Monday, October 10, 2011

चिन्टू उर्फ उमेष के अंधे कत्ल का पर्दाफाष



इन्दौर -दिनांक १० अक्टूबर २०११- दिनांक २०.०९.११ को थाना पलासिया क्षैत्रांतर्गत स्कीम नं. १४० में एक अज्ञात व्यक्ति की चाकू से गोदकर हत्या कर शव पड़ा होने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को प्रातः ०६.०० बजे प्राप्त हुयी थी। सूचना पर पुलिस अधीक्षक श्री डी.श्रीनिवास वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूर्व जोन-१ श्री महेषचंद जैन, वरिष्ठ अधिकारीगण एवं थाना प्रभारी पलासिया पंकज दिक्षीत मय फोर्स के घटनास्थल पर पहुॅचे मृतक के शरीर गले, पीठ, पेट पर चाकू के कई घाव पाये गये। मौके पर शव देखकर ऐसा प्रतित हो रहा था कि अज्ञात हत्यारो ने चाकू से बेरहमी से वार कर हत्या की है। अज्ञात मृतक की पहचान मृतक के पास पाये गये मोबाईल फोन के माध्यम से करते मृतक का नाम चिन्टू उर्फ उमेष पिता रामचंद्र गेले (२५) निवासी ३६ बंषी प्रेस की चाल परदेषीपुरा का पता चला।
        मृतक के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते पता चला कि मृतक ब्याज पर लोगो का रूपये देने का तथा गाय भैसो का दूध निकालने का काम करता था, इस संबंध में मृतक द्वारा जिन लोगो को ब्याज पर पैसा दिया गया था उनसे पूछताछ की गयी। मृतक को आखिरी बार घटना दिनांक १९.०९.११ की रात ०८.३० बजे सुभाषनगर चौराहे पर चाय की दुकान पर उसकी मोटर सायकल नं. एमपी-०९/एमएन/७५३५ पर देखा गया था, घटना स्थल पर उक्त मोटरसायकल भी नही मिली थी। मृतक के मोबाईल में पायी गयी ०४ सीम के कॉल विवरण प्राप्त किये गये जिससे यह स्पष्ट हुआ कि मृतक की रात्री ०९.२७ बजे अंतिम बार बात हुयी थी तथा मृतक के मोबाईल का टॉवर लोकेषन रेडियो कॉलोनी से प्रकाष नगर तक का ज्ञात हुआ था। हत्या का घटना स्थल स्कीम नं. १४० पिपल्याहाना होना पाया जाने से घटना स्थल के आसपास के लोगो से भी पूछताछ की गयी, मृतक के साथीदारान दोस्त उधार लेने वाले एवं जिन लोगो से मृतक की एक माह के दौरान बातचीत हुयी उन पर निगाह रखी जाकर मोबाईल सर्चिंग की गयी जिसमें संदिग्ध की सुराग लगने पर संदिग्धो से पूछताछ की गयी।
        वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय श्री ए.साई मनोहर, पुलिस अधीक्षक श्री डी.श्रीनिवास वर्मा व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेषचंद जैन के निर्देषन में थाना प्रभारी पंकज दिक्षित के नेतृत्व मे मोबाईल नंबरो के विष्लेष्ण पर संदिग्ध रामू उर्फ रामेष्वर की बात मोबाईल नं. ९९८१४-१४८५८ पर घटना दिनांक १९.०९.११ की रात २१.४०.०५ बजे मोबाईल नं. ८८७८२-८६३०२ से हुयी थी। इस आधार पर संदिग्ध रामू को पकड़ा जाकर उक्त मोबाईल के संबंध में पूछताछ करते उसने अपने दोस्त सोनू का नंबर होना बताया। सोनू को पकड़ा जाकर पृथक-पृथक पूछताछ करते उसने बताया कि रामू व आषीष की मदद से ब्याज के पैसे के लेनदेन को लेकर मृतक चिन्टू को पैसा देने का बोलकर साथ ले गये।
        मृतक मोटर सायकल नं. एमपी-०९/एमएन/७५३५ से व सोनू, रामू व अषीष दोस्त आषीष की मोटरसायकल नं. एमपी-०९/एन/७९४४ से आजादनगर मूसाखेड़ी होते घटना स्थल पहुॅचे व सुनसान जगह पर सोनू ने अपने दोस्त को फोन लगाने का बहाना कर गाड़ी रोककर, चिन्टू के गले पर चाकू से वार किया, चिन्टू भागने लगा तो आषीष ने उसे पकड़ लिया व रामू तथा सोनू ने चाकूओ से वार कर चिन्टू की बेरहमी से हत्या कर लाष छोड़कर भाग गये। आरोपियों ने मृतक चिन्टू की मोटरसायकल बाम्बे अस्पताल के पीछे झाड़ियो में खड़ी करना बताया है व जिस चाकू से हत्या करना बताया है उसे बरामद करा देना स्वीकार किया है।
        आरोपी १. रामू उर्फ रामेष्वर पिता आत्माराम गावडे निवासी फिरोज गांधी नगर, २. सोनू उर्फ विनायक पिता प्रभाकर षिन्दे निवासी बंषीप्रेस की चाल व ३. आषीष पिता नारायण वर्मा निवासी फिरोज गांधी नगर को गिरफ्तार किया जा चुका है। मृतक की मोटरसायकल, आरोपियो की मोटरसायकल व आरोपियो के रक्त रंजित कपड़ो की बरामदगी हेतु पुलिस टीम रवाना की गयी है। उक्त हत्या ब्याज के रूपयो के लेनदेन को लेकर की गयी है, उक्त अंधेकत्ल का पर्दाफाष करने में प्रआर. ४५५ संतोष मेहरा का कार्य सराहनीय रहा।

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