर सायकल व तत्काल आरोपियो की तलाश, घेराबंदी के निर्देश दिये और वर्तमान मे घर पर काम करने वालो एवं पूर्व मे काम करने वाले नौकरो ड्रायवरो एवं अन्य व्यक्तियो से पूछताछ की ।
पूछताछ के दौरान पता चला कि लोकेन्द्र पिता देवीसिंह हामूखेडी का निवासी है एवं संदिग्ध वाहन क्रं. एम.पी. 13-जे.जी/0494 का मालिक राजेश ठाकुर पिता देवीसिंह हामूखेडी का भाई है एवं मृतक श्री अरूण दीवान की करीब 1,1/2 वर्ष तक गाडी चला चुका है शंका होने पर लोकेन्द्र से कढाई से पूछताछ की गई । पूछताछ पर आरोपी लोकेन्द्र ने बताया कि आरोपी बाबूसिंह पिता रामसिंह, ओम पिता भेरूसिंह दोनो हामूखेडी के निवासी है एवं उसके मित्र है कुछ दिन पूर्व बाबूसिंह द्वारा भैस के धंधे पर घाटे के कारण उधारी हो गई थी एवं उसे पैसो की अत्यंत आवश्यकता थी साथ ही ओम को भी आर्थिक तंगी के कारण आवश्यकता थी एवं दोनो आरोपियो ने लोकेन्द्र से कोई बडा काम बताने का बोला था क्योकि लोकेन्द्र ने 1,1/2 वर्ष तक मृतक श्री अरूण दीवान के यह काम कर चुका था उसने मृतक के बारे मे अकेले रहने एवं काफी मालदार होने की बात, दोनो को बताई ।
पुलिस अधीक्षक श्री राकेश गुप्ता ने बताया कि घटना दिनांक को तीनो आरोपी पूर्व नियोजित योजना अनुसार श्री दीवान के घर पहुॅचे घर खुला हुआ था, मृतक बेडरूम मे आराम कर रहे थे आरोपियो ने घटना स्थल पर पहॅूंच कर मृतकसे रूपयो की मांग की एवं उसके हाथ पीछे से पकड लिये मृतक द्वारा विरोध एवं आवाज करने की वजह से उनका मूहॅं गमचे से बांध दिया एवं गला दबाकर हत्या कर दी । उसके बाद उनका शव बाथरूम मे डालकर घर मे रखी अलमारी को देखा इलेक्ट्रानिक सेफ को ले जाने का प्रयास किया । क्योकि सेफ भारी थी इसलिये दरवाजे पर छोड दिया एवं भाग गये । आरोपियो द्वारा यह बताया गया कि विगत दिनो वह 3-4 बार घटना को अंजाम देने का प्रयास कर चुके थे परन्तु बाहर मोटर सायकल एवं अन्य वाहन खडे होने से घटना नही कर पाये । पुलिस द्वारा आरोपी लोकेन्द पिता देवीसिंह (27) नि. हामूखेडी, बाबूसिंह पिता रामसिंह नि0 हामूखेडी, ओकार उर्फ ओम पिता कैकसिंह नि0 हामूखेडी को गिरफ्तार कर घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकल जप्त की गई।
घटना के खुलासे मे सी.एस.पी. माधवनगर श्री राजेश सहाय, थाना प्रभारी के0के0 उपाध्याय उप निरी0 मुखतयार कुरैशी, प्रशान्त यादव, प्रवीण ध्रुर्वे, योगेन्द्र सिसोदिया, प्र0आर0 कालूराम, प्र0आर0 शकील, प्र0आर0 कमल, आर0 महेश जाट, आर0 रूपेश बिडवाल, आर0 पवनसिंह, रितेश बोरिया इन सभी अधिकारियो एवं कर्मचारियो की सहरानिय भूमिका रही है ।
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