इन्दौर- ९ मार्च २०१० - आज दिनांक ९ मार्च २०१० को इन्दौर पुलिस द्वारा व महिला बाल विकास, जिले के सभी एनजीओ एवं सभ्रान्त वक्ताओं के बीच एक दिवसीय परिचर्चा जाल सभाग्रह मे आयोजित की गई, जिसके मुख्य अतिथी पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर झोन इन्दौर श्री संजय राणा द्वारा की गई तथा अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री मकरन्द देउस्कर द्वारा की व कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय इन्दौर श्री विनित कपूर द्वारा किया गया कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक स्पेशल ब्रान्च इन्दौर श्री राजेशसिह चन्देल एवं परिचर्चा मे आमंत्रित प्रबुद्ध वक्ता श्रीमती मन्जूलता तिवारी, महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री मुकेश सिन्हा, एम.पी.वी.एच.ए. संचालक श्री जयदीप कर्णिक, वरिष्ठ संपादक श्रीमती निहार गीते, प्राचार्य गुजराती कन्या महाविधालय डॉ.श्रीमती सरिता इनामदार, डॉ. सालिनी कपूर, उपस्थित हुऐ। इस अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक ए.जे.के.श्रीमती हेमलता कुरील, उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती मन्जूलता खत्री, उप पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षण श्रीमती मनीषापाठक सोनी, उप पुलिस अधीक्षक सांवेर,नगर पुलिस अधीक्षक मल्हारगंज, अन्नपूर्णा, एवं थाना प्रभारीगण एवं जिले के प्रबुद्ध गणमान्य महिलावर्ग वं महिला एनजीओ, महिला कार्यकर्ता ३०० उपस्थित हुई। महिला एवं बालविकास द्वारा एम.पी.वी.एच.ई. खण्डवा रोड, आपकी कचहरी, वी.केयर.फॉर,यू., बामा सस्ंथा, डॉ. सविता इनामदार, संस्था पारिजात, संस्था बरलाई, के एनजीओ द्वारा अभी तक किये गये अपने समाजसेवा के कार्यो का मनमोहक स्टॉल लगाये गये, एवं अपने अपने स्टॉल की पुस्तिकाऐं , पंम्पलेट भी वितरित किये गये।कार्यक्रम की जानकारी एवं स्वागत भाषण श्री विनित कपूर ने महिलाओं पर होने वाले अपराधो, के निवारण के सम्बंध में रखे गये आयोजन के सम्बध में विस्तृत रूप से बताया गया। महिला बाल विकास अधिकारी श्रीमती मन्जूलता तिवारी ने शासन द्वारा दिये जा रहे महिलाओ के उत्थान के लिये दी जा रही सहयोग राशी के सम्बध मे विस्तृत रूप से जानकारी दी गई।श्री मुकेशसिन्हा एम.पी.व्ही.एच.ए. के संचालक ने अपने उद्बोधन में महिलाओ की सक्रिय भागीरदारी से बच्चो मे व्यापत हो रही नशे की लत से भी काफी हद तक सकारात्मक परिणाम आ सकते है, और होटलो आदि में जो हुक्का आदि की जानकारी मिली है उनके सम्बध मे मैने शासन को जानकारी भेज दी है। श्री जयदीप कर्णिक ने अपने उद्बोधन में कहा कि टीवी चैनलो, एवं समाचार पत्रो मे आ रहे अश्लील विज्ञापनो का महिलाओं द्वारा बहिष्कार किया जाना चाहिये। श्रीमती निहार गीते प्राचार्य गुजराती कॉलेज ने अपने उद्बोधन मे कहा कि कॉलेज मे विधार्थी आते है, मात्र डिग्री प्राप्त करने के लिये, सम्पूण ज्ञात अर्जित करना नही चाहते है, ऐसा नही होना चाहिये। डिग्री के साथ-साथ उन्हे पूर्ण ज्ञान प्राप्त करना चाहिये।इस अवसर पर डॉ. सविता इनामदार द्वारा बताया कि अपराध व अत्याचार मे क्या अन्तर है, क्या अत्याचार को अपराध में परिवर्तित करना चाहिये किस हद तक करना चाहिये एवं दहेज प्रताडना की धारा ४९८ए भादवि के सम्बध में महिलाओ को जानकारी दी गई , इसी के अन्तर्गत मुख्य अतिथि श्री संजय राणा द्वारा वर्ष २००५ के नेशनल क्राईम रिकार्ड ब्यूरो के आंकडे प्रस्तुत करते हुए बताया गया कि भारत मे हर १७ सेंकण्ड में एक अपराध घटित होता है, हर तीन मिनिट में महिला के विरूद्ध , हर १५ मिनिट मे छेडछाड की घटना,हर २९ मिनिट मे बलात्कार,हर ५३ मिनिट मे योन उत्पीडन, हर ७७ मिनिट मे दहेज हत्या होती है। इसी क्रम मे उन्होने बताया कि अब तक महिलाओ के विषय मे २५० से अधिक कानून बनाये गये है।श्री मकरन्द देउस्कर ने एक दिवसीय परिचर्चा कार्यशाला में शामिल हुए सदस्यो के प्रश्नो का उत्तर दिये और पुलिस की भी प्रतिमाह एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने के सम्बध मे भी अपनी सहमती व्यक्त की। कार्यक्रम का आभार श्रीमती हेमलता कुरील उप पुलिस अधीक्षक पुलिस प्रशिक्षण विधालय इन्दौर द्वारा व्यक्त किया, तथा महिला थाना प्रभारी शशी कैथवास एवं विभिन्न अशासकीय संस्थाओ द्वारा सहयोग प्रदान किया गया।
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