Saturday, June 26, 2010

फ्रेण्ड्स क्लब के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों का पर्दाफाश

इन्दौर- दिनांक २६ जून २०१०- पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री मकरन्द देउस्कर व्दारा इंदौर तथा मध्यप्रदेश के अन्य कई शहरों मे समाचार पत्रों में प्रकाशित होने वाले फेण्ड्स क्लब के लुभावने विज्ञापन जिनके प्रलोभन में आकर कई लोगों ने लाखों रूपये दिये हुए मोबाईल नम्बरों पर बात कर उनके बैंक खातों में जमा करवा दिये किन्तु उन्हें धोखे के अलावा कुछ नहीं मिलता है,शर्म के मारे व्यक्ति किसी से शिकायत भी नही कर पाता । एैसे ही विज्ञापनों व्दारा झॉसा देकर रूपये ऐंठने वाले लोगों के विरूध्द कार्यवाही करने के निर्देश अति.पुलिस अधीक्षक अपराध अरविन्द तिवारी व उप पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह को दिये गये थे एैसे ही विज्ञापन का शिकार जब क्राईम ब्रांच के पास पहुॅचा तो अधिकारियों व्दारा जॉच हेतु वी.केयर फॉर यू प्रभारी उपनिरीक्षक दीपिका शिन्दे को सौंपा गया । उप पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में उपनिरीक्षक दीपिका शिन्दे एवं उनकी टीम व्दारा दिल्लगी,तमन्ना,प्रिया,लव आजकल,अन्य कई नामों से पेपर में प्रकाशित होने वाले लुभावने विज्ञापनों को प्रकाशित करवा कर फोन पर लड़कियों से बात करवाकर अपने बैंक खातों में पैसे जमा करने वाले मुख्य आरोपी भविष्य पिता देवनारायण जोनवाल निवासी व्यंकटेश नगर इंदौर तथा उसके साथी जितेन्द्र पिता दुर्गा प्रसाद सोनी निवासी गोमा की फेल इंदौर को पलासिया थाना प्रभारी उपनिरीक्षक श्री गायकवाड़ एवं उनकी टीम की मदद से गिर. किया गय,जिनके विरूध्द थाना पलासिया पर कार्यवाही की जा रही है । भविष्य व्दारा लोगों से बातें कर प्रतिमाह १० से १५ हजार रूपया कमाने का लालच लोगों को दिया जाता था,और क्लब में मेम्बर बनने के लिये उनसे यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया के खाते में रूपया डलवाया जाता था,जब कोई व्यक्ति इनके खाते में पैसा डाल देता तो यह उससे बात करना बंद कर देते थे । जितेन्द्र व्दारा पेपर में विज्ञापन प्रकाशित करने के नाम पर भविष्य से कमिशन लिया जाता था,और विज्ञापन समाचार पत्र में प्रकाशित कराये जाते है इनके व्दारा उपयोग में लाये जा रहे बैंक खाते किसके है,इस सम्बन्ध में जॉच की जा रही है। जॉच में यह तथ्य भी सामने आये है इन लोगों का फ्रेण्डशिप क्लब के नाम पर चलने वाला नेटवर्क पूरे भारत में फैला हुआ है,जहॉ ये अलग-अलग नामों तथा अलग-अलग मोबाईल नम्बरों का उपयोग कर लोगों के साथ धोखधड़ी करने का प्रयास करते है। उक्त आरापियों की गिरफ्‌तारी में वी.केयर फॉर यू में पदस्थ आरक्षक बालकृष्ण,रविन्द्र,प्रशान्त,माया,एवं पुष्पलता का विशेष योगदान रहा ।

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