इन्दौर -दिनांक 26 फरवरी 2012- अति. पुलिस अधीक्षक पश्गिचम श्री राजेश कुमार सिंह ने बताया कि दिनांक 23.02.2012 के रात्रि 01.00 बजे शेख इरशाद पिता शेख हबीव (43) निवासी कटकटपुरा ने सूचना दी कि उसका लड़का इमरान उम्र 10 वर्ष का दिनांक 22.02.2012 को शाम 04.00 बजे बिना बताये कही चला गया है, सूचना पर गुम इंसान क्रं. 08/2012 कायम किया जाकर जांच प्रारंभ की गई। जांच में यह तथ्य सामने आया कि घटना के समय इमरान प्रकाश के बगीचे में खेल रहा था और वही से गायब हुआ है तथा वहीं रहने वाला हाजी इकबाल भी अपनी मोटर साईकिल सहित घर से गायब है। घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री ए. साईं मनोहर एवं पुलिस अधीक्षक श्री डी श्रीनिवास वर्मा के द्वारा गंभीरता से लेते हुए अति. पुलिस अधीक्षक पद्गिचम श्री राजेश कुमार सिंह के निर्देशन में नगर पुलिस अधीक्षक जूनी इंदौर बिट्टु सहगल, थाना प्रभारी रावजीबाजार घनश्याम दुबे के नेतृत्व में टीम का गठन किया जाकर तलाश में लगाया गया।
इकबाल ने अपना फोन बंद कर रखा था, दिनांक 24.02.2012 को इरशाद की पत्नी नसीम के द्वारा इकबाल के मोबाईल फोन पर एसटीडी से बात करने पर उसके द्वारा बताया गया कि इमरान हमारे साथ है और हम कल वापस आ जायेगें। बच्चे से भी बात होने पर यह पक्का हो गया कि इमरान, इकबाल के साथ ही है। आज इकबाल के द्वारा इरशाद को फोन पर बताया गया कि तुम्हारा लड़का मेरे पास है, मेरा हार दे दो मैं तुम्हारा लड़का वापस कर दूंगा और यदि हार वापस नही किया तो इमरान को जहर दे दूंगा एवं मैं भी जहर खा लूंगा, मेरी नसीम से बात करवा देना। नसीम के द्वारा बात करने पर फिर उसके द्वारा वही बात दोहराई गई। नसीम के मना करने पर इकबाल ने नसीम को 8.30 बजे रात को कर्बला पर अकेले में बुलाया तथा किसी को खबर न करने की हिदायत दी।
टीम के द्वारा प्रत्येक स्थिति पर निगाह रखी जा रही थी और आरोपी वास्तव में कोई अनहोनी बच्चे के साथ घटित नही कर दे, इसलिए 2 घण्टे पूर्व से सादा वर्दी में कर्मचारियों को कर्बला में अलग-अलग जगहों पर लगाया गया, ठीक समय पर जब नसीम कर्बला पहुॅची तभी इकबाल गुमशुदा इमरान को मोटर साइकिल से लेकर कर्बला में पहुॅचा जहां पर बिछे हुए जाल में फंस गया। पुलिस द्वारा गुमशुदा इमरान को इकबाल के कब्जे से बरामद किया जाकर इकबाल की तलाशी लेने पर उसके बैग में सल्फास की दो शीशी रखी होना पाई गई। आरोपी इकबाल से उपरोक्त मोटरसाईकिल टीवीएस नं. एमपी-09/एमजे/2242, सल्फास की शीशी तथा 01 रस्सी भी बरामद की गई। बदमाश द्वारा घटना को स्वीकार करते हुए बताया कि मैनें इमरान को सल्फास की गोली खिलाना व स्वयं भी खाने की सोच लिया था।
पूछतांछ में यह तथ्य प्रकाश मे आया है कि इमरान की मां आरोपी के घर पर तीन-चार माह पहले झाड़ू-पौछे का काम करती थी, इकबाल के द्वारा सोने के हार की चोरी का आरोप लगाने पर उसने काम छोड़ दिया था। इकबाल के द्वारा सोने का हार फरियादी से वसूलने के लिये इमरान का अपहरण किया गया था। गुम इंसान क्रं. 08/12 की जांच पर से आरोपी इकबाल के विरूद्ध अपराध कं्र. 73/12 धारा 363, 364ए भादवि कायम कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
इकबाल ने अपना फोन बंद कर रखा था, दिनांक 24.02.2012 को इरशाद की पत्नी नसीम के द्वारा इकबाल के मोबाईल फोन पर एसटीडी से बात करने पर उसके द्वारा बताया गया कि इमरान हमारे साथ है और हम कल वापस आ जायेगें। बच्चे से भी बात होने पर यह पक्का हो गया कि इमरान, इकबाल के साथ ही है। आज इकबाल के द्वारा इरशाद को फोन पर बताया गया कि तुम्हारा लड़का मेरे पास है, मेरा हार दे दो मैं तुम्हारा लड़का वापस कर दूंगा और यदि हार वापस नही किया तो इमरान को जहर दे दूंगा एवं मैं भी जहर खा लूंगा, मेरी नसीम से बात करवा देना। नसीम के द्वारा बात करने पर फिर उसके द्वारा वही बात दोहराई गई। नसीम के मना करने पर इकबाल ने नसीम को 8.30 बजे रात को कर्बला पर अकेले में बुलाया तथा किसी को खबर न करने की हिदायत दी।
टीम के द्वारा प्रत्येक स्थिति पर निगाह रखी जा रही थी और आरोपी वास्तव में कोई अनहोनी बच्चे के साथ घटित नही कर दे, इसलिए 2 घण्टे पूर्व से सादा वर्दी में कर्मचारियों को कर्बला में अलग-अलग जगहों पर लगाया गया, ठीक समय पर जब नसीम कर्बला पहुॅची तभी इकबाल गुमशुदा इमरान को मोटर साइकिल से लेकर कर्बला में पहुॅचा जहां पर बिछे हुए जाल में फंस गया। पुलिस द्वारा गुमशुदा इमरान को इकबाल के कब्जे से बरामद किया जाकर इकबाल की तलाशी लेने पर उसके बैग में सल्फास की दो शीशी रखी होना पाई गई। आरोपी इकबाल से उपरोक्त मोटरसाईकिल टीवीएस नं. एमपी-09/एमजे/2242, सल्फास की शीशी तथा 01 रस्सी भी बरामद की गई। बदमाश द्वारा घटना को स्वीकार करते हुए बताया कि मैनें इमरान को सल्फास की गोली खिलाना व स्वयं भी खाने की सोच लिया था।
पूछतांछ में यह तथ्य प्रकाश मे आया है कि इमरान की मां आरोपी के घर पर तीन-चार माह पहले झाड़ू-पौछे का काम करती थी, इकबाल के द्वारा सोने के हार की चोरी का आरोप लगाने पर उसने काम छोड़ दिया था। इकबाल के द्वारा सोने का हार फरियादी से वसूलने के लिये इमरान का अपहरण किया गया था। गुम इंसान क्रं. 08/12 की जांच पर से आरोपी इकबाल के विरूद्ध अपराध कं्र. 73/12 धारा 363, 364ए भादवि कायम कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
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